The Accidental Marriage - Part 9 ss ss द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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The Accidental Marriage - Part 9

पाखी जो इधर उधर देख रही थीं उसकी नजर एक रॉयल ब्लू रंग की सिफोन की साड़ी पड़ जाती है, वो साड़ी बहुत सिंपल थी उसमे कोई भी वर्क नही था पाखी को वो साड़ी मीटिंग के लिए परफैक्ट लगी। पाखी वो साड़ी लेकर वहां से चेंजिंग रूम की तरफ़ चली जाती है । अरूण जो पाखी को ड्रेस सिलेक्ट करने का बोलकर अपना फ़ोन यूज कर रहा था, तभी उसके कानों में किसी के कदमों की आहट आती है,,
अरूण जो अपना सर नीचे की तरफ झुकाए हुआ था उन कदमों की आहट को सुनकर उस ओर देखता है, जहां से उसे वो कदमों की आहट सुनाई दे रही थीं उसकी नजर जब सामने से आ रही पाखी पर पड़ती है, तो उसे देखते ही अरूण जम सा जाता है।।। वो पाखी को बिना पलके झपकाएं देख रहा था उसकी गहरी काली आंखे जिनमें हल्का सा काजल लगा था माथे पर छोटी सी काली बिंदी होठों पर हल्की सी लाईट पिंक कॉलर की लिपस्टिक उसके खुले लम्बे काले बाल जो उसकी पुर बैक को कवर कर रहे थे, ब्लैक कलर का ब्लाउज और ब्लू साड़ी इन दोनों के कॉम्बिनेशन में पाखी बेहद खुबसूरत लग रही थीं। अरूण जो एक टक पाखी को बीना पलके झपकाएं देखें ही जा रहा था उसकी दोनों आंखे जैसे पाखी को ऊपर से नीचे तक स्कैन कर रही हो पाखी को देखते हुए वो इतना खो गया था उसे पता ही नही चला पाखी कब उसके पास आकर उसके सामने खड़ी हो गई तभी अरूण धीरे से कहता है गॉर्जियस अरूण ने ये इतने धीमी आवाज़ में कहा था पाखी ने सुना तो पर उसे समझ नही आया। तभी वो अरूण से कहती है सर आपने कुछ कहा अरूण अपना सर न में हिलाता है और उसे गाड़ी में जाकर बैठने के लिए कहता है, अरूण की बाते सुन कर पाखी वहा से चली जाती है अरूण जो पाखी को जाते हुए देख कर कहता है तु पागल हो गया है क्या अरूण तु इस राजधानी एक्सप्रेस की तारीफ कैसे कर सकता है,,, खुदसे ही ये सब कहते हुए, अरुण काउंटर पर जाकर अपना कार्ड देता है काउंटर पर खड़ा लड़का अरूण को कार्ड रिटर्न करते हुए कहता है, सर यॉर चॉइस रियली ब्यूटीफुल जिसे सुन अरूण उसे घूरकर देखते हुए कहता है, लगता है तुम्हें अपनी जॉब से प्यार नही है अरूण की ऐसी बातें सुन वो लड़का घबरा जाता है वो सर झुकाते हुए अरुण से माफी मांगता है । अरूण उसे अपनी गुस्से से भरी कोल्ड वॉइस में केहता है, अपने काम से काम रखो । वो लड़का आगे कुछ कहता इससे पहले अरूण उसकी बाते सुने बिना ही वहां से चला जाता है।।। पाखी कार में बैठी अरूण के आने का वैट कर रही थीं तभी उसकी नजर सामने से आते अरूण पर जाती है,, अरूण कार में बैठता है कार में बैठते ही उनकी कार हवा से बातें करने लगती है जिससे वो थोड़ी ही देर में होटल ब्लू स्टार पहुंच जाते है दोनों कार से बाहर आते है और होटल के अंदर चले जाते है अरूण और पाखी दोनों मीटिंग रूम की तरफ जानें लगते है, जैसे ही अरूण मीटिंग रूम का डोर ओपन करता है उसके सामने 4 जेंटलमैन बैठे हुए थे जो उसे देखते ही खड़े हो गए थे। वो लोग आपस में एक दुसरे को ग्रिड करते है, मिस्टर मेहरा जो मेहरा इंडस्ट्री के इकलौते वारिस है उनकी पर्सनेलिटी भी काफ़ी अट्रेक्टिव थी वो 28 साल के यंग मैन थे। अरूण और मिस्टर मेहरा दोनों ही प्रोजेक्ट के उपर डिस्कस करने लगते है,,,
पाखी एक एक करके अरूण को फाईल पास कर रही थीं और अरुण मिस्टर मेहरा को सब डिटेल में एक्सप्लेन कर रहा था जब अरूण मिस्टर मेहरा को डिटेल शेयर कर रहा था तो उसकी नजर उसके आस पास बैठे उन तीन लोगों पर भी थीं जिसमें से वो दो लोग जो मिस्टर मेहरा के राइट साईड में बैठे थे जिनमें एक उनका मैनेजर और दुसरा उनका लॉयर था उन दोनो की ही नजर पाखी पर थी ये बात अरूण अच्छे से नोटिस कर रहा था और उसे अन्दर ही अन्दर बहुत गुस्सा भी आ रहा था वो जल्दी से मीटिंग खत्म करने की सोचता है और कुछ ही देर में वो मिस्टर मेहरा को सारी चीजे एक्सप्लेन कर देता है,,,,, मिस्टर मेहरा : अरूण से हाथ मिलाते हुए कहते है अरूण आपने मुझे बहुत इंप्रेस किया है मैं ये प्रोजेक्ट आपके साथ ही करूंगा।
अरूण : ओके कहते हुए, मीटिंग खत्म होती है मिस्टर मेहरा अपनी टीम के साथ वहा से जा ही रहे थे की उनकी नजर पाखी पर जाती है पाखी पर मिस्टर मेहरा की नजर पहले भी गई थीं जब अरूण और पाखी रूम के अंदर आए थे पर उन्होंने उस समय मीटिंग और प्रोजेक्ट अपना ध्यान दिया ।
मेहरा : अरूण आपने इनसे इंट्रूड्यूज़ नही कराया । हा में अपना सर हिलाता है। मीटिंग खत्म होती है मिस्टर मेहरा अपनी टीम के साथ वहा से जा ही रहे थे की उनकी नजर पाखी पर जाती है पाखी पर मिस्टर मेहरा की नजर पहले भी गई थीं जब अरूण और पाखी रूम के अंदर आए थे पर उन्होंने उस समय मीटिंग और प्रोजेक्ट अपना ध्यान दिया ।
मेहरा : अरूण आपने इनसे इंट्रूड्यूज़ नही कराया । अरूण : मिस्टर मेहरा ये मेरी सेक्रेटरी है।
मिस्टर मेहरा : एक सर्कास्टिक स्माइल के साथ पाखी को देखते हुए धीमि आवाज़ से कहते है ब्यूटीफुल ।
अरूण जो मिस्टर मेहरा की बाते सुन रहा था उसकी आंखो में एक बार फिर से गुस्सा उतर जाता है और वो घुरकर मिस्टर मेहरा और उनकी टीम को देखता है । अरूण जो काफ़ी गुस्से में लग रहा था उसका मन कर रहा था वो अभी उन्हें सबक सिखाए उनकी अच्छे से पिटाई करे।
तभी अरूण खुदसे ही कहता है मुझे क्यों गुस्सा आ रहा है मैं ऐसे रिएक्ट क्यों कर रहा हुं । ये सब वो सोच ही रहा था तभी ।
सर हम भी चले पाखी की कोमल शांत आवाज़ अरूण के कानो में पड़ती है तो वो उसकी तरफ़ देखता है इस वक्त उसकी आंखो में बेहद ही गुस्सा था जिसे देख पाखी डर जाती है। अरूण पाखी को देखते हुए कहता है: मैं तुम्हें घर छोड़ देता हुं ।
पाखी : सर हम चले जायेंगे ।
अरूण : पाखी को अपनी मुठ्ठी बंद करते हुए गुस्से से देखते हुए "ओके" कहता है। पाखी होटल के बाहर आती है अपनी कैब में बैठ कर चली जाती है,,,,
पाखी जो इस बात से अनजान है की एक ब्लैक कलर की कार उसका पीछे कर रही है।
आखिर किसकी है ये ब्लैक कॉलर की कार ?
कोन है इस ब्लैक कॉलर की कार में ? कोन पीछा कर रहा है पाखी का ?
ये सब आपको next एपीसड में पता चलेगा।
आप लोग चाहे तो guess करके कॉमेंट सैक्शन में अपना answer बता सकते है 😇