प्यार का बुख़ार - 2 बैरागी दिलीप दास द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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प्यार का बुख़ार - 2


हर एक इश्क की कहानी में एक अद्भुत रंग छा जाता है। वह रंग जो हमारे दिल को जीवंत कर देता है, वह आत्मा को छू लेता है। प्यार का जादू, वह आगाज है जो दिल के आसपास दौड़ता है, मन को भर देता है, और रूह को झूमने के लिए उत्तेजित करता है। ऐसी ही एक मायावी बुख़ार की कहानी लेकर आया हूँ मैं आपके लिए।

विद्यालय के आँध्रभ्रंश के बाद, शाना और आर्या एक दूसरे के साथ अपने अगली पाठशाला की ओर बढ़ रहे थे। शाना की हंसी से भरी आँखें और आर्या के मस्ताने चेहरे को देखकर लगता था कि ये दोनों स्वर्ग से ही आए हों। उनका मीठी-मीठी बातें करने का अंदाज़ दिल को छू रहा था। प्यार का एक मायावी बुख़ार उनके बीच में बढ़ता जा रहा था।

एक दिन, पाठशाला के बाद, शाना और आर्या अपनी प्यार भरी बातचीत करते हुए गर्मी से थक गए। उन्होंने संयम खो दिया और बहुत सारे अनोखे सपने देखने के आदेश दिए। वे दिखाई नहीं दे रहे थे, लेकिन उनकी चमकीली आँखें यह साबित कर रही थीं कि उनका मन कहीं और है।

शाना ने आर्या के हाथ में अपना हाथ रखा और कहा, "तुम्हारी आँखों में कुछ ज़रूर है, जो मेरे दिल को झटका देता है। क्या यह प्यार का जादू है?"

आर्या ने मुस्कराते हुए कहा, "हाँ, यह वह जादू है जिसने मेरे दिल को अपने प्यार में आबाद कर दिया है। तुम्हें पता है, मैं जब तुम्हें देखता हूँ, तो मेरे सभी सपने साकार हो जाते हैं। तुम मेरे जीवन की जड़ हो, मेरी सांसों की लागत हो, और मेरी रूह की गहराई हो।"

शाना ने आर्या की आँखों में अपनी आँखें डाली और कहा, "तुम्हारा प्यार मेरे दिल मैं उड़ान भर रहा है। मेरे अंदर ज़मीन-आसमान का फ़र्क़ मिट रहा है। हर सुबह, जब मैं तुम्हें देखती हूँ, तो एक नया आयाम मिलता है जो मेरे अंतर को छू जाता है।"

यह बातें कहते-कहते, वे एक दूसरे के करीब आ गए। प्यार का जादू उनकी आस्था बन गया था। एक दूसरे को प्यार से स्पर्श करते ही वे मायावी दुनिया में खो गए। एक-दूजे के आंचल में लिपटे हुए उन्होंने वादे किए, सपनों को सच करने का आश्वासन दिया, और एक-दूजे को साथियों की तरह चलने का फ़र्ज़ दिया।

वे दोनों प्यार के आवेग में डूबते जा रहे थे, जब उन्हें अचानक एक आवाज़ सुनाई दी। "शाना! आर्या!" वे घबरा गए और आवाज़ के दिशा में मुड़ गए। वहाँ खड़ा था उनके प्यार का विरोधी, जिसने अपनी नफ़रत की आग को उभारते हुए कहा, "तुम दोनों को एक-दूसरे के प्यार में डूबते हुए देखकर मेरी आँखें चकरा रही हैं। मैं तुम्हारे बीच में प्यार को नहीं आने दूँगा।"

शाना और आर्या को उस आदमी की बातें धीमी आवाज़ में चौंका गईं। उनका प्यार एक अप्रत्याशित रोड़े में आ गया था। लेकिन उन्होंने सोचा, अगर उनकी मोहब्बत में जादू है तो वे अपनी राह ख़ुद ढूंढ़ सकते हैं। उन्होंने एक दूसरे का हाथ पकड़ा और आगे बढ़ने का निर्णय लिया।

यह कहानी ज़मीन पर शुरू हुई थी, लेकिन यह आकाशी ऊंचाईयों तक पहुँच गई। प्यार का जादू उन्हें एक नई दुनिया में ले गया, जहाँ सब कुछ संभव था। वे दोनों एक साथ चले, एक साथ मुस्कुराए और एक साथ सपने सच करने की ओर बढ़ते रहे।

इस प्रकार, शाना और आर्या ने प्यार के जादू में डूबते हुए एक मायावी बुख़ार को अपनाया। उनके प्यार की कहानी एक नए पन्ने पर जारी रही, जहाँ ज़िंदगी के हर लम्हें उनके प्यार की कविता बन गए।

इस तरह यह बातें कहते-कहते, शाना और आर्या का प्यार नये ख्वाबों में खो गया और एक-दूसरे की ज़िंदगी में एक नया रंग भर गया। वे प्यार के जादू में आवेगित होते जा रहे थे, और उनके बीच का संगम प्रेम की मिठास से बह रहा था। एक मायावी बुख़ार जगा रहा था, और प्यार की कहानी अपूर्व रंग धरा रही थी।