कॉंन्ट्रैक्ट मैरिज - 7 Mini द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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कॉंन्ट्रैक्ट मैरिज - 7

रणविजय - अपने कठोर आंखों से देखते हुए थोड़ा नरम आवाज में बधाई देते हुए,, many - many cogratuletion विक्रम सिंह तुम्हें जिम्मेदारी मिल रही है रागिनी बुआ के कारण पर याद रखना मेरी नज़र हमेशा तुम पर रहेगी..
 
विक्रम ने रणविजय को घूरकर देखते हुए अपने मन में बड़बड़ाया ,"अब क्या जवाब दूं इसे लगता है जैसे सारी एंपायर इसकी है और हम जो दिन रात कंपनी को समय दे रहे हैं कुछ नहीं ..!!
 
रणविजय ने कहा ," इतना क्या सोच रहा है ..??
 
विक्रम ने कहा ," बिग ब्रदर थैंक्स..!!
 
रणविजय ने चुटकी लेते हुए कहा," कैसा चल रहा है तुम्हारी जासूसी का काम ..??
 
विक्रम ने कंफ्यूज होते हुए कहा ," वाट क्या बोल रहे हैं आप , मैं चलता हूं मॉम इंतजार कर रही होंगे मेरा फिर वो जाने लगता है..!!
 
रणविजय विक्रम को जाते देख फिर वो भी अपने गाड़ी के तरफ चल देता है ..!!
 
 
 
इधर ...
 
अक्षा प्रिंसिपल ऑफिस से रामामूर्ति के साथ बाहर आई तो रामामूर्ति ने पंडित मनोहर देसाई के बारे में पूछा उसने बताया,"दादा जी ठीक है , अभी वो बहुत बिजी हैं , चैरिटी के लिए विदेश दौरे पर रहेंगे ..!!
 
तभी सामने स्टूडेंट्स की भीड़ देखकर रामामूर्ति पास गये और जोर की आवाज में कहा,"क्या हो रहा है यहां ,क्लास जाना छोड़कर..??
 
कुछ स्टूडेंट्स वहां से हटे तो एक लड़का मुर्गा बना बैठा था दो लड़के के सामने और डर से कांप रहा था..
 
पंडित रामामूर्ति ने गुस्से से कहा दो तीन लड़कों को देखकर,"ओह तो बड़े घर का बिगड़ैल सक्षम खुराना और उसके बिगड़ैल दोस्तों ने आज फिर न्यू स्टूडेंट की रैगिंग ले रहा है , कितने बार बोलना होगा ये एक संगीत युनिवर्सिटी हैं यहां रैगिंग का कोई काम नहीं है
 
सक्षम खुराना पलटकर देखा पंडित जी को और तेवर से बोला," सर ये कॉलेज हैं और कॉलेज में थोड़ी मस्ती मज़ाक तो चलती है नहीं तो बोरिंग हो जाएगी कॉलेज आपकी तरह सैड क्लासिक गानों की तरह ..!!
 
पंडित जी रामामूर्ति ने कहा अपने भौंहों को चढ़ाए ,"तुम बतमीज हो ये पूरे कॉलेज को पता है लेकिन संगीत युनिवर्सिटी में खड़े होकर संगीत को बोरिंग कहते शर्म आना चाहिए जिस गिटार को बजाना सीखें हो वो भी स्वर से बजता है ..!!
 
सक्षम के दूसरे दोस्तों ने सक्षम को बोला,"सक्षम चलना यार कहां लगे हो , फिर मुर्गा बने लड़के को उठाते हुए कहा," चल बेटा अब उठ और यहां से निकल जा आज तेरे लिए अधुरा सबक था नेक्स्ट टाइम पूरी सीख मिलेगी .!!
 
अक्षा को ये सब देखकर बुरा लग रहा था उसने भी अपनी भौहों को सिकोड़ कर देख रही थी ,तभी सक्षम ने कहा अक्षा को देखकर ,"हे न्यू एडमिशन ...??
 
पंडित रामामूर्ति से कहा,"यस न्यू एडमिशन लेकिन वेस्टर्न म्यूजिक की नहीं क्लासिकल म्यूजिक स्टूडेंट्स है और तुम तीनों इससे दूर रहना ओके... पंडित जी ने वॉर्निग के लहेजे में बोला और फिर अक्षा से कहा,"अक्षा तुम मेरे साथ आओ चलो अपनी क्लास कि ओर और रामामूर्ति आगे आगे और अक्षा पीछे गई..!!
 
सक्षम ने व्यंग्यात्मक मुस्कान देकर ,"नॉट बैड ,एक और मुर्गी की न्यू एडमिशन क्यो उदय ..?? वो अक्षा को जाते देखकर कहा ..!!
 
उदय और अपने पास खड़े दोस्त को हाई फाई करते हुए कहा,"नकुल .. मुर्गी.... कुंडुक कू
बोला और हंसने लगे... हाहाहाहाहा...!!
 
 
रामामूर्ति अपने क्लास रूम गया और सभी स्टूडेंट्स से अक्षा का परिचय देने लगा...
 
इधर...
 
 
"रणविजय - बड़ी सी मीटिंग हॉल में बैठे हैं अपने सारे मेम्बर के साथ कुछ फाइलों पर डिस्कशन करते ,,,,,
 
"ईशान - अपने हाथ में बंधी घड़ी देखकर , मीटिंग हॉल से बाहर जाता है !
 
शाम 7: 00
 
अडोटेरियम हॉल - प्रेस कॉन्फ्रेंस में बहुत बड़ी संख्या में प्रेस और मीडिया आई रहती है सभी अपने अपने सीट पर बैठते हैं बातों में लगे रहते हैं ..तभी
 
सभी मीडिया के लोग मृत्युंजय को देखकर शांत होते हैं ,,
 
मृत्युंजय - " गुड इवनिंग एवरीवन ,,और टेबल पर कुछ फाइलें को रखकर चेयर पर बैठता है और कहता है,"मैं मृत्युंजय मिस्टर रणधीर रावत के सचिव आप सबको यहां इसलिए बुलाया है कि चेयरमैन ने एक ऑफिशियल एनाउंस मेट किया है , मिस्टर रणधीर रावत अब कंपनी की जिम्मेदारी रणविजय रावत को सौप दिया है आज से उसने अपने पावर ऑफ अटॉर्नी रणविजय रावत के हाथों सौंप दिया है ..
 
सभी मीडिया के लोगों के बीच फुसफुसाहट सुनाई दी
 
मृत्युंजय ने कहा मुस्कुरा कर,"कॉन्फ्रेंस खत्म हुई आप यहां आए धन्यवाद
 
अगले दिन सुबह...
 
नाश्ता के टेबल पर रणविजय बैठा था आज से मिस्टर रणधीर रावत के ऑफिस में जाकर प्रेसिडेंट की चेयर पर बैठने वाले थे तो सुबह से रणविजय का मैनेजर और सेक्रेटरी कुछ फाइल लेकर आए थे वहीं डिस्कशन हो रहा था..
 
अक्षा फोन चलते हुए नाश्ता के टेबल के तरफ आ रही थी ...तभी रणविजय मैनेजर की बात सुनते हुए वो सामने आते हुए अक्षा को देखा .... अक्षा फोन पर ध्यान था वो एक बड़े से पिल्हर को देख नहीं पाई और उस पिल्हर से टकरा कर गिर पड़ी ...
 
रणविजय के साथ मैनेजर और सेक्रेटरी भी देखकर आंखें बंद कर दिया..!!
 
रणविजय के सेक्रेटरी शोभना अक्षा को उठाने आई और हाथ देकर अक्षा को उठाने में मदद किया...
 
रणविजय ने कहा जब अक्षा टेबल के पास आई तो ,"क्या तुम्हें गिरते पड़ते रहने की आदत है क्या इतनी बड़ी बनी पिल्हर दिखाई नहीं दिया ..!!
 
अक्षा ने पहले मैनेजर और सेक्रेटरी को देखी और फिर रणविजय को देखकर बोली,"मैंने सच में नहीं देखा इसलिए टकरा गई और आप जब मुझे देख रहे थे पिल्हर से टकराते तो स्टॉप भी कर सकते थे लेकिन आपको मेरा पिल्हर से टकराते देखना अच्छा लगा हो ..
 
रणविजय ने अक्षा को इग्नोर किया और कहा अपने आदमियों को ,"माधव और शोभना नाश्ता करने बैठो हमें ऑफिस के लिए लेट हो रही है ....
 
इतने में टोनी डिसुजा अपने हेल्पर के साथ एक ट्रॉली लेकर आया और उसमें रखे खाने के बाउल को टेबल पर रखा हेल्पर ने प्लेट निकाले और चारों के सामने रखे दूसरे हेल्पर ने ग्लास रखा और पानी भरा ..!!
फिर टोनी ने अपनी हेल्पर के मदद से सभी को खाना सर्व किया..
 
 
कहानी जारी है....
 
जय श्री कृष्णना 🙏