मुस्कान DINESH KUMAR KEER द्वारा कुछ भी में हिंदी पीडीएफ

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मुस्कान

1.
ये नरम लहजा प्यारी बातें तेरे लिए है,
हम इस लहजे में सब से बात नहीं करते...

2.
तुमने पूछा था ना मेरे लिए कौन हो तुम,
तो सुनो स्वार्थी से जीवन में निस्वार्थ प्रेम हो तुम...

3.
अब तो ₹2000 के नोट भी बैन हो रहे हैं,
कमबख्त तेरी यादें मेरे दिल से कब बैन होंगी...

4.
तुमसे नाराज होकर भी तुमसे ही बात करने का मन,
ये दिल का सिलसिला भी आज तक समझ ना पाए हम...

5.
कभी काफ़ी, कभी दरकार नहीं होते
अल्फ़ाज़ जरुरी हर बार नहीं होते

क़िल्लत कभी इरादों की भी होती है
हमेशा रास्ते ही दुश्वार नहीं होते...

6.
लगा दिया है ताला अपने दिल मे मेरी जान,
अब जो इसके लायक होगा वही खोलेगा...

7.
चाय के नाम सुनते ही तुम मुस्कुराने लगते हो,
कहीं मेरे तरह तुम भी चाय के शौकीन तो नही...

8.
छुपाने लगा हूं मैं आजकल कुछ राज अपने आप से,
सुना हूं कुछ लोग मुझे मुझसे ज्यादा जानने लगे है...

9.
दो लफ्ज़ तुमको सुनाने के लिए,
मैंने हजारों लफ्ज़ लिख दिए जमाने के लिए...

10.
चाय जैसी उबाल रही है जिंदगी,
मगर हम भी हर घूंट का शौक से आनंद लेंगे…

11.
ख़ुदा तूने तो लाखों की तकदीर संवारी है,
मुझे तसल्ली तो दे कि अब मेरी बारी है...

12.
हम ने चलना छोड़ दिया अब उन राहों में,
टूटे वादों के टुकड़े चुभते है अब पांवो में...

13.
वक्त कभी ना कभी उनके पास भी ले जाएगा,
जिनके साथ हम चाय पीने की ख्वाइश लिए बैठें है...

14.
मोहब्बत तुमसे की है बेफिकर रहो,
नाराजगी हो सकती है नफरत नहीं...

15.
राह - ए - वफ़ा में हमको खुशी की तलास थी,
दो कदम ही चले थे कि हर कदम पर रो पड़े...

16.
जिंदा वो भी है,
जिंदा मै भी हुं
कत्ल सिर्फ इश्क हुआ है...

17.
शहर ढूंढा, गली गली ढूंढा कहीं नही मिला,
जब मिला तवायफ का घर मेरे नजरो में ही मिला...

18.
नजर ने नजर से नजर की किताब क्या पढ़ी,
दिल कमबख्त कहानी ही पूरा करने पे तुला है...

19.
अनदेखे बेनाम धागों में यूं बांध गया कोई,
कि वो साथ भी नहीं और हम आजाद भी नही...

20.
उनकी ये ख्वाहिश की हम जुबां से इजहार करें,
हमारी ये आरजू है की ओ दिल की जुबां समझें...

21.
बेशक वो ख़ूबसूरत आज भी है मगर ,
चेहरे पर वो मुस्कान नहीं जो हम लाया करते थे...

22.
अजीब सी बस्ती में ठिकाना है मेरा,
जहाँ लोग मिलते कम झांकते ज्यादा है...

23.
अक्सर दिखाई नहीं देता पर शामिल ज़रूर होता है,
हर ख़ुदख़ुशी करने वाले का क़ातिल ज़रूर होता है...

24.
कभी - कभी हर बात से फर्क पड़ता है मुझे,
कभी कोई बात मुझ पर असर नहीं करती...

25.
तुम ना ही आए थे जिंदगी में तो अच्छा था,
तुम जो आए हम तो लावारिस हो गए...

26.
थोड़ा लिखा और ज्यादा छोड़ दिया,
हमने भी आपके नए आने वाले के लिए रास्ता छोड़ दिया...

27.
टूटा नही हूं मैं बहुत उदास हूं,
कोई नही तुम जाओ रो नही रहा मैं काफी बिंदास हूं...

28.
उनको जाना था हमने जाने दिया,
इससे बढ़कर वफा हम क्या करते...

29.
दिल मे ना जाने कैसे आपके लिए इतनी जगह बन गई,
आपके मन की हर छोटी सी चाह मेरे जीने की वजह बन गई...

30.
ये संग दिलो की दुनिया है यहां सुनता नहीं फ़रियाद कोई,
यहां हस्ते है लोग उस वक्त, जब होता है बर्बाद कोई...

31.
हमने कभी किसी को दूर नही किया,
जिसका मन भरता है चला जाता है...

32.
तमन्नाओं से खेल रहा है दिल,
जीत मुमकिन नही और हार मंजूर नही...

33.
पहले इस राह में हंगामा रहा करता था,
अब तो याद भी खामोशी से गुजर जाती है...

34.
घर से निकलूं छांव छोड़ दूं, मजधार में नाव छोड़ दूं,
हार जीत एक अलग बात है मैं क्यों अपना दाव छोड़ दूं...

35.
कितने अंदाज दुनियां में है यहां गालिब,
हमने सीखी न कोई बात मुहब्बत के सिवा...

36.
आरज़ू ये है कि, तुम्हारा आँचल आँखों से लगे,
कुछ समझते हो, कि हम उदास आते हैं क्यूँ...