कॉंन्ट्रैक्ट मैरिज - 11 Mini द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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कॉंन्ट्रैक्ट मैरिज - 11



रावत हाऊस में...


सुबह सुबह

डायनिंग टेबल पर रागिनी और विक्रम की बातें हो रही थी..

विक्रम ने अपनी मां से कहा,"मॉम मैं सच कह रहा हुं आप एक बार मामा जी को रणविजय के विला पर लेकर जाइए और देखिए वहां क्या है ...!!

रागिनी ने विक्रम के बात को ध्यान से सुना और बोली,"विक्की, विजय अच्छे से जानता है उसके जिंदगी का हर फैसला भैया ही करते आएं है आगे भी वही करेंगे इसलिए तुम ज्यादा जासूस मत बनो ..!!

विक्रम ने अपने आंखों को घुमाकर
कहा ,"मॉम मैं जासूस नहीं बन रहा आप दोनों एक बार तो देखकर आओ ...उसी समय

मिस्टर रणधीर रावत स्टीक पकड़कर डायनिंग टेबल पर आया और विक्रम और रागिनी के कुछ बात सुन लिया जब तक एक घर के मेल मेड मिस्टर रावत के पीछे पीछे आया और उसके लिए डायनिंग टेबल की चेयर खिसकाया और रणधीर ने पूछा,"क्या कोई सिरियस मैटर पर बात हो रही है ज़रा हमें भी बताओ ,उसने बैठते हुए पूछा ...!!

रागिनी ने मुस्कुराते हुए बोली,"कुछ नहीं भैया विक्की अपने बिजनेस के बारे में मुझे बता रहा था कि कितनी भाग दौड़ करनी होती है , रागिनी ने सिर हिला कर विक्रम को इशारा करते नहीं बोली..!!

रणधीर रावत ने‌ मुस्कुराते हुए कहा,"विक्की बिजनेस करना आसान नहीं लोग पैसों को देखते हैं लेकिन उसकी पीछे मेहनत और दिमाग के खेल को नहीं समझते यहां कितने घंटों काम करना होता है ये अच्छी बातों को नहीं समझते वेल तुम रणविजय की बिजनेस पर काम कर रहे हो अच्छी बात है,पर याद रखना वो सिर्फ रणविजय का बिजनेस नहीं रावत एम्पायर स्टेट का हिस्सा है वो कंपनी इसलिए उसको जवाबदारी से काम करना ..!!

विक्रम ने मन में बड़बड़ाया और चेहरे पर कुटिलता के भाव आया रणधीर रावत को देखकर," अभी तो सिर्फ रणविजय का बिजनेस और चेयर छिना है मैंने , देखते रहिए मामा जी इस एम्पायर स्टेट को भी छिन लूंगा रणविजय से जिस तरह से उसने मेरा प्यार छिना था मेरी नीलम को अपने प्यार के जाल में फंसाया था उसी तरह जाल में अब रणविजय को फंसाकर इस खानदान और बिजनेस से छिन लूंगा ...

घर के कुछ मेड ने तीनों को प्लेट पर खाना सर्व किया और तीनों खाने पर ध्यान दिया ..!!


खुराना मेंशन में...


यहां भी सभी ब्रेकफास्ट के लिए बैठे थे...

जगत खुराना का फोन आया हुआ था वो रिसिव करके बात करने लगे थे और घर के सदस्य चुपचाप ब्रेकफास्ट एंजॉय करते खाना खा रहे थे , फिर जगत खुराना ने फोन रखा और बोला ,"संजय कल पुणे जाना है हमारी एक कंट्रक्शन चल रही है वहीं से फोन था , वहां कुछ गड़बड़ी है उसे देखने बुलाया है..!!

संजय खुराना ने कहा,"ओके डैड आप टेंशन मत लो ...!!

सनाया खुराना ने शीतल से बोली,"मम्मी जी आप म्यूजिक यूनिवर्सिटी के ऑफिस ज्वाइन कब करेंगी ..??

शीतल ने सनाया से बोली,"इनफैक्ट आज ही से ज्वाइन कर रही हुं, मुझे भी बेताबी है किसी से मिलने की..!!

सक्षम खुराना ने कहा,"मॉम आपने टी सिरिंज कंपनी से बात किया हमारे लिए एल्बम शूट करने के लिए , कॉलेज में बात चल रही है माणिक मल्होत्रा अपने लिए एक म्यूजिक एल्बम बना रहा है कॉलेज के स्टूडेंट के साथ और मुझे पता है वो हमें ये चांस तो देगा नहीं..!!

शीतल ने खाते हुए बोली ,"तुम टेंशन मत लो मैं माणिक मल्होत्रा के बीच इंटरफेयर करूंगी जब मेरा बेटा गिटार अच्छा प्ले करता है तो दूसरा क्यों..!!

सक्षम खुराना बहुत खुश हो गया मॉम की बात सुनकर फिर बोला खड़े होते हुए,"थैंक्स मॉम ,आप कितनी अच्छी,मैं चलता हूं कॉलेज बाय एवरीवन..!!

सनाया ने कहा,"इसे तो आज बहुत जल्दी है कॉलेज की ..!!

संजय ने कहा मुस्कुराते हुए,"हां .. लड़की पटाना भी तो है उसे ..!!

सनाया ने कहा मुस्कुराते हुए,"हां ..अक्षा देसाई मिशन लव ... हाहाहाहाहा ... संजय और सनाया एक दूसरे को देख कर हंसे

इधर ...

रणविजय ऑफिस के लिए निकल रहा था और सीढ़ियों से उतरते हुए उसकी नज़र अक्षा पर पड़ी जो डायनिंग टेबल पर नाश्ता कर रही थी ..

कुछ दूर पर हॉल था जहां रणविजय के दोनों सेक्रेटरी फाइल पर बिज़ी थे रणविजय के इंतजार में ...

रणविजय अक्षा के पास जाते हुए कहा,"मिस अक्षा ये मेरा सेविंग कार्ड है तुम्हारे जरूरत के लिए इसे रख लो ..!!

अक्षा ने सिर ऊपर उठाकर देखा रणविजय को ..

रणविजय ने कहा,"लो ये कार्ड ..!!

अक्षा ने संकुचन से बोली,"नहीं.. नहीं मैं ये कैसे ले सकती हुं , थैंक्स पर ये मुझे नहीं चाहिए और मुझे जरूरत भी नहीं मेरे पास दादा जी के एक कार्ड रखा है ..!!

रणविजय ने अपने आंखें ऊपर किया और बोला,"ओह गॉड ..कैसी बेवकूफ है ..फिर अक्षा को देखकर बोला ,"देखो हमारी शादी चाहे जैसे भी हुई हो पर पंडित जी को लगता है कि तुम मेरी ज़िम्मेदारी हो और मैं हर तरह से तुम्हारी जिम्मेदारी उठा सकता हूं , और अगर तुमने उनके पैसे खर्च किए तो उसे लगेगा मैं लापरवाही बरत रहा हुं तुम्हें लेकर इसलिए मैं किसी से अपने लिए कोई भी गलतफहमी पैदा नहीं होने देना चाहता तुम ये कार्ड रखो और अपने लिए शॉपिंग कर लेना क्योंकि तुम कॉलेज भी तो जाने लगी हो ..!!

अक्षा ने झिझकते हुए वो कार्ड लिया और बोली,"मिस्टर रावत सच में मुझे इसकी जरूरत बिल्कुल भी नहीं है मैं सिर्फ दादा जी के वजह से रख रही हुं..!!

रणविजय अब आगे बढ़ते हुए कहा मुस्कुराते हुए,"ठीक है.. ठीक है तुम्हारी मर्जी ..!!

अक्षा अब तैयार होने अपने कमरे में आई


घर का दरवाजा नॉक हुआ तो टोनी डिसूजा दरवाजा खोला सामने मिस्टर रणधीर रावत और रागिनी बुआ आई थी दोनों अंदर आ ही रहे थे कि अक्षा बैग लेकर आ रही थी ,टोनी डिसूजा को समझ नहीं आया कि वो रणविजय को कैसे बताएं कि मिस्टर रावत और उसकी बुआ आई है ...

रागिनी और मिस्टर रावत हॉल में थे और अक्षा सीढ़ियों से उतर रही थी ..तभी दो घर के मेड सीढ़ियों पर आए ..

अक्षा ने उन दोनों को देखकर मन में सोचा ,'ये लोग जरूर मिस्टर रावत से ताल्लुक रखते हैं , मैं क्या करूं मुझे सच बताना भी नहीं है कि मैं कौन हूं , फिर उसने आते हुए मेड को पूछा,"ये लोग कौन है और इस वक्त क्या करने आए हैं मिस्टर रावत अभी घर पर नहीं है ...!!


मेड लीला ने कहा,"मैम ये लोग हमारे मालिक मिस्टर रावत के पिता हैं और उनकी बुआ है ये लोग आज अचानक ही आए हैं ..!!

अक्षा को भी फोन आया वो स्वीच ऑफ कर दिया और सोची क्या बोले अभी उसे भी तो कॉलेज जाना है ...

कहानी जारी है....

जय श्री कृष्णना 🙏