The Author Guri baba फॉलो Current Read हिंदी भाषा By Guri baba हिंदी प्रेरक कथा Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books महाकथा: नवंतरताल का श्राप यह एक ऐसी पौराणिक कथा है । यकीनन अपने अभी तक कही और कभी... सोने का पिंजरा - 27 रात गहरी हो चुकी थी. बंगले के तहखाने में जल रही मद्धम पीली र... AI का नाम होगा और इंसान बदनाम होगा "AI का नाम होगा और इंसान बदनाम होगा"कभी यह वाक्य एक मज़ाक जै... इंतेक़ाम - भाग 20 1 दिन निशा की बेटी गुनगुन निशा के पास आई और बोली मम्मा हमारी... बेजुबान इश्क - 2 बेजुबान इश्क रोमांटिकअगले दिन सुबह 8:22 की लोकल हमेशा की त... श्रेणी लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी शेयर करे हिंदी भाषा (1k) 1.7k 4.8k इसे सुनेंहिन्दी भाषा का इतिहास लगभग एक हजार वर्ष पुराना माना गया है। सामान्यतः प्राकृत की अन्तिम अपभ्रंश अवस्था से ही हिन्दी साहित्य का आविर्भाव स्वीकार किया जाता है। उस समय अपभ्रंश के कई रूप थे और उनमें सातवीं-आठवीं शताब्दी से ही 'पद्य' रचना प्रारम्भ हो गयी थी।हिन्दी जिसके मानकीकृत रूप को मानक हिन्दी कहा जाता है, विश्व की एक प्रमुख भाषा है एवं भारत की एक राजभाषा है। केन्द्रीय स्तर पर भारत में सह-आधिकारिक भाषा अंग्रेजी है। यह हिन्दुस्तानी भाषा की एक मानकीकृत रूप है जिसमें संस्कृत के तत्सम तथा तद्भव शब्दों का प्रयोग अधिक है और अरबी–फ़ारसी शब्द कम हैं।हिंदी भाषा का इतिहास लगभग एक हजार वर्ष पुराना माना गया है। संस्कृत भारत की सबसे प्राचीन भाषा है, जिसे आर्य भाषा या देवभाषा भी कहा जाता है। हिंदी इसी आर्य भाषा संस्कृत की उत्तराधिकारिणी मानी जाती है, साथ ही ऐसा भी कहा जाता है कि हिंदी का जन्म संस्कृत की ही कोख से हुआ है।हिन्दी का आविष्कार किसी ने नहीं किया। यह कई भाषाओं को जोड़कर तैयार है । यह फारस से आया था। लेकिन लिपि संस्कृत भाषा की देवनागरी लिपि है आधुनिक हिंदी का जनक भारतेंदु हरिश्चंद्र को माना जाता है, वह हिंदी गद्य के एक महान लेखक थे भारतेंदु हरिश्चंद्र ने हिंदी गद्य में विशेष योगदान दिया इसके कारण ही इनको हिंदी का जनक कहा जाता है।हिन्दी भाषा व साहित्य के जानकार अपभ्रंश की अंतिम अवस्था 'अवहट्ट' से हिन्दी का उद्भव स्वीकार करते हैं। चन्द्रधर शर्मा 'गुलेरी' ने इसी अवहट्ट को 'पुरानी हिन्दी' नाम दिया।हिंदी, अधिकांश आधुनिक भारतीय भाषाओं की तरह, वास्तव में 12 वीं शताब्दी की है, जब हमें लिखित रिकॉर्ड में मराठी, बांग्ला, अवधी और ब्रज जैसी आधुनिक भाषाओं का प्रमाण मिलना शुरू होता है। हिंदी दिल्ली की बोली थी, और यह ज्यादा नहीं बदली है।हिंदी की पहली पुस्तकभाग्यवती शारदा राम फिल्लौरी का 1888 का उपन्यास है। पुस्तक को अब हिंदी के पहले उपन्यासों में से एक माना जाता है। पहले, लाला श्री निवास ने अपना हिंदी उपन्यास परीक्षा गुरु लिखा था, जो 1882 में प्रकाशित हुआ था। माना जाता है कि भाग्यवती मुख्य रूप से अमृतसर में लिखी गई थी और पहली बार 1888 में प्रकाशित हुई थी।हिंदी भाषा के प्रथम कवि कौन है?चंद बरदाई (1149 - सी। 1200) द्वारा लिखित एक महाकाव्य पृथ्वीराज रासो को हिंदी साहित्य के इतिहास में पहली कृतियों में से एक माना जाता है। चांद बरदाई घोर के मुहम्मद के आक्रमण के दौरान दिल्ली और अजमेर के प्रसिद्ध शासक पृथ्वीराज चौहान के दरबारी कवि थे।हिंदी भाषा के कितने रूप होते हैं?भाषा के कितने रूप होते हैंमौखित भाषालिखित भाषा, औरसांकेतिक भाषामैथिली के राष्ट्रीय भाषा बनने के बाद (21 अन्य भाषाओं के साथ भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल), हिंदी में अब 48 आधिकारिक रूप से मान्यता प्राप्त बोलियाँ हैंदेश में हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता है. हिन्दी भाषा को बढ़ावा देने के मकसद से यह दिन मनाया जाता है. हिंदी दिवस एक बार नहीं बल्कि साल में दो बार मनाया जाता है. 14 सितंबर, 1949 में देवनागरी लिपि में हिंदी को भारत की आधिकारिक भाषा घोषित किया गया था Download Our App