खुद से ज्यादा जिसे किसी से प्यार होता है। बैरागी दिलीप दास द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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खुद से ज्यादा जिसे किसी से प्यार होता है।

(Verse 1)
वो दिल में ख्वाब जगाता है,
और रूह को हमेशा भरमा जाता है,
वो ज़रूर दिलदार होता है,
जिसे किसी और से प्यार होता है।

(Chorus)
खुद से ज्यादा जिसे किसी से प्यार होता है,
हाँ, वो दिल ही सच में दिलदार होता है।

(Verse 2)
वो अदाओं की बारिश का आलम,
हर दिल को आवारा बना देता है।
जब उसकी हंसी में छुपी है खुशियाँ,
सबको भूलकर खुद को याद दिला देता है।

(Chorus)
खुद से ज्यादा जिसे किसी से प्यार होता है,
हाँ, वो दिल ही सच में दिलदार होता है।

(Bridge)
वो नज़रों की उड़ान भी ले जाता है,
और दिल के रास्तों पर सवार होता है।
किसी की खुशियों में ख़ुश होता है,
खुद को भी भूलकर दूसरों को सजाता है।

(Chorus)
खुद से ज्यादा जिसे किसी से प्यार होता है,
हाँ, वो दिल ही सच में दिलदार होता है।

(Verse 3)
जब दर्द में उसकी आंखें नम होती हैं,
और दूसरों के लिए हरदम मुस्काता है।
वो सच्ची मोहब्बत का इशारा होता है,

(Chorus)
खुद से ज्यादा जिसे किसी से प्यार होता है,
हाँ, वो दिल ही सच में दिलदार होता है।

(Outro)
जीने की वजह वो बन जाता है,
खुशियों के साथ अच्छा लगता है।
हां वो ही प्यार कब पैग़ाम होता है,
जब उसे किसी और से प्यार होता है।

(Chorus)
खुद से ज्यादा जिसे किसी से प्यार होता है,
हाँ, वो दिल ही सच में दिलदार होता है।

भाग -2
(Verse 1)
एक ऐसा दिल है, जो खुद से भी ज्यादा किसी से प्यार करता है,
खुशियों और गमों में उस पर हर बार मरता है।
जो दिल सच में दिलदार होता है, वो इश्क के लिए जीता है,
जब उसकी आँखों में देखते हैं, सब बातें भूल जाते हैं।

(Chorus)
खुद से ज्यादा जिसे किसी और से प्यार होता है,
हाँ, वो दिल ही सच में दिलदार होता है।
खुद से ज्यादा जिसे किसी और से प्यार होता है।

(Verse 2)
जब वो हँसता है, दिल की सारी धड़कने गुनगुनाती हैं,
उन लम्हों को याद करके, जीवन की धूप छाव चमकाती हैं।
वो अपने दोस्तों के लिए हमेशा तैयार होता है,
जितना वो प्यार देता है, उतना ही प्यार लेता है।

(Chorus)
खुद से ज्यादा जिसे किसी और से प्यार होता है,
हाँ, वो दिल ही सच में दिलदार होता है।
खुद से ज्यादा जिसे किसी और से प्यार होता है।

(Bridge)
ये दिल अलग होता है, जो खुद को भूल जाता है,
प्यार की राहों पर चलते हुए, सबको खुशी देता है।
जब वो मुसीबतों से लड़ता है, तो योद्धा बन जाता है ,


(Chorus)
खुद से ज्यादा जिसे किसी और से प्यार होता है,
हाँ, वो दिल ही सच में दिलदार होता है।
जीने का यही सहारा हर बार होता है
खुद से ज्यादा जिसे किसी और से प्यार होता है।


माँ की ममता अपार,
प्रेम की भेंट निरंतर।
माँ ही है सबसे प्यारी,
जननी, जीवन दातारी।

जन्म से लेकर बड़े होने तक,
माँ का सहारा है बचपन का ठिकाना।
वो ही थामती है हमारा हाथ,
चाहे गर्भ में हो या आगे चले जब हाथ।

माँ की देखभाल, माँ का प्यार,
हमेशा साथ रहे, हर पल निहार।
वो ही होती है अपार मेहनती,
सुख-दुख के हमेशा संगी होती।

अच्छे और बुरे दिनों में,
माँ ही होती है संग हमें।
जब डरते हैं, तब वो ही संभालती,
प्यार और स्नेह से हमें बहलाती।

माँ के आँचल में छुपा अमर वतन,
हमें बनाता स्वर्ग सा नगर।
माँ के आंचल की छांव में,
पाती हैं हमें शक्ति, सम्मान व सौभाग्य का नगर।

माँ की ममता अद्भुत, अलौकिक,
चिंता, दुःख को हमेशा दूर करती।
बेटे और बेटियों की है रक्षा करती,
प्यार और स्नेह से उन्हें पालती।

माँ की गोद में सुलाए जाते हैं हम,
वो ही देती है खुशियों का संग्रह।
जब हम गिरते हैं, तब वो ही संभालती,
बुरे सपनों को