जिन्नातों की सच्ची कहानियाँ - भाग 32 सोनू समाधिया रसिक द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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जिन्नातों की सच्ची कहानियाँ - भाग 32

जिन्न का वारिश, भाग _०१, सोनू समाधिया 'रसिक', द्वारा -

दोस्तों
कुरान में लिखा गया है कि अल्लाह ने इंसानों की तरह जिन्नात को भी बनाया है। वैसे से तो ये तिलिस्मी जीव इंसानों से अलग अपनी दुनिया में रहते हैं।
लेकिन कभी कभी जिन्नात मुसाफिरों की तरह इन्सानों की दुनिया में मतलब हमारी दुनिया में भी आ जाते हैं।
अच्छे जिन्नात इंसानों के बीच मेहर बनकर आते हैं तो वहीं बुरे जिन्नात कहर बनकर आते हैं।

इस्लाम में माना जाता है कि जवान और खूबसूरत लड़कियों को रात के वक़्त खुले और गीले बालों में छत पर नहीं जाना चाहिए। क्योंकि खुले और गीले बाल जिन्नातों को न्यौता देते हैं।
जिन्नात अक्सर हमारी दुनिया में इंसानों की तरह प्यार और नफरत करने के लिए आते हैं। लेकिन कभी कभी जिन्नातों का हमारी दुनिया में आना एक बुरे सपने की तरह होता है।

आज की इस कहानी में हम आपको जिन्नात की एक सच्ची घटना बताएंगे। कि किस तरह से जिन्नात की ख्वाहिश इंसानों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है।

तो कहानी शुरू करने से पहले अगर आप मेरी कहानी पहली बार पढ़ रहे हैं तो मुझे facebook, Instagram और मेरे यूट्यूब चैनल को जरूर subscribe कर लें। क्योंकि हम यहां आपके लिए चुनिंदा टॉप हॉरर स्टोरीज लाते रहते हैं।
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तो आगे बढ़ते हैं....

गाँव के कुछ लोग रात के वक़्त एक घर में जाते हैं। वह घर कुछ दिनों से बंद था।
भीड़ में से दो व्यक्ति उस घर में देखने के लिए जाते हैं।
दोनों डरते हुए उस घर की ओर बढ़ने लगते हैं। उस घर के बारे में कहा जाता था कि जो भी उस घर में जाता है वह बापस नहीं आता है।
दोनों व्यक्ति आवाज देते हुए जैसे ही उस घर के दरवाजे को खोलने के लिए अपना हाथ बढ़ाते हैं इससे पहले ही दरबाजा अपने आप खुल गया।

दोनों घर के अंदर घुस कर आवाज लगा कर ढूंढने लगे। लेकिन वहां कोई नहीं था।
तभी दोनों को पीछे से एक कमरे से किसी महिला के रोने की आवाज सुनाई दी।
डरते हुए एक व्यक्ति ने उस कमरे का दरवाजा खोल दिया। दरबाजा खुलते ही किसी ने उसे अंदर खींच लिया।
पास में खड़ा दूसरा व्यक्ति चीखते हुए बाहर की तरफ दौड़ा।
तभी बाहर का गेट भी अपने आप बंद हो जाता है। वह व्यक्ति गेट को खोलने की कोशिश करने लगा। लेकिन गेट नहीं खुला। वह बाहर खड़े लोगों से बचाने के लिए आवाज लगाने लगा लेकिन डर से उसे कोई बचाने नहीं आया ।
तभी उसे पीछे से एक शैतान आता दिखाई दिया। वह शैतान जिन्नात ही था। जिसने उस व्यक्ति को मार डाला।


भीड़ डर कर वहां से भाग गई।


दूसरे दिन गाँव के सभी लोग सिगारपुर के सरपंच से उस मनहूस घर की शिकायत करने लगे। क्योंकि उस घर की वजह से गाँव के अन्य घरों से बर्तन, जेवर और बच्चे बीमार पड़ने लगे थे।
सभी लोग उस घर को जलाने की बात सरपंच से कहते हैं।


तभी वहां जावेद आ जाता है। वह घर जावेद का था। वह जॉब के लिए दुबई गया था। उस घर में जावेद की बीबी और उसकी पत्नी रहती थी।


कहानी अगले भाग तक जारी रहेगी....... (to be continued 👻 ♥️)

(©SSR'S Original हॉरर)
💕 राधे राधे 🙏🏻 ♥️