कॉंन्ट्रैक्ट मैरिज - 18 Mini द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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कॉंन्ट्रैक्ट मैरिज - 18

हॉस्टल कमरे में....
 
हिना अक्षा कि बात सुनकर तसल्ली देती है और कहती हैं " रणविजय आएगा तो तुम सब बातें बता देना वो विक्रम को जरूर सजा देगा ,तुम सिर्फ कल के ऑडिशन के बारे में सोचो ..!!
 
अक्षा हिना के हिना के बात पर विश्वास नहीं हुआ क्योंकि वो रणविजय को भी अच्छी तरह नहीं जानती है उसे तो एक सप्ताह ही हुए हैं मुंबई में आए हुए पर रणविजय ने कभी उससे बतमीजी नहीं किया था वो सोचते हुए बिस्तर पर लेटे लेटे सो गई ....
 
इधर ....
 
विक्रम गाड़ी ड्राइव करते सोचा अक्षा के काटे और नाखून गड़ाने से बच निकली थी आज पहली बार किसी शिकार ने उसे मत दिया था इसलिए वो बेहद बौखला गया था फिर उसने फोन किया किसी को रिसिव हुआ और फोन पर गुस्से से बोला " माया तुम होटल के मेरे कमरे में मिलो आज रात मेरे साथ रहना है तुम्हें आई बात समझ में ...
 
माया ने फोन कट हुआ तो बोली " हूम्म बड़ा रावत एम्पायर का मालिक समझता है अपने आप को ये ,चलो आज पता नहीं किसकी गुस्सा मेरे नाजुक बदन पर निकलेगी चलो नहीं तो ऐशो आराम कि जिंदगी कहा मिलेगी माया एक यही बकरा तो जमकर मेरी जवानी पर पैसे लुटाता है और रस भी लेता है चलो वैसे भी वो गुस्से में है ,वो जल्दी से अपने कमरे के बिस्तर से उठी और तैयार हुई खूब परफ्यूम लगाकर होंठों पर रेड लिपस्टिक और मेकअप भरपूर किया फिर शेल्फ से एक भड़काऊ ड्रेस निकाल कर पहनी और पैर पर सैंडिल चढ़ाई और जल्दी से कमरे से निकल गई ....
 
 
भोपाल...
 
शमशेर और रहमान आसपास को देखता है इस वक्त सड़क सुनसान था आते जाते कोई नहीं दिख रहा था वो लोग उस गाड़ी के पास आया वो लोग आपस में बात कर रहे थे " पता नहीं इस गाड़ी में कितने लोग हैं,, और गाड़ी के पास पहुंचकर देखता है गाड़ी की हेड नीचे और चक्का ऊपर रहता है तो नीचे बैठकर आवाज लगाते हुए ..तभी जोरदार स्पार्किंग होता है और लाइट फूटती तो वो दोनों डरकर थोड़ी दूर होता है और कहता है शमशेर अजान भाईजान ने कहां फंसा दिया हमें ..!!
 
दूर खड़ी गाड़ी में बैठे अजान खान शमशेर और रहमान को देखकर गाड़ी से उतर कर वहां आया और बोले "या खुदा तुम लोग कितने डरपोक इंसान हो कोई मर रहा है और तुम दोनों दूर से तांक रहे हो फिर वो झिड़क कर खुद ही गाड़ी के पास आया और आवाज लगाई
 
" हेलो ..हेलो आर यू देयर हेलो ,,यू देयर फिर उसने नीचे विंडो से झांकता है तो एक लड़की दिखाई देती है जिसकी कपड़े लाइट में चमक रहा होता है...
 
"अजान ने जल्दी से अपने जेब से मोबाइल निकालकर टॉर्च ऑन करके गाड़ी के अंदर देखने लगा तो उसमें एक लड़की बैठी दिखाई दिया जो बहुत ही सुन्दर से रेड कलर की कपड़े पहनी हुई है और खून से लथपथ बहुत बुरी तरह से फंसी हुई लंबी-लंबी सांसें ले रही है , वो विचलित हो गया और उसके मुंह से सहसा ही निकला "या अल्लाह ... अजान जल्दी से विंडो के टूटी हुई शीशे के अंदर हाथ डालकर दरवाजा खोला , और कहा ,"जल्दी अपना हाथ दीजिए मोहतरमा (उस लड़की को अपना हाथ देते हुए बोला) फिर जब वो लड़की चुपचाप देख रही थी उसके हाथ हरकत नहीं किया तो अजान ने खुद ही उस लड़की को खिंचा अपने तरफ लेकिन उस लड़की के दोनों पैर बुरी तरह फंसे थे अजान खान अंदर जाने की सोचने लगे और उस लड़की को बोला "मैं कुछ करता हुं आप घबराएं ना , फिर शमशेर से कहता है "शमशेर, रहमान तुम दोनों क्या देख रहे हो मदद के लिए आओ , तुम दोनों उस तरफ जाओ गाड़ी के देखो मोहतरमा की पैर फंसी है निकलाने लगो जाओ जल्दी वो चिल्लाया तो शमशेर और रहमान घबरा कर गाड़ी के दूसरी ओर गया और खिड़कियां तोड़ कर फंसे पैर को निकालने लगा ..
 
 
शमशेर ओर रहमान पास आकर बोले भाईजान उस गाड़ी पर नज़र डालिए देखिए तो पेट्रोल की रिसाव हो रहा है और गाड़ी में स्पार्किंग तेज होने लगी है
अब यहां इस गाड़ी के पास रुकना खतरे से खाली नहीं लग रहा इसलिए चलिए आप !!
 
अजान खान आंखों फैला कर शमशेर को देखा बुरी तरह से घूरकर तो शमशेर डर गया और चुपचाप खड़े हो गया सिर झुकाए ..!!
 
अजान खान नाम है मेरा मुश्किल हालातों से खेलना सीखा है मैंने वो बेबस मोहतरमा को मदद कि जरूरत है हमारी गाड़ी से टकराकर उस मासूम की जान खतरे में आई है ऐसे ही छोड़ कर नहीं जा सकते , फिर अजान ने उस लड़की के मासूम चेहरे पर नज़र डाली वो लड़की बेहोश होते अपने हाथ अजान के तरफ धीरे से मदद मांगने हाथ बढ़ा दिया और अपनी बड़ी-बड़ी आंखों से बेचारगी का आलम बता दिया उसने नज़र अजान के तरफ ही देखते हुए अपनी आंखों को बंद किया ...
 
अजान उसकी दैनीय स्तिथि को देखकर मदद करने के लिए बिल्कुल डरा नहीं और खुद भी गाड़ी के अंदर पेट के बल आया और स्टेयरिंग में हाथ डालने उस लड़की के करीब गया और उस लड़की के पैर को निकालने लगा फिर हालत नाज़ुक देखकर शमशेर को चिल्लाया " जाओ जल्दी इसकी मदद करो वरना तुम दोनों का बुरा हाल कर दूंगा ...अजान की धमकी सुनकर शमशेर और रहमान घबरा कर गाड़ी के दूसरी ओर गया और खिड़कियां तोड़ कर स्टेयरिंग में फंसे पैर को निकालने लगा ..
 
गाड़ी पर स्पार्किंग तेज हो गया वो एक दो सेकंड में फट जाएगा ऐसा लग रहा था ..!!
 
 
अजान लड़की को अपने तरफ खींचा उधर से शमशेर और रहमान ने स्टेरिंग से पैर खींचा ,इधर अजान ने लड़की को बांहों में भर कर अपने तरफ खींचा तो वो आसानी से उसके बांहों में बेहोश के आलम में आई ,अजान जल्दी से बाहर लाया गाड़ी के और अपनी गोद में उठाकर तेज कदमों से उस गाड़ी के पास से निकलकर अपने गाड़ी के तरफ जाने लगा तो शमशेर और रहमान भी जल्दी से उस गाड़ी के पास से हटा ..
 
वो लोग कुछ चार पांच दूर कदम रखे ही थे कि वो उल्टी पड़ी गाड़ी तेज धमाके के साथ ब्लास्ट होता है, उस गाड़ी के कई तूकड़े होकर इधर-उधर बिखर जाते है, और जो बचता है उसमें आग धू धू कर तेजी से जलता है ...!!
 
अजान उस गाड़ी को पीछे पलटकर देखता है फिर उस लड़की को देखकर बोला " एक सेकंड भी देर करता तो इस लड़की की जान के साथ हमारी भी जान जानी थी शुक्र है अल्लाह की उसने अपनी गाड़ी के पीछे दरवाजे को खोलकर उसे आराम से लेटा दिया और उस लड़की को आवाज देते उसके गालों को हल्का थपथपाते उठाने की कोशिश करता है "हेलो .. मोहतरमा क्या आप हमारी बात सुन रही है .. वो नहीं उठी और ना कोई हरकत किया तो अजान दरवाजा बंद किया गाड़ी की पीछे शमशेर और रहमान खड़े थे ,अजान ने देखा अपने हाथ को उस लड़की के खून से सने हुए थे फिर उसने अपने हाथ और कपड़े को देखकर खून को पैंट पर रगड़ दिया और बोला "शमशेर , रहमान तुम दोनों "अख्तर साहब के जश्न में शामिल हो जाओ जाकर और मुझे याद करें तो कह देना दिल्ली से डेलिगेट्स आए हैं तो मीटिंग में बिजी हैं शायद ही आ पाए और दादी अम्मी ,खाला जान को भी यही एसक्यूस देना मैं इस मोहतरमा को हॉस्पिटल ले जा रहा हुं ..
 
शमशेर ने कहा "भाईजान अख्तर साहब कहां मानेंगे और नानी जान बहुत नाराज़ हो जाएंगी आपसे..!!
 
अजान ने फिर कहा गंभीर होकर "शमशेर अभी सबको सच बताने से परेशान हो जाएंगे , मैं नहीं चाहता दादी अम्मी के सेहत पर असर हो वो खा मां खा परेशान हो जाएंगी , ये केस एक्सिडेंट कि है तो पुलिस कार्रवाई भी हो सकती है इसलिए मैं हॉस्पिटल जा रहा हुं ताकि हालात को काबू कर सकूं , फिर उसने अपने जेब से फोन निकालकर कर गाड़ी के ड्राइविंग सीट पर बैठते हुए फोन लगाया और गाड़ी स्टार्ट किया और वहां से निकलता है ...
 
शमशेर और रहमान भी वहां से अपने गाड़ी में निकलता है ..!!
 
 
 
अजान खान कि फोन का रिंग जाता है सामने से पिक हुआ" हेलो की आवाज आई ..
 
 
अजान ने कहा "हेलो डॉक्टर चचा मैं अजान खान एक एक्सिडेंट का एक पेशेंट लेकर आ रहा हूं आपके नर्सिंग होम पर प्लीज़ इसे देख ले मैं सीधे ही मेन केज्वटी गेट पर आता हुं आप ज़रा नज़र रखना वहां कोई आपके आदमी के सिवाय कोई ना हो आप तैयार रहिएगा और पुलिस हो तो दूर रहें ..!!
 
डॉक्टर चचा ने कहा " मियां अजान आपसे एक्सिडेंट तो नहीं हुआ आजकल पुलिस बहुत एक्टिंव हो गई है वो जल्दी ऐसे केस को पेचिदा बना देती हैं ..
 
 
मुंबई में..
 
विक्रम कमरे में आया और माया को देखकर थोड़ा गुस्सा कम हुआ ,माया भड़काऊ ड्रेस में शराब के ग्लास तैयार रखी थी तो विक्रम ने वो जल्दी से ग्लास लिया और पीते हुए कहा " चलो अब तुम मुझे अपने कोमल हाथों से गर्म करो ताकि जल्दी एक्साइटमेंट में आऊं ,माया ने वैसे ही किया और विक्रम के कपड़े प्यार से उतारने लगी विक्रम कि उसी समय फोन आने लगा उसने जेब से फोन निकाला और स्क्रीन पर देखा नाम तो उसकी मॉम की थी उसने फोन को वाइब्रेंट में रखकर सोफे पर फोन फेंक दिया और माया को गोद में उठाकर बिस्तर पर ले गया और अपने मन कि मनमानियां माया के जिस्म पर करने लगा कुछ देर में दोनों न्यूड हो गये और माया ने सिसकारियां भरने लगी ,माया के सिसकियों ने विक्रम को उग्र बना दिया वो अक्षा से बदला लेने के इच्छा में माया पर निकालने लगा ...
 
कहानी जारी है...