जिन्नातों की सच्ची कहानियाँ - भाग 13 सोनू समाधिया रसिक द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • कोन थी वो?

    वो इक खाब है या हकीकत ये लफ्जों में बयान ना कर सकता है पता न...

  • क से कुत्ते

    हर कुत्ते का दिन आता है, ये कहावत पुरानी है,हर कोई न्याय पात...

  • दिल से दिल तक- 7

    (part-7)अब राहुल भी चिड़चिड़ा सा होने लगा था. एक तो आभा की ब...

  • Venom Mafiya - 1

    पुणे की सड़कों पर रात की ठंडी हवा चल रही थी। चारों ओर सन्नाटा...

  • बारिश की बूंदें और वो - भाग 6

    तकरार एक दिन, आदित्य ने स्नेहा से गंभीरता से कहा, "क्या हम इ...

श्रेणी
शेयर करे

जिन्नातों की सच्ची कहानियाँ - भाग 13

अध्याय - 13
(जिन्नात का बदला
)

By Mr. Sonu Samadhiya Rasik



---: कहानी :---


ये वाक्या आज से 40 वर्ष पहले का है। उन दिनों up के फतेहपुर जिले में जिन्नातों का बोलबाला था। इतना ही नहीं वो रूबरू इंसानों पर हमला भी करते थे।
ऎसी ही एक घटना ने हिना नाम की लड़की की जिन्दगी को खौफनाक बना दिया था।

हिना 6 महीने पहले ही दूसरे शहर से शादी करके फतेहपुर आई थी। उसका शौहर जावेद इलाहाबाद में जॉब करता था। लेकिन हिना कुछ ही दिनों में अपने मोहल्ले में अपनी एजुकेशन को लेकर मशहूर हो गई थी।

पड़ोस में रहने वाले मर्द और औरतें पढ़ाई को लेकर कोई भी मसला होता तो वो हिना से ही हल करवाते।

एक दिन हिना के घर एक नकाबपोश औरत आती है, वह अपना नाम जीनत बताती हैं।
वह हिना को साथ ले जाने के लिए आई थी। उसका कहना था कि उसकी लड़की खुर्शीद बीमार है और वह कम पढ़ी लिखी है तो हिना डॉक्टर से बात कर ले।

हिना, अपनी सास की इजाजत लेकर उस नकाबपोश औरत के साथ शहर के बाहर एक पुराने घर में पहुंच जाती है।
हिना को घर के अन्दर अचानक से तेज खुश्बू और गर्मी महसूस होती है।

जब हिना जीनत से इसकी वजह पूछती है तो जीनत बताती है कि हमें खुश्बू पसंद और गर्मी हमारी जिंदगी।
हिना को कुछ अजीब सा लगा । तभी जीनत अपना असली रूप दिखाती है। वह कोई आम औरत नहीं बल्कि एक जिन्नातिन थी।

वह हिना को अपनी दुनिया में ले जाती है। जहाँ पर हिना को पता चलता है कि पिछली शाम को उससे गलती से जिन्नात की बेटी खुर्शीद चोटिल हो गई थी। क्योंकि खुर्शीद बिल्ली के रूप में थी।

जिन्नातों ने इसका बदला लेने के लिए हिना को कैद कर लिया था।


जावेद हिना को लेने के लिए उस पुराने घर में जाता है तो जिन्नात उसे डराकर वहां से भगा देता है। इसके बाद जावेद हिना को छुड़ाने के लिए पीर बाबा के पास जाता है। तो पीर बाबा उसे एक अम्ल बताते हैं और अगली रात को 12 बजे के बाद उस घर में जाकर सूर - ए - जिन्न पढ़ने के लिए बोल देते हैं।


रात के 12 बजे के बाद जावेद उस घर में हिना को लेने के लिए पहुंच जाता है और सूर - ए - जिन्न हो पूरा पढ़े ही बिना हिना को अपने घर ले आया।
लेकिन जावेद को ये नहीं पता था कि वो जिसको लेकर आया था वो हिना नहीं बल्कि एक जिन्नातिन है,

और एक रात वह जिन्नातिन जावेद की माँ को मार देती है। लेकिन जावेद को कुछ पता नहीं चल पाया कि उसकी अम्मी को किसने मारा है।

उसके बाद एक दिन जावेद के सामने हिना की सच्चाई आती है जब हिना एक जिंदा बकरी को मार कर उसका खून पी लेती है।

जावेद सहायता के लिए फिर से उस पीर बाबा के पास पहुंच जाता है।
तो वह पीर बाबा के साथ उस पुराने घर में पहुंच जाता है।
इसी दौरान जिन्नात धोखे से जावेद पर हमला करते हैं लेकिन पीर बाबा हिना और जावेद को सही सलामत बचा लेते हैं।

क्रमशः.............

राधे राधे 🙏
©SSR ❤️ 🌹