Muskan ek adhuri prem kahani - 25 books and stories free download online pdf in Hindi

मुस्कान - एक अधूरी प्रेम कहानी - 25

अगले दिन, 23 अप्रैल

हैप्पी- हेलो जान क्या कर रहे हो... क्लास में हो आप.. ओए बनी मैसेज तो करो... अच्छा बच्चू पढ़ाई करनी है आपको... करो करो किताबें बहुत सी पढ़ी होगी तुमने मगर कोई चेहरा भी तुमने पढ़ा है.... बता मेरे चेहरे पर क्या क्या लिखा है.... घुस जाओ बुक में 🙄

दिनेश- अरे हैप्पी कसम से आज यह एप्प ही नहीं खुल रहा था अभी जाकर खुला है

हैप्पी- अच्छा

दिनेश- यस ऑफिस में हूं

हैप्पी- कौन सा ऑफिस

दिनेश- अपने कालेज के ऑफिस में हूं काम है थोड़ा

हैप्पी- बिजी हैं आप, रूम में कब जाओगे

दिनेश- 20 मिनट में

हैप्पी- ओके

कुछ देर बाद

हैप्पी- आ गए रूम में

दिनेश- हां जस्ट अभी पहुंचा हूं कपड़े भी नहीं उतारे

हैप्पी- हम्म खाना खाया

दिनेश- नहीं अभी तो आया हूं

हैप्पी- सॉरी

दिनेश- वह किसलिए

हैप्पी- ऐसे ही

दिनेश- सब ठीक तो है ना

हैप्पी- हम्म

दिनेश- सच में

हैप्पी- नहीं

दिनेश- जानता था बताओ अब क्या हुआ

हैप्पी- अरे बाबा कुछ नहीं हुआ

दिनेश- ठीक है टेस्ट हुआ आपका

हैप्पी- नहीं

दिनेश- फिर कब होगा

हैप्पी- शायद इवनिंग में या मॉर्निंग को होगा

दिनेश- ओके

हैप्पी- हम्म

दिनेश- अच्छा खाना खाया

हैप्पी- आपको क्या हुआ... हम्म खा लिया

दिनेश- और दवाई

हैप्पी- हम्म

दिनेश- ओके पेन तो नहीं हो रहा

हैप्पी- अब चुप

दिनेश- बैठ पा रही हो

हैप्पी- अरे बाबा मुझे भी बोलने दो ना 😏

दिनेश- अच्छा बोलो 😝

हैप्पी- आपको क्या हुआ है

दिनेश- आपसे प्यार 😘

हैप्पी- ठीक तो हैं कोई प्रॉब्लम तो नहीं है ना

दिनेश- घायल है आपके प्यार में 😉

हैप्पी- आई एम सीरियस

दिनेश- तो डॉक्टर को दिखाओ 😜

हैप्पी- मजाक के मूड में नहीं हूं मैं अभी

दिनेश- अरे बाबा कुछ नहीं हुआ, वह 3 दिन से सर नहीं आ रहे थे पढ़ाने तो प्रिंसिपल के ऑफिस गए थे हम दोस्त लोग। प्रिंसिपल अपने दोस्त हैं इसलिए उनके साथ बातचीत करने लगे फिर वह पढ़ाने लगे फिर अभी रूम आया हूं कॉलेज से, आते आते हालत खराब हो जाती है

हैप्पी- कितनी दूर है कॉलेज

दिनेश- यही 2-3 किलोमीटर के आसपास

हैप्पी- पैदल जाते हैं

दिनेश- नहीं साइकिल से

हैप्पी- ओके लड़कियां भी है कॉलेज में

दिनेश- हां क्यों नहीं होगी लेकिन आपके सामने सब फेल हैं

हैप्पी- सच्ची में 🥰

दिनेश- हम्म 😌

हैप्पी- ओके

दिनेश- क्या बात है उस टाइम घना प्यार आ रहा था छोरी तन्ने म्हारे पर

हैप्पी- कब

दिनेश- बस बस अब बातें ना बनाओ कि जानते ही नहीं

हैप्पी- मुझे याद नहीं 🤔

दिनेश- रहने दो भुल गए तो

हैप्पी- कल की बात कर रहे हो

दिनेश- नहीं आज की

हैप्पी- पता नहीं

दिनेश- कुछ याद भी रहता है आपको

हैप्पी- हा

दिनेश- क्या

हैप्पी- आप और आपका प्यार

दिनेश- ओहो

हैप्पी- हा😘

दिनेश- और मेरा वो

हैप्पी- नहीं वह याद नहीं 😋

दिनेश- अच्छा

हैप्पी- जान आई लव यू सो मच

दिनेश- लव यू टू 3.. 4... 5..

हैप्पी- हम्म

दिनेश- सुबह यह मैसेज नहीं किए थे कि कहां बुक में पड़े हो कभी मेरा चेहरा भी पढ़ो करके

हैप्पी- हा

दिनेश- वैसे तो मैं वेज हूं पूरा... बट आपको खाने का मन करता है हमेशा

हैप्पी- अच्छा जी🤗

दिनेश- हा

हैप्पी- ठीक होने दो फिर आपके पास आऊंगी

दिनेश- अच्छा उसके बाद किसी चीज के लिए मना किया तो देखना सच्ची आओगे

हैप्पी- बट खाने का सोचना भी मत.... कोशिश तो पूरी है कि आप से मिलूं, देखते हैं क्या होता है

दिनेश- खाऊंगा नहीं बस चखूंगा थोड़ा सा 😘

हैप्पी- ना

दिनेश- क्यूं नहीं चख सकता

हैप्पी- ऐसे ही

दिनेश- सच्ची या बस ऐसे ही बोल रहे हो

हैप्पी- क्या

दिनेश- कुछ नहीं.... मिलने के बाद अगर जा नहीं पाए तो ?

हैप्पी- तो आपके पास रुक जाऊंगी हमेशा के लिए

दिनेश- चाहता तो मैं भी हूं लेकिन आप भी जानते हो कि...

हैप्पी- बस बस.... आगे कुछ मत बोलना

दिनेश- हा ठीक हैं लेकिन मैं नाराज हूं आपसे🙄

हैप्पी- क्यों मैंने क्या किया 🤔

दिनेश- बोला था ना मैं आपको देखना चाहता हूं आपकों, जब आपका ऑपरेशन हो जाए उसके बाद

हैप्पी- यार हालत बहुत खराब थी इसलिए नहीं दिखाया

दिनेश- ओके अभी दिखाओ फिर

हैप्पी- नहीं कितने दिनों से फेस भी थोड़ा नहीं है.. बाल भी बिखरे हुए हैं... ना ना इस हालत में फोटो देखोगे तो.. आप छोड़ दोगे मुझे

दिनेश- हट पगली, नाटक नहीं दिखाओ मुझे

हैप्पी- नहीं बिल्कुल नहीं

दिनेश- पता है ना मैं क्या करूंगा फिर

हैप्पी- घर जाकर करूंगी यार... क्यों करते हैं आप ऐसा

दिनेश- घर जाकर तो रोज करना पड़ेगा पर अभी के लिए एक करो ना

हैप्पी- लड़ाई करनी है

दिनेश- क्योंकि आई लव यू

हैप्पी- बट आई हेट यू खडूस

दिनेश- अच्छा

हैप्पी- नहीं करूंगी पोस्ट 😉

दिनेश- यही बात है

हैप्पी- हा

दिनेश- सोच लो करना तो पड़ेगा आपको अभी प्यार से बोल रहा हूं

हैप्पी- ना 😋

दिनेश- बाद में गुस्सा हुए तो आपकी गलती होगी

हैप्पी- बाय यार आपको बात नहीं करनी है ना, मुझे पता है मैं जा रही हूं फिर

दिनेश- ओके मैं भी सोने जा रहा हूं.. नहाना नहीं है.. भुख भी नहीं लगी है बनाता भी नहीं हूं खाना

हैप्पी- ओके फिर मैं भी नहीं खाऊंगी खाना... दवाई भी नहीं करते हैं ना दोनों मिलकर जिद... सो जाओ बाय

दिनेश- अबे चुप.. तुमने कसम खाई है कि खाना और दवाई टाइम पर लोगे कसम नहीं तोड़ सकती

हैप्पी- ऐसी कोई कसम नहीं खाई मैंने... बस बोला था कि टाइम पर खाऊंगी

दिनेश- खाया है... मेरी बिल्ली मुझे ही म्याऊ

हैप्पी- कसम नहीं खाई थी आपको जो मर्जी करो और मैं भी... बाय मैं सोने जा रही हूं

दिनेश- याद भी रहता है तुम्हें भुलक्कड़ कहीं की😏

हैप्पी- सब याद रहता है मुझे 🙄

दिनेश- बताओ फिर उस दिन क्या हुआ था जब तुमने मुझे प्रपोज किया था

हैप्पी- आपने बोला था प्यार नहीं कर सकता.. किसी और से प्यार करते हैं आप

दिनेश- अच्छा यह बताओ मैं उस दिन आपको बेडरूम में ले गया था फिर क्या हुआ था

हैप्पी- मुझे नहीं पता

दिनेश- देखा याद तो रहता नहीं बड़ी आई 😋

हैप्पी- याद है

दिनेश- बताओ फिर

हैप्पी- नहीं चीटिंग है यह

दिनेश- याद ही नहीं है तो बताओ कि कहां से 😋

हैप्पी- कुछ और पूछो

दिनेश- अच्छा उस दिन हम नहा रहे थे तब क्या हुआ था

हैप्पी- यार मौका चाहिए आपको बस

दिनेश- हा मेरे से जीतना आसान नहीं 😋 नहीं है ना याद

हैप्पी- कुछ और पूछो ना इन सबके अलावा.. याद है बट मैं बोलना नहीं चाहती

दिनेश- ओहो आपको तो प्यार करना ही नहीं आता बस लड़ाई करनी आती है

हैप्पी- तो आप सिखा दो ना

दिनेश- आप ठीक हो जाओ फिर सिखा दूंगा लेकिन आप मेरी बात नहीं मानती ना कभी 🙄 गंदी बच्ची

हैप्पी- यार आप बात ही ऐसी बोलते हो जो मैं पूरी नहीं कर सकती

दिनेश- बस बस बहाने नहीं चाहिए डॉक्टर से कुछ भी छुपाना नहीं चाहिए

हैप्पी- हम्म

दिनेश- हा बस हम्म बोलो आप

हैप्पी- हम्म 😋

दिनेश- आपको अब पहले जैसा सपना नहीं आता

हैप्पी- नहीं दवाई लेकर सो जाती हूं तो होश ही नहीं रहता कोई

दिनेश- लेकिन मैं रोज आकर आपके बालों को सहलात हूं

हैप्पी- सच्ची में

दिनेश- हा फिर बहुत देर तक आपको देखता रहता हूं

हैप्पी- अच्छा फिर

दिनेश- फिर उठकर जाने लगता हूं तो आप अपने आप मेरा हाथ पकड़ कर बोलते हो "डॉक्टर साहब कहां जा रहे हो यहीं रुको ना, देखो मुझे यहां दर्द हो रहा है" करके मेरा हाथ अपने दिल में रख देते हो

हैप्पी- यह तो बोलती हूं कि दर्द हो रहा है जब दर्द बढ़ जाता है

दिनेश- हा उसके बाद बोलती हो कि मुझे ठंड लग रही है मुझे अपनी बाहों में भर लो ना

हैप्पी- फिर

दिनेश- मैं आपके बेड में लेट कर आपको अपने बाहों में भर लेता हूं आप बोलती हो "बहुत अच्छा लग रहा है डॉक्टर साहब

हैप्पी- फिर

दिनेश- फिर बोलती हो "कोई लोरी सुनाओ ना नींद नहीं आ रही है" तो मैं आपको लोरी सुनाते हुए सुला देता हूं

हैप्पी- ओह फिर

दिनेश- जिसके बाद मैं जाने लगता हूं तो आप मेरे हाथ पकड़ कर बोलते हो "इंजेक्शन नहीं लगाओगे मुझे डॉक्टर साहब" जिसे सुनकर मैं आपके सर पर एक प्यारी सी किस करते हुए बोलता हूं "पहले ठीक हो जाओ फिर रोज इंजेक्शन लगाउंगा

हैप्पी- अच्छा फिर

दिनेश- आप प्रॉमिस करती हो कि मेरे डॉक्टर साहब जो बोलेंगे मैं वही करूंगी... करोगे ना

हैप्पी- नहीं

दिनेश- क्यों आपने पहले ही वादा कर दिया है आपको याद नहीं

हैप्पी- ना

दिनेश- थोड़ा आराम करो अभी आपकों प्यार की भाषा सिखाने में मेरी हालत खराब हो गई

हैप्पी- हा हा हा हा

दिनेश- बड़ी हंसी आ रही हैं

हैप्पी- डॉक्टर साहब मुझे फसाने में फेल हो गए

दिनेश- एक बार हाथ आ जाओ फिर देखना बच्चू

हैप्पी- नहीं आऊंगी हाथ आपके

दिनेश- अभी जो जीब दिखा रही हो ना उसी से मुझे किस करोगे

हैप्पी- ना बिल्कुल नहीं, ऐसा कुछ नहीं होगा

दिनेश- आपकी कौन सुनेगा मैं तो नॉन स्टॉप शुरू हो जाऊंगा

हैप्पी- नहीं होने दूंगी ऐसा

दिनेश- आप रोक पाओगे

हैप्पी- नहीं

दिनेश- खैर मुझे तो पहले आपकी गोद में जी भर कर सोना है 😘😘

®®® DINESH DIVAKAR "MASTER"

कमेंट करके जरूर बताइएगा कि यह भाग कैसी लगी आपको, साथ ही अपने दोस्तों के साथ शेयर किजिए, प्रोत्साहन के लिए सिक्के भी भेजिएगा शर्माने की जरूरत नहीं है 😁 मिलते हैं अगले भाग में....... धन्यवाद 😊🤙


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