क्रिसमस की रात DINESH DIVAKAR द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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क्रिसमस की रात

👉यह कहानी सत्य घटना पर आधारित है
जिसे कहानी के रूप में संजोया गया है 👈

"ऐनी डार्लिग" कहा हो आप ! मुझे काफी लेट हो रहा है ?

"जरा रूकिए, मै अभी आई" ऐनी की आवाज आई !

विलियम वही सोफे पर बैठ गया तभी उसके तीनो बच्चे दौड़ते हुए उनके पास आए वही उनके पीछे नैनी नर्स भी दवाई की बोतल लेकर आई।

विलियम बच्चो से "अरे बच्चो सम्हल कर गिर जाओगे

लेकिन बच्चे उनकी बातो को अनसुना करके दरवाज़े से निकल कर बाहर मैदान की ओर भाग ग‌ए

वही नैनी हांफते हुए विलियम से बोली " विलयम बाबु आपके तीनो बच्चे काफी शरारती हो गए है कोई बात ही नहीं सुनते

विलयम मुस्कुराते हुए बोला "बच्चे हैं सिस्टर, आप उनके पीछे अपनी सेहत का भी ध्यान रखा किजिए मैं बच्चों को समझा दूंगा की आपको ज्यादा परेशान ना करें।

"ठीक है विलियम बाबू " नैनी यह बोलकर बच्चों के पीछे चली गई।

तभी ऐनी टिफीन और विलियम का बैग लेकर नीचे आई "साॅरी साॅरी विलियम... ये लिजिए आपका समान

विलियम बैग को कंधे में रखकर बाॅय बोलकर जाने लगा तभी उसकी नज़र ऐनी के उदास चेहरे पर पड़ी.. वह उसके पास जाकर बोला "क्या हुआ मेरी जान! ऐसे उदास क्यो हो सब ठीक तो है ना ?

ऐनी विलियम के सीने से लगते हुए बोली " आप आज कहीं मत जाओ मुझे बहुत अजीब लग रहा है कल चले जाना

विलियम हंसते हुए " धत् पगली इतनी सी बात के लिए इतने सुंदर चेहरे को उदास किए बैठी हुई हो... चिंता मत करो मैं जल्दी आ जाउंगा...

आज तो क्रिसमस का दिन है त्योहार के दिन घर से बाहर जाना अपशगुन माना जाता है "ऐनी कैसे भी करके विलियम को रोकना चाहती थी।

विलियम मुस्कुराते हुए बोला "जान ये बातें उनके लिए होते हैं जिनके पास करने के लिए कुछ काम नहीं होता आप चिंता मत करो मैं शाम होने से पहले ही आ जाउंगा......

यह बोलकर विलियम तेजी से घर से बाहर निकल गया वहीं ऐनी विलियम के लिए काफी चिंतित थी.......

विलियम बाल्ट, उनके परिवार में उनकी पत्नी ऐनी और तीन बच्चे थे जिनके देखभाल करने के लिए एक वृद्ध नर्स नैनी थी। वे दक्षिण इंग्लैंड में बसे ब्रिस्टल गांव के आकेवले हाॅल में रहते थे, जो ऊंचे ऊंचे पहाड़ियों तथा घने जंगलों से घिरा हुआ था। क्रिसमस का दिन था 1614, विलियम को आज बहुत जरूरी मीटिंग के चलते लंदन जाना था।

कड़ाके की ठंड पड़ रही थी लेकिन वहां के निवासी अपने प्रिय त्योहार की तैयारियों में व्यस्त थे। बच्चे बेहद खुश थे और अपने में ही खुश थे ऐनी सारी तैयारियां कर रही थी उनकी मदद नैनी कर रही थी तैयारियां करते करते शाम होने को आ गई जिसके बाद नैनी भी जल्दी छुट्टी मांगकर अपने घर चली गई। पर ऐनी पुरे दिन काफी दुखी थी.. विलियम का इस पवित्र दिन भी घर में न होना, ऐनी को अखरने लगा था

ऐनी विलियम के ख्यालों में खोई हुई थी कि अचानक उसने विलियम को सीढ़ियों से ऊपर चढ़ते हुए देखा... लेकिन विलियम तो उस समय लंदन में थे इसलिए ऐनी को बहुत आश्चर्य हुआ.. बच्चे भी वही खेल रहे थे उसे देखकर वे तीनों "पापा-पापा" चिल्लाने लगे.... लेकिन वह साया तेजी से ऊपर वाले हाॅल में घुस गया

उसका पीछा करते हुए जब ऐनी तथा बच्चे हाॅल में ग‌ए तो वहां कोई भी नहीं था... ऐनी और बच्चे हैरान थे...

तभी उनकी नज़र विलियम के सिगार पर पड़ी जो वहां अपने आप जल रहा था जिसके कुछ पल पश्चात ही विलियम की तेज चीख पुरे घर में गूंज उठी

जिसे सुनकर बच्चे रोने लगे.. जिसके बाद ऐनी उन्हें सीने से लगाकर चुप कराने लगी लेकिन ऐनी भी इन सभी हो रहे घटनाओं से हैरान थी कि आखिर ये सब हो क्या रहा है?

ठीक उसी समय चर्च से पांच बजे की घंटी बजी.... ऐनी और बच्चे जब प्रार्थना करने हेतु नीचे उतरने के लिए सीढ़ियों के पास ग‌ए तो एक कोने में खून से सने हुए दो हाथों के छाप देखें...

बच्चे उसे देखकर डर ग‌ए वहीं ऐनी भी बेहद डर गई क्योंकि वह छाप विलियम के हाथों की थी तथा ताजे खून से बनी हुई थी.. उसे देखकर ऐनी और बच्चे घबरा कर वापस हाल के अंदर आ जाते हैं और डर के मारे वहीं बैठे रहते हैं जिसके थोड़ी देर बाद उनकी नींद वहीं पड़ जाती है

काली अमावस की रात अपने चरम पर आ चुकी थी की तभी रात के 2 बजे एक साया तेजी से दौड़ता हुआ ऐनी के घर के दरवाजे के सामने जा खड़ा हुआ और दरवाजा खटखटाने लगा

जिसकी आवाज सुनकर ऐनी हड़बड़ा कर उठ बैठी और डरते डरते दरवाजे के पास पहुंची... वह बोलना चाहती थी लेकिन उसके मुंह से आवाज़ ही नहीं निकल रहा था तभी ऐनी की एक हल्की सी आवाज आई "कौन........"

जिसके बाद खटखटाहट बंद हो गई कुछ सेकंड तक घोर सन्नाटा छा गया फिर बाहर से एक आवाज आई "मैडम दरवाजा खोलिए मैं हूं हैम (हैम विलियम के कार्यालय का कर्मचारी था)

ऐनी उन्हें जानती थी उसने दरवाजा खोला तो देखा हैम काफी हाफ रहा था जिसके बाद वह एक गहरी सांस लेकर छोड़ दिया और बोला "एक बहुत दुःखद समाचार है... सर विलियम अब हमारे साथ नहीं है.... उनकी करीब शाम पांच बजे किसी ने हत्या कर दी... मृत्यु से पूर्व वे सिगार पी रहे थे.... वहीं हत्या वाले कमरे में खून से सनी उनके हाथों की छाप भी पायी गई है.... हैरानी बात यह है की वह उस कमरे में बिल्कुल अकेले थे...

ऐनी यह सुनकर मुर्ती की तरह वहीं जम गई उसका दिमाग शून्य की ओर जा रहा याद आ रहा था तो बस सीढ़ियों से चढ़ता हुआ विलियम, हाॅल में जल रहा सिगार और सीढ़ियों के पास खून से बना दोनो हाथों की छाप, जो धीरे धीरे और गहरा होता जा रहा था...........!!!!!

इंग्लैंड में आज भी विलियम की इस अजीब मौत के रहस्य को कोई सुलझा नहीं पाया है वैज्ञानिक भी हैरान हैं वहीं उनके परिवार के लोग भी इस सदमे से काफी समय बाद उबर पाए...............

®®®DINESH DIVAKAR "MASTER"
यह एक सत्य घटना है इसके प्रमाण है मेरे पास, अगर आप सभी ऐसे कहानियों को पसंद करेंगे तो मैं ऐसे ही बहुत सारी कहानियां पेश करूंगा, यह सत्य घटना है इसलिए विलियम को किसने मारा आज तक किसी को भी नहीं चला, मैं इसमें अपनी तरह से बदलाव करके किसी को भी खूनी बना सकता था या किसी भूत प्रेत को भी जोड़ सकता था लेकिन इससे कहानी की सच्चाई बदल जाती फिर भी अगर लगा की इसके आगे विलियम के खूनी को लाया जाए तो मैं जरूर कोशिश करूंगा धन्यवाद।