ऐसे बरसे सावन - 8 Devaki Ďěvjěěţ Singh द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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ऐसे बरसे सावन - 8

" ओ कान्हा जी, कहीं मुझे प्यार तो नहीं हो गया या मेरा दिमाग खराब हो गया है , मैंने तो उसकी शक्ल तक नहीं देखी और मेरा ये हाल है , पता नहीं कान्हा जी , तुम्हारी यह कौन सी नई चाल है "l
फिर ऐसे ही सोचते सोचते वह नींद के आगोश में चली जाती हैं l

दूसरी तरफ़ कैप्टन अभिराम उसका भी वही हाल था उसकी आँखों के सामने बार बार स्वरा का चेहरा घूम जा रहा था, जब जब उसकी डांट याद आती तब तब उनके चेहरे पर मुस्कान आ जाती l
स्वरा के ख्यालों में डूबे उसे पता ही नहीं चला उसकी कब आंख लग गई l

अगले दिन सुबह स्वरा की नींद जल्दी खुल जाती हैं और आज वह समय से पहले उठ जाती हैं उसके बाद वह अपने दैनिक क्रिया-कलापों से निवृत्त होकर समय पर कॉलेज पहुंच जाती हैं l

आज वह गुलाबी रंग की पोशाक में बहुत ही खूबसूरत लग रही थी l वह रात भर ठीक से सो नहीं पाई थी फिर भी उसके चेहरे पर एक अलग ही नूर था l

अमूल्या स्वरा को देखकर , "क्या बात हैं मेरी जान,
आज तो सूरज की पहली किरण सी बहुत खिली खिली लग रही हो l"

फिर छेड़ते हुए, " कहीं ये उस अजनबी की बाहों और नैनों का असर तो नहीं है l "

स्वरा हल्का सा शर्माते हुए और मुस्कराते हुए, " क्या यार अमूल, तू भी न ,, कुछ भी बोलती हैं ,,
पता नहीं, अपने दिमाग के घोड़े कहां कहाँ दौड़ाती
रहती हैं l

अमूल्या , " तु कुछ भी कह ले, पर आज तो तेरे चेहरे एक अलग ही नूर बरस रहा हैं अए.. हय ..sss पता नहीं अपनी अदाओं से कितनों को घायल करने वाली हैं l"

स्वरा - "ओ ssss मेरी माँ...बस भी कर इतना भी ताड़ के पेड़ पर मत चढ़ा की वहां से मेरा उतरना मुश्किल हो जाये और तुझे मुझे संभालना l "

और फिर दोनों जोर जोर से हंसने लगती हैं l

तभी उनकी क्लास में प्रिन्सिपल का मैसेज आता है
की " सभी स्टूडेंट्स ग्राउंड में इकठ्ठे हों "


प्रिन्सिपल के मैसेज आने पर सभी स्टूडेंट्स ग्राउंड में एकत्रित होते हैं l
जहाँ पर सभी छात्र छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहते हैं -
प्रिय छात्रों ,
जैसा की आप सभी जानते हैं हमारे कॉलेज में हर साल दिवाली उत्सव मनाया जाता है जिसमें आप सभी बढ़चढ़कर हिस्सा लेते हैं लेकिन इस बार की दिवाली हम सभी थोड़ा अलग ढंग से मनाएंगे l
इस बार की दीपावली उत्सव की थीम " इको - फ्रेंडली " होगी साथ में होगा डांस मस्ती और धमाल l
इसलिए आप सभी उसी के अनुसार अपने स्टॉल लगाएंगे और बाकि की तैयारियां करेंगे l
हर बार की तरह बेस्ट तीन स्टॉल को पुरस्कृत किया जायगा l

सभी स्टूडेंट्स यह सुनकर बहुत खुश होते हैं और तालियां( कुछ सीटी) बजाते हैं l

इस उत्सव के अगले दिन से आप सभी की पांच दिन की छुट्टियां रहेंगी आशा करता हूँ की जिसमें आप सभी अपने परिवार के साथ " इको फ्रेंडली "
दीपावली का आनंद लेंगे और पर्यावरण के प्रति अपने कर्तव्यों को समझेंगे l

आप सभी को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
धन्यवाद

घोषणा खत्म होने के बाद सभी छात्र आपस में डिस्कशन करते हैं और इस विषय पर चर्चा करते हैं
कौन कौन क्या करेगा , और कैसे करेगा , इससे संबंधित इन्टरनेट के सहयोग से कुछ जानकारियां एकत्रित करते हैं और अपने काम में लग जाते हैं l

जिन छात्र छात्राओं को अपना स्टॉल लगाना था वे सभी 8, 8 के ग्रुप में अपना स्टॉल लगाने का डिसाइड करके आगे की तैयारियां करते हैं l

अगले दिन कॉलेज का प्रांगण रंग बिरंगे फ़ूलों से सजा था सभी छात्र छात्राएँ रंग बिरंगे पोशाक में दिखाई दे रहे थे l मधुर संगीत वातावरण को और भी खुशनुमा बना रहा था l
सभी छात्रों ने अपने अपने स्टॉल को बहुत ही खूबसूरती से सजाया था , सभी ने थीम को ध्यान में रखते हुए स्टॉल लगाए l जिनमें हैं - स्वीटस स्टॉल
रंगोली स्टॉल
सोलर लाइट स्टॉल
इको - फ्रेंडली पटाखे
रीसाइकल साज सजा के सामान
प्राकृतिक गिफ्ट आइटम
इको - फ्रेंडली दिए आदि l

स्टॉल को देख कर निरीक्षण कर्ता टीम बहुत ही खुश हुई क्योंकि सभी स्टॉल एक से बढ़कर एक थे l
और 1,2,3 के लिए निर्णय लेना काफी कठिन था l