जिन्नातों की सच्ची कहानियाँ - भाग 5 सोनू समाधिया रसिक द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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जिन्नातों की सच्ची कहानियाँ - भाग 5


अध्याय - 05
(घड़े से निकला जिन्न, भाग १)

लेखक - सोनू समाधिया (रसिक) SSR

Not - यह कहानी सच्ची घटना पर आधारित है।



अब आप लोगों को मैं ऎसी कहानी सुनाऊँगा जिसमें एक जिन्न अपने प्यार को पाने के लिए, दिल्ली के रहने वाले एक लड़के, राहुल के जिस्म पर कब्जा कर लिया था।

ये बात सन् 2007 की है। कुछ दिन बाद राहुल की शादी होने वाली थी। राहुल बहुत खुश था।

दोस्तो,
भारत के दिल, दिल्ली से 5 मिनिट की दूरी पर मालचा मार्ग पर ख्वाजा नुईंमुद्दीन चिश्ती की दरगाह है।
कहा जाता है कि उस दरगाह के आसपास जिन्नातों का बसेरा है।
जिसकी वजह ख्वाजा नुईंमुद्दीन चिश्ती की दरगाह है।
क्यों कि वहां पर ऎसे भी लोग आते हैं जिन पर किसी बुरी आत्मा का साया है या फिर उनके शरीर पर किसी जिन्न का कब्जा है।
वहाँ के फकीर ऎसे जिन्न और प्रेत को शरीर से निकाल कर मिट्टी के घड़े में कैद कर देते हैं।
ऎसे कई घड़े वहाँ पर देखे जा सकते हैं।

एक बार राहुल बाइक से मालचा मार्ग से गुजर रहा था।
आगे चलकर एक मोड़ पर राहुल के सामने अचानक से एक कार आ जाती है।
राहुल खुद को टक्कर से बचाने की कोशिश में बाइक से अपना कंट्रोल खो देता है।
जिससे बाइक रास्ता भटक जाती है।

जब राहुल को होश आया तो उसने खुद को ख्वाजा नुईंमुद्दीन चिश्ती की दरगाह के पास के जंगल में पाया।
राहुल घर जाने के लिए खड़ा हुआ तो उसकी नजर वहां आसपास पड़े घड़ों पर गई।
वह उनको नजरअंदाज करते हुए बाइक की ओर बड़ा।

तभी राहुल को पीछे से किसी की आवाज आई। राहुल ने पीछे मुड़कर देखा तो वहाँ पड़ा एक घड़ा हिल रहा था।
वह आवाज भी उसी घड़े से आ रही थी।

राहुल कहता है कि एक घड़े से कैसे आवाज आ सकती है। ये पॉसिबल नहीं है।
इतना कहते हुए राहुल उस घड़े को अपने हाथों में उठा लेता है।

तभी घड़े से वही आवाज फ़िर से आई। जिसे सुनकर राहुल डर जाता है और हङबङाहट में घड़े को वहीं फेंक देता है। जिससे वह घड़ा टूट गया।
और फिर उस घड़े से एक जिन्न आजाद हो जाता है। जो राहुल के जिस्म पर कब्जा कर लेता है।


घर आने के बाद राहुल, जिन्न की वजह से अपने शरीर से नियंत्रण खो चुका था।
उसका शरीर तेज़ बुखार से जल रहा था।
इस घटना के दूसरे दिन सुबह प्रिया ने राहुल को पूरी तरह से ठीक पाती है। प्रिया राहुल की मंगेतर थी।
जब प्रिया राहुल से उसकी तबीयत के बारे में पूछती है तो राहुल उर्दू जुबान में सब ठीक है कहता है।
राहुल को पहली बार उर्दू में बात करते हुए देख प्रिया हैरान रह गई।
राहुल के बदले नेचर की वजह से प्रिया उसे आराम करने को कहती है। लेकिन राहुल सब बातों को नजरअंदाज करते हुए, प्रिया को शादी की शॉपिंग कराने के लिए मार्केट ले गया।
शॉपिंग करने के बाद राहुल और प्रिया बैठे अपने बिल का इंतज़ार कर रहे थे। तभी वहाँ एक दुकानदार आता है और कहता है कि सर आपके सिग्नेचर कार्ड से मैच नहीं कर रहे क्यों कि आपने अपने सिग्नेचर उर्दू में किए हैं।

इस बात को सुनकर प्रिया और राहुल दोनों हैरान थे।

जब प्रिया बाहर आकर इसके बारे में राहुल से पूछती है तो राहुल कहता है कि वह उसके साथ मज़ाक कर रहा था।

अगले दिन राहुल और प्रिया की रिंग सेरेमनी हुई। घर में हर तरफ़ खुशी का माहौल था।
राहुल और प्रिया के रिश्तेदार एक दूसरे से मिलने लगे।

जब प्रिया अपनी मौसी को राहुल से मिलवाने के लिए ले जाती है तो वहां पर सब थे लेकिन राहुल वहां पर नहीं था।

प्रिया राहुल को पूरे घर में ढूंढती है लेकिन उसे राहुल नहीं मिला।
तभी प्रिया राहुल को घर के बाहर कहीं जाते हुए देखती है तो वह उसके पीछे पीछे जाती है।
प्रिया राहुल को एक दुकान के पास नॉनवेज खाते हुए देख लेती है तो वह राहुल के पास जाकर उस पर गुस्सा करती है और कहती है कि तुमने नॉनवेज खाना कब से शुरू कर दिया। पहले तो तुम अपने दोस्तों को भी किसी जानवर को मारकर खाने को गुनाह कहते थे। अब क्या हो गया है तुम्हें।

तभी राहुल प्रिया से उर्दू में कहता है कि मुझे तेज तर्रार औरतों से परहेज है। और गुस्सा होकर वहां से चला जाता है।
प्रिया को राहुल के बदले बिहैवियर से कुछ अजीब सा लगा। अब प्रिया ने इसकी वजह जानने की ठान ली।

अगले दिन प्रिया ने चुपके से राहुल का पीछा किया। तब उसने देख कि राहुल एक लड़की जन्नत की सिलाई की दुकान के सामने जाकर उसे घूर रहा है।
जब जन्नत अपने घर जाने लगती है तो गलती से उसका हेंकी गिर जाता है जिसे राहुल उठा लेता और उसे सूंघने लगता है। जिसे देख प्रिया को बहुत बुरा लगता है, प्रिया को लगा कि राहुल उसे चीट कर रहा है। वह घर जाकर रोने लगती है।



क्रमशः........