जिन्नातों की सच्ची कहानियाँ - भाग 12 सोनू समाधिया रसिक द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
श्रेणी
शेयर करे

जिन्नातों की सच्ची कहानियाँ - भाग 12

अध्याय - 12
(खूबसूरत जिन्न)


By Mr. Sonu Samadhiya Rasik


---: कहानी :---


दोस्तो,
यह कहानी जिन्न और इंसान के इश्क़ की दास्तां है।
यह कहानी लखनऊ के रहने वाले खुदा के नेक बंदे अर्फरात अली की है।
वो अपने परिवार के साथ खुशहाल जिंदगी जी रहे थे।
उनका निकाह, उनकी खाला की बेटी आमरा के साथ होने वाला था।
एक दिन वो किसी काम के सिलसिले में हैदराबाद गये।

जहाँ पर उनकी जिंदगी में बहुत बड़ा बदलाव आने वाला था।
दोपहर के वक़्त अर्फरात अली सड़क के किनारे दोपहर की नमाज अदा करने लगते हैं।
नमाज के बाद अर्फरात अली को महसूस होता है कि जैसे कोई उनपर नजर रख रहा हो। उन्होने देखा कि सड़क पर कुछ दूरी पर एक नकाब पहने एक खूबसूरत लड़की उनकी ओर देख रही है।

वो कुछ समझ पाते तभी वह लड़की भाग कर उनकी ओर आती है और धक्का देकर उन्हे दूसरी तरफ ले जा कर ऊपर से गिर रहे पत्थर से बचा लेती है।

वह लड़की बेहोश हो कर अर्फरात मियां की बाहों में गिर जाती है। जब वह लड़की अपने नकाब को हटाती है तो अर्फरात उसकी खूबसूरती के कायल हो जातें हैं।

घर पर सभी लोग अर्फरात मियां का इंतजार कर रहे थे क्योंकि घर पर उनके निकाह की सारी तैयारियां हो चुकी थी।

लेकिन अर्फरात मियां जब घर पहुँचते हैं तो वो अपने फलक के साथ निकाह के फैसले से सबको हैरान कर देते हैं।
जब आमरा इसका विरोध करती है तो वह फ़लक की आंखों में देख कर बेहोश हो जाती है।


एक बार जब अर्फरात का भांजा जुबैर बहुत बीमार पड़ जाता है, सब घबराने लगते हैं। बाहर तेज़ बरसात होने की वजह से कोई भी डॉक्टर नहीं आ रहा था। तभी फ़लक ने अभिमंत्रित किया हुआ पाक जल जुबैर के शरीर पर लगाया तो वह ठीक हो जाता है।

एक रात फ़लक को नमाज पढ़ते हुए देख लेता है तो फलक कहती है कि वह रात को नमाज इस लिए पढ़ रही है क्योंकि वह दिन में नमाज पढ़ना भूल गई थी।

सुबह जुबैर रात वाली बात सभी को बताता है तो सभी उसे बच्चा समझ कर बात को अनसुना कर देते हैं।

अगली बार रात को अर्फरात की खाला, फ़लक को नमाज पढ़ते हुए देख लेती है तो वह डरकर भागने लगती है। क्यो कि रात को नमाज जिन्न पढ़ते हैं।
फ़लक अर्फरात की खाला को सीड़ियों से गिरा देती है। और उन्हे अपने काबू में कर लेती है जिससे वह बोल नहीं पाती।

इधर आमरा अर्फरात को पाने के लिए काला जादू करवाने के लिए पीर बाबा के पास जाती है तो वहां उसे फ़लक की असलियत पता चल जाती है।
जब सभी को पता चलता है कि फ़लक एक जिन्न है तो सभी उसके खिलाफ हो जाते हैं।
तांत्रिक और सभी फलक के कमरे में पहुंच जाते हैं।
फलक दो अलीमो की ताक़त के बीच कमजोर पड़ चुकी थी।
सभी लोग उससे निजात पाना चाहते थे क्योंकि वह जिन्न थी लेकिन फ़लक अर्फरात से सच्ची मोहब्बत करती थी। बाद में वह किसी को कोई नुकसान पहुंचाए वहाँ से अपनी दुनिया में चली जाती है।

क्रमशः........


राधे राधे 🙏 ©SSR ❤️ 🌹