प्रेम दीवानी आत्मा - भाग 13 Rakesh Rakesh द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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प्रेम दीवानी आत्मा - भाग 13

इसलिए सिद्धार्थ दिवाली तक चुप रहने का फैसला लेता है और जब अंकिता शाम को सिद्धार्थ के घर आकर सिद्धार्थ से कहती है "मैं बहुत उलझन में फंस गई हूं, यह प्रेम बहुत दुखदाई होता है, टोनी के ऑफर के बाद उससे एक पल भी दूर रहना मुझे बहुत मुश्किल लग रहा है, इसलिए मैं अभी इसी समय फोन करके टोनी से कह रही हूं कि मैं आज से ही तुम्हारे साथ लिविंग रिलेशनशिप में रहने के लिए तैयार हूं।" और अंकिता सिद्धार्थ के मना करने के बावजूद उस की परवाह किए बिना डॉक्टर टोनी को फोन कर देती है और डॉक्टर टोनी से सिद्धार्थ के सामने कुछ देर बात करके फोन काट देती है।

सिद्धार्थ अंकिता को अपनी नाराजगी दिखाते हुए कहता है "टोनी से पूरी बात कही क्यों नहीं।"

तब अंकिता सिद्धार्थ से कहती है "कुछ समझ में नहीं आ रहा टोनी कैसा लड़का है, उसे मेरी परवाह है भी या नहीं, क्योंकि उसने शराब पी रखी है और पीछे से एक लड़की की शायद ज्यादा नशा होने के बाद हंसने की आवाज आ रही है, मैं डॉक्टर टोनी की सच्चाई जाने बिना अपने जीवन का इतना बड़ा फैसला कैसे ले लू।"

अंकिता की यह बात सुन कर सिद्धार्थ को थोड़ी सी तसल्ली मिलती है और वह कहता है "मैं भी यही समझा ना चाह रहा हूं, कि तुमे पहले डॉक्टर टोनी के पूरे जीवन की सच्चाई का पता लगाना चाहिए फिर जो तुम्हें अच्छा लगे वो करना क्योंकि यह तुम्हारी पूरी जिंदगी का सवाल है।"

अंकिता सोचती है कि विक्रम डॉक्टर टोनी से सिद्धार्थ की तुलना करो तो दोनों में सिद्धार्थ ही अच्छा लड़का नजर आता है, मुझे सच्चा प्यार करता है, मेरी कितनी कदर करता है और यह पढ़ा लिखा सीधा-साधा समझदार घरेलू युवक है।

यह बात सोचने के बाद अंकिता अपने मन में ठान लेती है कि पहले में सिद्धार्थ के साथ मिलकर डॉक्टर टोनी के जीवन की हर एक छोटी-बड़ी घटना की जानकारी लूंगी, उसके बाद ही अपने जीवन का सबसे बड़ा फैसला करूंगी, फिर दुखी सिद्धार्थ की तरफ देखकर उसे सिद्धार्थ पर बहुत तरस आने लगता है कि अगर सिद्धार्थ किसी लड़की के बारे में मेरे सामने ऐसी बात करता तो मुझे कितना अधिक बुरा लगता मैं तो सिद्धार्थ से उस दिन के बाद मिलना तो दूर बात करना ही छोड़ देती और मुझे पक्का यकीन है कि यह मुझसे सच्चा प्यार करता है, फिर भी मेरी दिल दुखाने वाली बातें सुन कर डॉक्टर टोनी की सच्चाई पता लगाने के लिए मेरा साथ देने के लिए तैयार है कि कहीं डॉक्टर टोनी के चक्कर में फंसकर मेरा जीवन बर्बाद ना हो जाए, सिद्धार्थ की जिस लड़की से शादी होगी वह बहुत ही भाग्यशाली होगी।

फिर सिद्धार्थ कुछ सोच समझ कर अंकिता से कहता है "मैंने डॉक्टर टोनी के जीवन की सारी सच्चाई के बारे में पता लगा लिया है, लेकिन मैं अभी कुछ नहीं बताऊंगा, सुबह जल्दी उठ कर मेरे साथ चलना सब कुछ तुम अपनी आंखों से देखना और अपने कानों से सुनना।"

सिद्धार्थ की यह बात सुनकर अंकिता सिद्धार्थ के गले लगा कर कहती है "सिद्धार्थ सच में तुम बहुत अच्छे हो, तुम मेरी कितनी परवाह करते हो।"

"हां हां यह सब तो ठीक है, लेकिन डॉक्टर टोनी की सच्चाई पता चलने के बाद अगर तुम्हारा दिल टूट गया और तुम ने नंदू भैया की आत्मा की शांति की पूजा में मेरा पूरा साथ नहीं दिया तो सोच लेना, तो मैं पूरे जीवन तुम्हारा चेहरा देखना भी पसंद नहीं करूंगा।"

अंकिता मुस्कुरा कर कहती है "सोच लो फिर जिंदा कैसे रहोगे।"

और दूसरे दिन डरते डरते सिद्धार्थ डॉक्टर टोनी का पर्दाफाश करने के लिए अंकिता को दीपा से मिलवाने लेकर जाता है और बार-बार रास्ते में अंकिता से वचन लेता है कि "नंदू भैया की आत्मा शांति की पूजा में तुम्हें मेरा पूरा साथ देना होगा चाहे डॉक्टर टोनी सच्चा हो या धोखेबाज।"

लेकिन कमजोर कोमल दिल की बहुत ज्यादा भावुक अंकिता पर उसे बिल्कुल भी भरोसा नहीं था कि वह प्यार में धोखा मिलने के बाद नंदू भैया की आत्मा शांति की पूजा में मेरा पूरा साथ देगी या नहीं क्योंकि अंकिता के चेहरे से ऐसा लग रहा था कि अंकिता को खुद अपने ऊपर विश्वास नहीं है कि अगर डॉक्टर टोनी धोखेबाज बेवफा हुआ तो मैं बर्दाश्त कर पाऊंगी या नहीं।

डॉक्टर टोनी की एक्स गर्लफ्रेंड दीपा अंकिता के सामने जब सिद्धार्थ को पहचानने से इन्कार कर देती है तो सिद्धार्थ दीपा से सच्चाई उगलवाने के लिए अपने नंदू भैया की आत्मा को दिल से पुकारता है और जैसे ही नंदू की आत्मा सिद्धार्थ अंकिता दीपा के सामने प्रगट होती है तो अंकिता दीपा डर कर एक साथ सिद्धार्थ के पीछे छुप जाती हैं।

फिर सिद्धार्थ दीपा का हाथ पकड़ कर अपने सामने लाकर कहता है "अगर मेरी एक भी बात का सही-सही जवाब दिया तो यह आत्मा तुम्हारा कुछ भी नहीं बिगड़ेगी अगर एक भी बात झूठ बोली तो उसी समय मेरे नंदू भैया की आत्मा तुम्हारी जान ले लेगी।

नंदू की आत्मा को सिद्धार्थ का कहना मानते हुए देखकर दीपा धोखेबाज लड़कियों का यौन शोषण करने वाले डॉक्टर टोनी के जीवन के बारे में एक-एक बात अंकिता को खुलकर बता देती है।

किंतु प्यार में आंधी अंकिता को कोई पक्का सबूत न मिलने के कारण जब पूरी तरह यकीन नहीं होता कि टोनी धोखेबाज है तो दीपा सिद्धार्थ अंकिता को टोनी के फार्म हाउस पर लेकर जाती है, क्योंकि उस दिन टोनी ने अय्याशी के लिए एक गरीब मजबूर अंजलि नाम की लड़की को अपने फार्म हाउस पर बुला रखा था।

फार्म हाउस पर गिरे हुए धोखेबाज टोनी की पूरी सच्चाई पता चलने के बाद अंकिता टोनी के चेहरे पर थप्पड़ मार कर वहां से अकेले रोते-रोते अंधाधुंध भागने लगती है, खुद अंकिता को नहीं पता था कि मैं भागते हुए कहां जा रही हूं, सिद्धार्थ भी दीपा डॉक्टर टोनी को छोड़कर अंकिता को रोकने के लिए अंधाधुंध उसके पीछे भागने लगता है।

और अंकिता के सामने जब भागते-भागते छोटा सा रेलवे जंक्शन आ जाता है, तो वह रेलवे जंक्शन के अंदर कहीं अनजान जगह जाने के लिए रेल पकड़ने के लिए घुस जाती है, दुखी मन से कहीं भी जाने वाली रेल में बैठ जाती है