सुलतान ऑफिस का काम पूरा कर के विला की ओर निकल ही रहा था की अज्जू का मैसेज अपने मोबाइल में देखता है जिस वजह से वह मुस्कुराकर सीट के सहारे सिर रखकर आंखे बंद कर लेता है। जैसे ही सुलतान की कार बेसमेंट के सामने आकर रुकती है। सुलतान सीधा बेसमेंट का दरवाजा खोलते हुए दाखिल होता हैं। अपनी चेयर पर बैठते हैं वह अज्जू और रग्गा को इशारा करते हुए जिस काम के लिए आए है उसे करने को कहता है। रग्गा और अज्जू दो आदमी और एक लड़की को लाकर सुलतान के सामने खड़ा करते है। जिनके आंखों पर पट्टी और हाथ पांव बंधे हुए थे । रग्गा सुलतान को कहता हैं।
रग्गा: बॉस क्या करना है इनका!? ।
सुलतान: ( आंखे खोलते हुए ) अम्म ! कुछ ऐसा करो जो मजेदार भी हो और खून भी ना बहे! ।
अज्जू: बॉस फिर तो नो नंबर कैसा रहेगा! ।
सुलतान: ( मास्क पहनते हुए हाथो से इशारा करते हुए रजामंदी देता है। ) ।
अज्जू: ( दूसरे आदमियों को इशारा करते हुए! इंतजाम करने के लिए कहता है। वो उन लोगो की पट्टी निकालते हुए कहता है। ) पहले भी वॉर्निंग दी थीं पर तुम लोग नहीं माने अब भुगतो ।
सुलतान: ( हंसते हुए ) वोर्निंग!? ।
अज्जू: नॉ बॉस! कोई रहमदिली नहीं! मैने इन लोगो को मेसेज पहुंचाया था की आयशा मैम से दूर रहे वो हमारा टारगेट है! पर ये लोग नही माने! ।
लड़की: ( चिल्लाते हुए ) तुम जानते भी हो तुमने किसके आदमी को पकड़ा है!?।
सुलतान: ( हल्की सी मुस्कान के साथ लड़की की ओर देखता है। ) नहीं! तुम बताओ!? ।
लड़की: विठल भाऊ! ।
सुलतान: ( हंसने लगता है मानो जैसे लड़की ने बहुत ही मजाकिया बात की हो! ) हाहाहाहा.... ।
लड़की: ( गुस्से में ) इसमें हंसने वाली कौन सी बात है!? ।
सुलतान: ( तभी रग्गा लड़की की गर्दन दबोचने वाला था लेकिन सुलतान उसे इशारे से मना करते हुए बोलता है। ) मजेदार ही तो है! आखिर कार भाऊ के पुराने खिलाड़ी से कुछ ना बन पाया तो अब नए खिलाड़ी मैदान में भेज रहे है।
लड़की: ( कुछ बोलने ही वाली थी लेकिन पास में बैठा आदमी कांपते हुए हाथो से उसका हाथ पकड़ते हुए रोकता है ) ।
आदमी: पागल हो गई हो क्या!? जानती भी हो किससे बात कर रही हो!? ( वह सिर से पैर तक पूरा पसीने से तरबतर हो गया था क्योंकि वह सुलतान को जानता था की कितना बेरहम इंसान है। ) ।
लड़की: सुलतान से!? ।
सुलतान: ( यह सुनकर वह दिल खोल कर हंसने लगता है। ) क्या बात है!?
लड़की: ( घूरते हुए सुलतान की ओर देखती है। ) जानती हूं! सब अच्छी तरह से जानती हूं! लेकिन शायद तुम मुझे नहीं जानते! मैं रोकी की बहन हूं! जिससे तुमने बेरहमी से मारा था ।
सुलतान: आहाहान! प्लेजर टु मीट यू! ।
लड़की: ( थूकते हुए ) लेकिन मुझे बिलकुल खुशी नहीं हुई! जब तक तुम्हारी जान ना ले लूं! मैं चैन से नहीं बैठूंगी।
सुलतान: ( मुस्कुराते हुए ) खैर! अब बिजनेस की बात करते है ।
आदमी: ( गिड़गिड़ाते हुए ) सुलतान मेरा आपसे पंगा लेने का कोई इरादा नहीं था मैं तो बस अपना मिशन पूरा कर रहा था ।
सुलतान: लेकिन मैंने कब कहां तुम लोगो ने मुझ से पंगा लिया!? ।
आदमी: इसका मतलब आप हमे जाने देगे!? ।
सुलतान: ( मासूम बच्चे की तरह सिर को हां में हिलाते हुए ) बिलकुल! ।
आदमी: ( खुश होते हुए उसे यकीन नहीं आ रहा था की वह सुलतान के शिकंजे में से जिंदा वापस लौट रहा है। ) शुक्रिया! ।
सुलतान: शुक्रिया बाद में पहले जवाब चाहिए मुझे! अगर गलत जवाब धेन एक सजा! ।
आदमी: सुलतान!
सुलतान: ( आदमी की बात काटते हुए ) पहला सवाल! आयशा का पीछा क्यों कर रहे थे!? ।
आदमी: ( डरते हुए ) सुलतान हम लोग सिर्फ सुपारी लेते है और मुझे भाऊ का कॉल आया था की मुझे उसकी सारी इन्फॉर्मेशन पहुंचानी है! ।
सुलतान: ( दूसरे आदमी की ओर देखते हुए ) तुम!? ।
दूसरा आदमी: मैं भाऊ का आदमी हूं! तो तुम कुछ भी कर लो! मुझ से नहीं उगलवा पाओगे!? ।
सुलतान: ( मुस्कुराते हुए हाथ से इशारा करते हुए आंखे बंध कर लेता है। ) ।
रग्गा और अज्जू! दोनों उस दूसरे आदमी का मुंह खोलते हुए उसके मुंह में एक गोली खिलाते है! । और फिर कुछ ही मिनटों में वह आदमी तड़पने लगता है मानो जैसे उसके शरीर में चिंटिया कांट रही हो ऐसी जलन हो रही थी। वह जमीन पर गिरते हुए रेगते हुए खुद को इस जलन से निजात पाना चाहता था । सुलतान यह देखकर हंसने लगता है।
लड़की: ( दांत को भींचते हुए ) बेहद ही बेरहम और जल्लाद हो तुम!? ।
सुलतान: ( हंसी रोकते हुए ) तो तुम कौन सा अच्छे काम कर के आई हो या फिर तुम्हारा भाई कौन सा देवता था!? रेप,तस्करी, बच्चों को बेचना ये महान काम तुम्हारे भाई के नाम हैं! पत्ता भी है तुम्हे!?
लड़की: नाम मत लेना मेरे भाई का!? और तुम्हे क्या लगता है मैं तुम्हारी बातों पे भरोसा करूंगी!? ।
सुलतान: क्यों!? गुस्सा आ रहा है!? और भरोसा करो या ना करो! आई डोंट कैर पर ये बुरे इंसान का लक्ब दो जब की मैने उसे काफी अच्छी मौत दी थी! तुम्हे तो मुझे थैंक यूं कहना चाहिए! ।
दूसरा आदमी: सुलतान प्लीज! इसका इंटीडॉड दे दो! मेरा पूरा शरीर जल रहा है! ।
सुलतान: सेडली! तुम्हारे पास १५ मिनिट है! जो भी जानते हो बता दो! क्योंकि आखिरी के पांच मिनिट से पहले अगर तुमने एंटीडॉड नहीं लिया तो तुम्हे कोई नहीं बचा सकता!..।
दूसरा आदमी: मैं... मैं.... सब कुछ बताने के लिए तैयार हूं! भाऊ ने.... भाऊ ने.... कहीं से पता लगाया था की आप का आयशा के साथ कुछ कनेक्शन है तो! वो यही जानने के लिए! रोकी की बहन को बहला फुसला के आयशा की कंपनी में काम पर लगा दिया लेकिन जब कुछ भी ना मिला तो भाऊ गुस्से में! उसे मारने का ऑर्डर दे दिया ।
सुलतान: ( गुस्से में ) मारना तो दूर... जिस पर मेरी नजर हो उसे... तुम छू भी नहीं सकते! । ( हाथो के इशारे से ले जाने के लिए कहता है। ) ।
लड़की: तुम्हे क्या लगता है! तुम हम लोगो को मार दोगे तो भाऊ दूसरे आदमी नहीं भेजेंगे हां!? ।
सुलतान: बिलकुल भेजेगा! लेकिन तब ना जब वो जिंदा रहेगा!? ।
लड़की: क्या मतलब है तुम्हारा!? ।
सुलतान: अब बहुत दिमाग खा लिया तुमने मेरा! तुम्हारे पास दो ऑप्शन है! पहला, ( इंजेक्शन उसकी ओर फेंकते हुए ) इसे लगाओ और आसान मौत पाओ! दूसरा, मुझे जैसे मजा आए वैसी मौत पाओ!? ।
लड़की: ( रस्सी में से हाथ खोलते हुए इंजेक्शन लेते हुए सुलतान की ओर भागती है। ) तुम मरोगे में नहीं! ( लेकिन एक ही झटके में सुलतान अपनी सीट से उठ जाता है! और लड़की का हाथ मोड़ते हुए इंजेक्शन उसकी गर्दन पर मार देता है। ) ।
सुलतान: गुडबाय! तुम्हारा भाई तुम्हारा इंतजार कर रहा है! ।
और कुछ ही क्षण में लड़की जमीन पर जिंदा लाश बन के जमीन पर पड़ी थी। सुलतान फिर उन दोनों आदमी की ओर देखते हुए कहता है! इन लोगो को खोलते हुए पानी में डुबोके अच्छी तरह से विदाई करना! और हां कोई आवाज नहीं ! । इतना कहते ही वह बेसमेंट से निकल जाता है। थोड़ी देर बाद सुलतान अपने कमरे में बैठते हुए बेसमेंट के कैमरा ऑन करता है और उन दोनो आदमी को जिस तरह से खोलते हुए पानी में डुबोकर मारा जा रहा था। उनका पूरा शरीर लाल रंग का बन चुका था और ऊपर की चमड़ी छिल चुकी थी। सुलतान पलके जपकाय ऐसे देख रहा था जैसे कोई अजूबा हो! फिर वह हंसने लगता है जैसे उसने कॉमेडी मूवी देखी है। और केमेरा बंद कर देता है।
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