Tanmay - In search of his Mother - 12 books and stories free download online pdf in Hindi

Tanmay - In search of his Mother - 12

12

एक रात

 

रुद्राक्ष के कहने पर शिवांगी ने रेवती को पुलिस स्टेशन बुला लिया है। छरहरी काया, कंधे तक झूलते बाल, साँवला रंग, भूरी आँखें। उसे  देखकर उसकी उम्र का अंदाज़ा लगाना भी मुश्किल था। वह पुलिस स्टेशन को ध्यान से  देख रहीं है। तभी  रूपम ने आकर पूछा, मैडम चाय पियेंगी आप ? रेवती ने अपनी घड़ी की तरफ़  देखते  हुए कहा, मैं चाय नहीं पीती, कॉफ़ी हो तो ला  दो।

 

यह कोई होटल नहीं है  मैडम। यह सुनकर रेवती ने मुँह  बना लिया और फ़िर  खींझते हुए बोली,

 

तुम्हारे सर कब आएंगे?

 

यह  देखो ! वो आ गए । उसने देखा कि रुदाक्ष के साथ एक महिला अफसर भी चली आ रहीं है। रुद्राक्ष जैसे ही अपनी कुर्सी पर बैठा, रेवती बोल पड़ी,

 

मिस्टर रुद्राक्ष, मैं काफ़ी  देर से वेट कर रहीं  हूँ।

 

तो ? हमने भी आपका बहुत इंतज़ार किया ? नैना मिसिंग केस के बारे में  जानती है, आप ?

 

हाँ, मैं ख़ुद  नैना के लिए परेशान हूँ, पता नहीं, कहाँ  होगी वो । उसने  उदास होते हुए कहा।

 

अभिमन्यु के नैना के साथ कैसे सम्बन्ध थें ?

 

 वो  नैना को  बहुत प्यार करता था।

 

मतलब ? अब नहीं करता?

 

आप गलत समझ रहें है, मेरा मतलब है कि  प्यार ही करता है , मगर कुछ टाइम से  दोनों के बीच काफ़ी  अनबन चल रहीं  थीं।

 

नैना उससे  डाइवोर्स लेना चाहती थीं ?

 

अच्छा ? मुझे नहीं पता । उसने हैरान होते हुए कहा।

 

नैना की ज़िन्दगी में  क्या कभी कोई और था ?

 

मैं और नैना अच्छे दोस्त थें पर  नैना  मुझसे ज़्यादा  पर्सनल बातें नहीं करती थीं, मेरा मतलब है कि मैं उसे जितना अपने बारे में  बताती थीं  वो उस हिसाब से नहीं बताती थीं। कभी अभिमन्यु के बारे में  बात कर ली तो कर ली, मगर ज़्यादा  कुछ नहीं।

 

आपको अभिमन्यु कैसे लगते है ?

 

मुझे तो समझ नहीं आता कि  नैना ने उससे शादी क्यों की ? प्यार अंधा  होता है, फिर तो ठीक ही है।

 

क्यों ? आपको नहीं पता मिस्टर सिंह भी काफ़ी  रंगीन मिज़ाज़ शख़्स है।

 

अच्छा ! आजकल किसी भी मर्द के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता पर मैं उसे महा बेवकूफ कहूँगी, जो अपनी इतनी अच्छी बीवी की केयर  नहीं कर पाया।

 

मैंने सुना है, आप अभिमन्यु को पसंद नहीं करती है।

 

मुझे वो वाहियात लगता थाI

 

कोई ख़ास वजह ?

 

उसने गहरी साँस ली और फ़िर  सोचते हुए बोली,  नहींI

 

देखिये, हमसे कुछ मत छुपाये, नैना के केस में छोटी से छोटी बात भी इम्पोर्टेन्ट हैI

 

उसकी मेरे एक्स हस्बैंड से ज़्यादा बनती थींI उसने इत्मीनान से ज़वाब दिया I

 

एनीवे आपके सवाल हो गए तो मैं चलो।

 

हम आपको दोबारा याद कर सकते हैं।

 

रेवती ने मुस्कुराते हुए उसे देखा, मगर कहा कुछ नहीं। उसके जाते ही रुद्राक्ष शिवांगी से बोल पड़ा, तुम्हें  क्या लगता है?

 

मुझे लगता है कि  शायद हमसे कुछ छुपा रहीं  हैं।

 

इसकी कुंडली पता की।

 

डिवोर्सी है, किसी रंजन मलिक  के साथ लिव इन  में  रह  रहीं  हैं। बिज़नेस की वजह से नैना के साथ  दोस्ती हुई।

 

रुद्राक्ष ने गहरी साँस ली और फ़िर  कुछ सोचते हुए बोला, इस पर नज़र रखो।

 

 

प्रिया  अभिमन्यु के साथ उसके घर आ गई ।  अभिमन्यु ने उसे  बैठने के लिए कहा और  फ़िर किचन की तरफ़  चला गया। थोड़ी देर में  वह  हाथ में  ड्रिंक लिए आ गया और ड्रिंक उसे पकड़ाते हुए बोला,

 

आज के लिए थैंक्स ।

 

कैसी बातें कर रहें हो अभि, मैंने कुछ ख़ास नहीं किया।

 

नहीं यार, पहले  ज़मानत, फ़िर अच्छा सा डिनर । आज बहुत दिनों के बाद थोड़ा रिलैक्स हुआ हूँ। उसने ड्रिंक पीते  हुए कहा।

 

कोई ज़मानत नहीं हुई, उनके पास कोई वैलिड अरेस्ट वारंट नहीं था। वो तो बस तुम्हें  परेशान कर रहें थें। प्रिया ने भी ड्रिंक पीना शुरू कर दिया।

 

नैना ने क्या दिन दिखा दिए है, मुझे। मैं सचमुच बहुत थक चुका  हूँ। अब  उसने अपने खाली गिलास को भरा और एक झटके में  सारा ड्रिंक पी गया और फ़िर  देखते ही देखते वह  तीन से चार गिलास पी  गया।

 

बस करो अभि , तन्मय  तुम्हे ऐसे देखेंगा  तो क्या सोचेगा ?

 

वो आज की रात अपने दोस्त राघव के यहाँ रुकने वाला है और मैं  हमेशा की तरह अकेला हूँ। अब उसकी आवाज़ भारी हो गई । प्रिया ने उसके हाथों से  ड्रिंक लिया और  उसका हाथ पकड़ते हुए बोली, चलो ! तुम्हें बैडरूम में  छोड़ आओ। अब सो जाओ, तुम्हें  नींद की जरूरत है। उसने अभि को सोफे पर से उठा लिया और उसे लेकर बैडरूम की तरफ़  बढ़ गई । कमरे में  पहुँचते ही उसने  अभि को बेड  पर लिटाया और जब वह जाने को हुई  तो उसने उसका हाथ पकड़कर अपनी  तरफ़  खींच लिया। अभी मत जाओ, प्रिया। थोड़ी देर मेरे पास रहो। मुझे तन्हा रहने से डर लगता है। प्रिया ने उसकी तरफ देखा तो उसे अभि  से  हमदर्दी होने लगी। मगर उसने टाइम देखा तो वह अपना हाथ छुड़ाते हुए बोली, बहुत देर हो चुकी, मुझे चलना होगा। नशे में  धुत्त अभि  ने उसका हाथ  खींचकर  उसे अपने बिस्तर पर गिरा दिया और खुद उसके ऊपर हो गया।

 

क्या कर रहें हो अभि ?

 

प्रिया ने उठना चाहा, मगर अभि  ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली। प्रिया कहीं मत जाओ, यह  कहते ही उसने प्रिया के होंठो को चूमना शुरू कर दिया। फ़िर  वह बेतहाशा प्रिया के बदन को चूमने लगा। प्रिया भी उसके स्पर्श से पिखलती चली गई और दोनों एक दूसरे से लिपटते चले गए। अब अभि ने प्रिया के कपड़े उतारने  शुरू किए और प्रिया  ने भी अभि  के शर्ट के बटन खोल  दिए। अब दोनों कुछ देर तक एक दूसरे के बदन को  सहलाते रहें और फिर दोनों चरम सुख का आनंद लेते हुए एक दूसरे में  खोते चले गए।

 

मालिनी ने खाना डिनर टेबल पर लगा दिया। मगर राजीव तो अपने लैपटॉप पर नैना की वेबसाइट देख रहा है। उस वेबसाइट  पर  नैना की मॉडलिंग वाली कुछ तस्वीरें को प्यार से देखते हुए उसके चेहरे पर मुस्कान  आ जाती है। तभी एक विचार उसे परेशान  कर देता है, कहाँ हो नैना ? किसके साथ हो ? कौन था वो  जिसके साथ तुम गाड़ी में  बैठी थीं। तभी वह बेचैन होते हुए बोला, मुझे पता लगाना ही पड़ेगा। चाहे कुछ भी हों।

 

सुबह के आठ बजे हैं, घड़ी  के अलार्म के साथ  प्रिया की आँख खुल  गई । उसने ख़ुद को अभि  की बाँहो  से अलग किया और अपना फ़ोन देखा तो उसमे जतिन की  पंद्रह मिस कॉल थीं और उसके  व्हाट्सअप पर जतिन के ढेरो मैसेज आए हुए थें।

 

ओह नो। उसने बिस्तर से  उठकर जल्दी से अपने कपड़े  पहने। फिर एक सरसरी सी नज़र सोए  हुए अभि पर डाली और फिर तेज़ी से बैडरूम से निकलती  हुई  बाहर की तरफ़  जाने लगी।  जैसे ही उसने दरवाज़ा खोला तो देखा कि  सामने एक बच्चा खड़ा है। वह हैरान होते हुए बोली, तुम ?

 

मैं तन्मय , आप कौन है ?

 

तन्मय को देखकर  उसके होश उड़ गए। उसे समझ नहीं आया कि वह क्या ज़वाब  दें ।

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