इंटरनेट वाला लव - 66 Mehul Pasaya द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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इंटरनेट वाला लव - 66

हा चलो अब मिलते है बाद में. मुझे और भी काम है. ओके मिस्टर संतोष शर्मा. एंड सॉरी अगर मेरे से कुछ गलत बोला गया हो तो माफ करना.


अरे सर कोई बात नही इट्स ओके.


कुछ देर बाद...


अच्छा अच्छा सुनो मिस भूमि अब तो हमने आपको हा करदी है. अब तो हमे जाने दो. बहार लोगो को खड़ा किया हुआ हैं यार. उनको अंदर भी बुलाना है.


हा हा ठीक है. अब उनको बुला लो.


सेक्युरेटी अब सबको अंदर बुला लो.


हा सर अभी भेज ता हु. हेल्लो एवरीवन सर अब आप सभी को बुला रहे है. अब आप जाइए.


अच्छा अब हमे भी कोई बताएगा कि यहा पर क्या क्या बाते हुई थी.


जी आप इस डॉक्टर जी से पूछ लीजिए आंटी जी हम तो चले. हमे जरूरी काम याद आया है. वो निपटा कर आता हु. ओके प्लीज़ आइए और अपनी बेटी का खयाल रखो.


हा लेकिन बेटा जी आप किधर जा रहे हो. थोड़ी देर तो रुक जाओ. भूमी बेटी तुम तो बताओ क्या हुआ है. हम ऐसे डायरेक्ट डॉक्टर को नही पूछ सकते. तुम ही बता दो.


हा मम्मी आपको जरूर बताया जाएगा. पर वो सब आपको डोक्टर ही बताएंगे. डॉक्टर सर बताओ. हम तीनो के बीच में में क्या क्या बाते हुई.


अरे मिस भूमि आप ये किस चीज में फसा रहे हो. मेरा काम सिर्फ बीमार लोगों के हाल चाल बताने के लिए है. ऐसे किसी की पर्सनॉली में किसी की जानकारी नहीं देता. नो आई एम सॉरी.


अरे सर इतना क्या भाव खा रहे हो. अब में अपनी बात खुद कैसे बताऊं. आप ही बताओ.


अच्छा ठीक है. में बताता हु. दरअसल सिस्टर. आपकी बेटी को ना मिस्टर हितेश से प्यार हो गया है. वही हितेश जो अभी आपके सामने से हो कर गए.


क्या ये क्या कह रहे है. डॉक्टर साहब आप. लेकिन जब उस लड़की ने पूछा तो दोनो बड़ी आराम से मना कर रहे है. की नही हमारे बीच ऐसा कुछ नही है.


वो सब तो पता नहीं पर. अभी जो इन दोनो के बीच में को बाते हुई है. में तो सिर्फ़ वही बता रहा हु.


अच्छा लेकिन हमे तो इतने वक्त में कोई चीज नजर नहीं आई. ना इन लोगों के नखरे ना कुछ भी सबूत इशारा विशारा वगेरा.


नही मम्मी ये अभी कुछ दिनों की ही बात है. ज्यादा लंबी नही है. अभी 10-15 दिन की ही बात है. और फाइनली मुझे सब्र नहीं रहा. और मेने जस्ट अभी बोल दिया.


ओहो तो ये बात है. ए लड़की तुम ना अब कुछ ज्यादा ही. मनमानी करने लगी हो. तुम ऐसे कैसे कर सकती हो. में तुम्हारे पापा को अभी कॉल करती हू. वो नीचे है. आते ही होंगे. और बताऊंगी की अभी के अभी तुझे घर ले जाइए और शादी के लिए किसी लड़के को ढूंढवाई. अब लड़की हाथ से गई रे बाबा.


मम्मी आप ऐसा क्यों कह रहे हो मेने ऐसी तो क्या गलती कर दी. मेने तो सिर्फ एक आरजू रखी है एक व्यक्ति के आगे.


लेकिन ये आरजू तेरी अलग है. इस तेरी आरजू के पीछे हमारी इज्जत भी तो छुपी हुई है. हमारी इज्जत के बारे में भी तो सोच. हा में मानती हु. की तुम्हारे बॉस एक अच्छे इंसान है. पर लोग क्या कहेंगे. ये देखो लड़की बॉस के साथ ही चक्कर चला रही है.


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