नर्मदा उसे गाड़ी में सामान रखते हुए देख रही थी। उसने कभी नही पूछा था की वोह जिस होटल में रुके हैं वोह क्यों खाली कर कर रहे हैं जबकि वोह कल यहाँ से जाने वाले थे।
“तुम मुझे कहां ले जा रहे हो?“
“क्लब।” नील ने दो टुक जवाब दिया।
“कौन से?“ नर्मदा ने भी उसी की टोन में जवाब दिया।
“इस से कुछ फर्क पड़ता है?“
नर्मदा अभी बात आगे बढ़ाने की स्तिथि में नही थी इसलिए उसने यह बहस यहीं छोड़ दी। दोनो गाड़ी में चुपचाप बैठे हुए थे। पूरे रास्ते दोनो में से किसी ने कुछ नही कहा जब तक वोह दोनो अर्ध-निजी गैरेज में नही पहुँच गए। नर्मदा जान बूझ कर गाड़ी में इंतजार करने लगी की नील दूसरी साइड से आए और उसके लिए दरवाज़ा खोले। वोह उसकी तरफ देखने लगी जब उसकी साइड का दरवाज़ा खुला और नील ने हाथ बढ़ाया।
वोह उसमे बहुत ही शानदार लग रहा था, एक हल्के रंग की जैकेट के साथ गहरे रंग की सिल्क की शर्ट और गहरी वॉश जींस में। माहौल को हल्का करने के लिए नर्मदा मुस्कुरा गई, और नील ने उसका हाथ थाम लिया, थोड़ा झिझकते हुए।
“दुबारा बात करने के लिए तुम और कितना समय लोगे?“ नर्मदा ने उसका हाथ पकड़े हुए ही पूछा।
नील ने धीरे से अपना हाथ उसके हाथ से खींच लिया। “लेट्स गो।”
नर्मदा उसके पीछे चल दी, और उसे क्लब के अंदर से आती हुई म्यूजिक की रिदम महसूस हो रही थी। वोह दोनो रिसेप्शन पर पहुँचे और इससे पहले नील कुछ कहता नर्मदा पहले बोल पड़ी, “मिस्टर एंड मिसिस कुमार।”
“वेलकम, हैव अ वंडरफुल टाइम।” होस्टेस में उन्हे चीयर करते हुए कहा।
नर्मदा ने जबरदस्ती दुबारा नील का हाथ पकड़ लिया, और इस बार नील ने अपना हाथ नही खींचा। वोह उसे बार की तरफ ले गई और काउंटर पर हल्का सा झुक गई।
“टू लार्ज टकीला शॉट्स फॉर माय हसबैंड एंड मी,” नर्मदा ने बारटेंडर से कहा।
“तुम यह क्या कर रही हो, नर्मदा?“ नील की गर्म सांसे नर्मदा को अपने कान पर महसूस हुई।
नर्मदा धीरे से पलटी और नील की तरफ झुक गई। मैं उदास नही हूं क्योंकि बस तुम मुझे छोड़ कर चले गए थे। मैं आज रात खूब एंजॉय करने वाली हूं।”
नील ने अपने होंठ दबा लिए जब नर्मदा ने उसकी तरफ टकीला शॉट्स बढ़ाया। “ड्रिंक अप, माय हसबैंड। जिंदगी बहुत छोटी होती है।”
“चीयर्स टू मिस्टर एंड मिसिस कुमार।” नर्मदा ने नील की तरफ अपनी एक आँख दबाई और एक बार में अपनी शॉट्स पी गई और फिर अल्कोहल अपने गले में उतरते महसूस कर रही थी।
“पी भी जाओ, मिस्टर कुमार,” नर्मदा ने उसे चिढ़ाते हुए कहा जब नील उसे घूर कर देख रहा था। अब नर्मदा उसके घूरने से उस पर आकर्षित नही हो रही थी। वोह यह समझ चुकी थी की जब नील चुप होता है तो वो कुछ गंभीर सोच रहा होता है। सोचना अच्छा होता है, और इसका मतलब सिर्फ इतना है की वोह असमंजस में है जिसमे वो खुद थी कुछ दिन पहले।
घूरने के इस कंपटीशन में जीतने के बाद, नर्मदा ने नील के हाथ से टकीला शॉट्स ले लिया और पी गई। “इतने अच्छे तकिला को ना पीना यह उस की इंसल्ट है।”
“आराम से, मैने तुम्हे उठा कर वापिस ले जाने के लिए कोई साइन नही किया है।” नील की सांसे नर्मदा को गरमा गई, और अल्कोहल की गर्मी ने भी उसे बोल्ड बना दिया। वोह उसके करीब झुकी और अपने गाल को उसके होंठो पर रगड़ने लगी। “मैं डांस करने जा रही हूं, मैं थक गई हूं तुम्हारे सामने गिड़गिड़ाते गिड़गिड़ाते।”
नील बार सीट पर ही बैठा हुआ था, पर उसकी नज़र नर्मदा पर ही बनी हुई थी जैसे जैसे वोह मूव कर रही थी और भीड़ में डांस फ्लोर पर इधर उधर हो रही थी। डांस फ्लोर पर बहुत ही ज्यादा भीड़ थी, पर वोह उसे देख सकता था जिस तरफ वोह बैठा था क्योंकि डांस फ्लोर बार से कुछ फीट नीचे बना हुआ था। नर्मदा जानती थी की नील उसे देख रहा होगा पर उसके साथ डांस फ्लोर पर आएगा नही, खासकर, आज यहां आने से पहले जो बात उन दोनो के बीच हुई थी, उसके बाद तो बिलकुल भी नही।
उसे कुछ ही देर हुई थी डांस फ्लोर पर थिरकते हुए जब उसने अपने पीछे से किसी की आवाज़ सुनी। “हैलो, ब्यूटीफुल।”
नर्मदा पीछे पलटी तो उस से एक कदम से भी कम दूरी पर लगभग एक अठाईस उनतीस साल का लड़का खड़ा था। वोह अपने दोस्तों के साथ था, और उसने नर्मदा को डांस के लिए इनवाइट करने के लिए अपना हाथ आगे बढ़ा रखा था। नर्मदा उसकी तरफ देख कर मुस्कुरा गई और एक नील की तरफ देखने के बाद उसने अपना हाथ उस आदमी के हाथ पर रख दिया।
म्यूजिक बहुत तेज़ था, भीड़ भी बहुत ज्यादा, और नर्मदा वैसे भी नशे में थी—सिर्फ शराब का नशा नही था, बल्कि यह सोच कर नील कितना चिढ़ेगा जब वोह किसी और लड़के के साथ डांस करेगी।
उन लड़कों के ग्रुप के साथ नर्मदा को बहुत मज़ा आ रहा था लेकिन सिर्फ तब तक जब तक की उसे अपने ब्रेस्ट पर किसी का हाथ महसूस नही हुआ।
“ध्यान रखो,” नर्मदा ने उस लड़के को जिसने उसे डांस के लिए पूछा था उसे चेतावनी देते हुए कहा।
वोह जानती थी की जब इस तरह की हरकत हो तो यहाँ से चले ही जाना चाहिए। वोह उनके ग्रुप से बाहर निकल कर दूसरे लड़के लड़कियों के ग्रुप में शामिल हो गई जो उसकी ही उम्र के थे।
पाँच मिनट बाद, वोह लड़के फिर से नर्मदा की तरफ आ गए और उस के आसपास डांस करने लगे। “तुम मुझसे भाग रही हो, ब्यूटीफुल?“ उस लड़के ने उसे छेड़ा।
नर्मदा ने उसके सवाल को अनसुना कर अपना डांस करती रही, पर फिर वोह लड़का एग्रेसिव होने लगा।
“पीछे हट जाओ, मिस्टर,” नर्मदा उस पर झिड़की और उसे धक्का दे कर पीछे करने लगी पर उस लड़के ने नर्मदा का हाथ पकड़ लिया और अपने करीब कर लिया। नर्मदा को उस से घिन होने लगी जब उसका हाथ उसके पीछे नीचे की तरफ फिसलने लगे।
नर्मदा स्मूथली झटके से घूमी और अपने आप को उस से अलग कर लिया और अपना पैर ट्विस्ट करके अपनी शू हील उस लड़के के पैरों में गड़ा दी। उस लड़के की चींख म्यूजिक के शोर में छुप गई, पर उसकी आँखों में गुस्सा उतर आया था। वोह इसके नतीजे के लिए अपने आप को तैयार कर रही थी जब उसने देखा की उस लड़के का हाथ उस पर उठ रहा था पर उसका हाथ कभी नर्मदा को छुआ ही नही।
नील वहाँ पहुँच चुका था और बिना एक शब्द कहे उसने उस लड़के को धक्का दे दिया। नर्मदा ने इस का फायदा उठाया और नील को उसके पीछे से पकड़ कर म्यूजिक पर डांस करने लगी। नील ने उसके हाथ को अलग किया और पलट गया, पर फिर उसे अपनी बाहों में भर लिया।
“फाइनली, तुम आ गए मेरे साथ डांस करने के लिए?“ नर्मदा ने उसके कान में फुसफुसाया।
“तुम्हे बचाव की जरूरत थी।”
“मैं एक बड़ी लड़की हूं। मैं अपना ख्याल रख सकती हूं,” नर्मदा ने अपने दोनो हाथ उसके गले में डालते हुए कहा।
नील का शरीर एकदम अकड़ गया पर उसने मना नही किया।
“वोह जानवर अंधेरे में तुम्हे ढूंढ रहा था।” नील ने कहा।
“शायद मैं चाहती थी की वोह ऐसा करे,” नर्मदा ने उसे उकसाया और उसकी उंगलियां अपनी कमर पर गड़ती हुई महसूस की।
“तुम्हारे आसपास किसी को आने नही दे सकता।”
नर्मदा मुस्कुराई और अपना चेहरा ले जा कर नील की गर्दन पर रख उसकी मस्कुलर स्मेल इनहेल करने लगी। उसका दिल नील के छूने से बहुत फुदक रहा था। वोह अपने दिल को नियंत्रण में करने के लिए समय चाहती थी—और जिस मोमेंट यह हुआ—वोह इस मोमेंट को कभी खत्म नहीं करना चाहती थी, वोह चाहती थी की नील भी उसे चाहे और वोह जिंदगी भर उसका बन कर रहे। इसका कोई एक्सप्लेनेशन नही था की वोह उसके लिए क्या महसूस करती थी।
“आई लव यू, नील।” नर्मदा ने फुसफुसाया, पर वोह जानती थी की नील ने सुन लिया होगा जिस तरह से उसका शरीर एकदम से चौंका था।
नील ने उसे पकड़े रखा और ऐसे प्रिटेंड किया की जो नर्मदा ने कहा उसने सुना ही नही, पर नर्मदा कैसे जाने दे। “मुझे हमेशा के लिए अपना बना लो, मुझे बस तुम चाहिए।”
नील ने तेज़ बाहर सांसे छोड़ी। “नर्मदा, तुम नशे में हो.... हमे अब चलना चाहिए।”
नर्मदा ने उसकी आँखों में देखने के लिए उस से थोड़ा सा अलग हुई। “नही, मैं नशे में इतनी तो नही हूं की यह न जान पाऊं की मैं तुम्हारे बारे में क्या महसूस करती हूं। आई लव यू, मैने तुमसे सारी जिंदगी प्यार किया है....बस इतनी बेवकूफ थी की पहचान नहीं पाई।”
“चलो यहाँ से.... मैं वादा करता हूं की हम इस बारे में जरूर बात करेंगे जब हम होटल के कमरे में पहुँच जायेंगे,” नील ने बेसब्री दिखाई।
नील उसे डांस फ्लोर से बाहर ले आया और फिर क्लब के लॉबी तक वोह दोनो आ गए। वोह उसका हाथ पकड़े उसे एलिवेटर तक ले जाने लगा।
“रुको एक मिनट, मुझे वाशरूम जाना है।” नर्मदा उसे दूर जाने लगी, और जब उसने महसूस किया की नील भी उसके पीछे आ रहा है, तोह वो रुक गई। “मैं भाग नही रही हूं, मैं तुमसे इतना प्यार करती हूं की तुम छोड़ कर भागने नही वाली।”
नील के कदम ठिठक गए, उसके चेहरे पर शर्मिंदगी के भाव आने लगे। “मैं यहीं रुकता हूं।”
नर्मदा वाशरूम के साइन को फॉलो करते हुए दूसरी तरफ मुड़ गई।
नर्मदा उस औरत को देख कर मुस्कुराई जो वहाँ लोगों की मदद के लिए रहती थी। “मैं ठीक हूं। इतनी नही पी है की उलटी करने लगूं।”
नर्मदा जब स्टॉल में से मुस्कुराते हुए वापिस बाहर आई। “सॉरी, मेरे पास कैश नही...“ नर्मदा की आवाज़ बोलते बोलते रुक गई जब उसे वाशरूम में एक आदमी खड़ा दिखा और वोह लेडी हेल्पर वहाँ से गायब थी। उसे कुछ पल लगा, पर उसे समझ आ चुका था की यह वोही आदमी है जो डांस फ्लोर पर था जिसके पैर पर उसने अपनी सैंडल की हील मारी थी।
“तू एक चालाक कुतिया है, और तूने मेरा इस्तेमाल किया मुझे उकसाने के लिए अपने उस रण्डी के पिल्ले के लिए।”
शायद वोह सही हो लेकिन उसे कोई हक नही बनता की वोह नील के बारे में ऐसा कुछ गलत शब्दों का इस्तेमाल करे पर उसने सोचा की एक नशे में धुत इंसान से इस वक्त कोई लड़ाई नही करनी चाहिए। “सर, यह लेडीज रूम है, प्लीज़ आप यहाँ से बाहर जाइए।”
“मैं जानता हूं, कुतिया, और मैं तुझे दिखाता हूं की मैं उसके साथ क्या करता हूं जो मुझसे पंगे लेता है,” उसने वाशरूम का दरवाज़ा बंद करते हुए कहा।
नर्मदा जानती थी की उसे इस वक्त गुस्सा नही दिखाना है नही तो बात और बिगड़ सकती है। उसने उसे इग्नोर किया, अपने हाथ धोए, और पीछे पलट गई। “मेरे रास्ते से हट जाइए।”
वोह आदमी कुछ कदम उसके करीब बढ़ा, अपना कॉक अपने हाथ में पकड़ा और कहने लगा, “मैं हट जाऊंगा जब तुम मेरे इस पावर टूल को चूसोगी।”
“मेरे रास्ते से हट जाओ,” नर्मदा चिल्लाई, अपनी सारी ताकत लगा कर उसे धक्का देने लगी, पर उस आदमी की ताकत उस से कहीं ज्यादा थी। उसने नर्मदा के बालों को अपने एक हाथ से पकड़ा और दूसरे हाथ से उसके दोनो हाथों को पकड़ लिया।
उसका शरीर एक अनजाने डर से कांपने लगा जब उसने अपने गालों पर उसकी सांसे महसूस की। “मैं तुम्हे जाने दूंगा जब तुम बस एक बार मेरा डिक सक करोगी और मैं तुम्हारा स्वीट कंट लिक करूंगा।”
“मुझे जाने दो।” उसने उसे लात मारने की कोशिश की, पर उसके अटैक का उस पर कोई असर नहीं हुआ।
वोह आदमी हँसने लगा, उसकी गर्दन के पास अपने चहरा फिराने लगा। “तुम बहुत नशीली हो, शायद मैं तुम्हे बाहर खड़े मेरे दोस्तों के साथ शेयर ना करूं। मैं तुम्हें अपने लिए चाहता हूं।”
नर्मदा को अपने सीने पर दबाव महसूस होने लगा और अगले ही पल उसे अपनी सिल्क ड्रेस फटती हुई सुनाई देने लगी। वोह जितनी ताकत से चिल्ला सकती थी चिल्लाई, पर वोह जानती थी की उसे कोई नही सुन रहा होगा। “नील!“
“क्या यह तेरे उस मा*** का नाम है, यू बिच?“ उसका हाथ उसके पूरे शरीर पर फिसल रहा था, और उसके सेंसिटिव पार्ट्स को हर्ट कर रहा था। उसने उसे दीवार से सटा दिया, और एक हाथ से उसका गला दबाए रखा।
“तेरी हिम्मत कैसे हुई मुझे रिजेक्ट करने की।” उसने उसकी ब्रेस्ट को कस कर दबा दिया जिस वजह से वोह दर्द से चिल्ला पड़ी।
नर्मदा को हवा की कमी महसूस होने लगी और उस से लड़ने की कोशिश करने लगी क्योंकि वोह आदमी अपने फ्री हैंड से उसके पूरे शरीर पर अपना हाथ ले जा रहा था और उसके है एक पार्ट को चोट पहुँचा रहा था।
वोह उसे बार बार लात मारने की कोशिश करती रही पर जल्द ही उसकी आँखोँ के आगे अंधेरा छाने लगा जिस वजह से वोह उस से लड़ने में कमज़ोर पड़ने लगी। उसने अपनी आँखें बंद कर ली क्योंकि वोह अपने प्राइवेट पार्ट पर उसके चोट पहुंचाते हाथ बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी। पर अचानक उसकी गर्दन पर पकड़ ढीली महसूस होने लगी।
उसने धीरे से अपनी आँखें खोली और झटके से जमीन पर गिर पड़ी। नील ने उस आदमी की गर्दन पीछे से पकड़ कर जकड़ी हुई थी।
“तुम ठीक हो?“ नील चीखा जिसपर नर्मदा ने हाँ में सिर हिला दिया, पर उसका शरीर बेजान सा ज़मीन पर पड़ा रहा। नर्मदा देख रही थी उस आदमी को अपने बचाव में लड़ते हुए, और नील ने उसका सिर शीशे पर ज़ोर से दे मारा जिससे नर्मदा कुछ होश में आने लगी।
“नील!“ नर्मदा की आवाज़ में कमजोरी थी।
वोह आदमी नील से लड़ रहा था पर नील उसे मारने का चांस ही नही दे रहा था। उसे यूहीं 'द हंटर' नही बुलाया जाता। नर्मदा उसे देख रही थी जब नील ने उस आदमी का हाथ टाइल की दीवार पर जोर से मारा।
“यही हाथ है ना, जिस से तूने उसे छुआ था?“
जो गरज नील की आवाज़ में थी उसने नर्मदा को एक नई जिंदगी दे दी। नील उस आदमी को मारे जा रहा था, और वोह यह काम इमोशंस के साथ कर रहा था, वोह इमोशंस जो उसके लिए जन्मे थे ना की अपना कर्तव्य पूरा करने के लिए।
“नर्मदा, मुझसे बात करो।” नील नर्मदा के पास घुटनों के बल बैठा था।
“नील, कुत्ते ने, तुम्हे बहुत ही गलत नाम से बुलाए....“उसकी आवाज़ रोने में बदल चुकी थी।
“प्लीज़, उठो...चलो यहाँ से।” नील ने नर्मदा को गोद में उठा लिया। फिर उसे सीधा खड़ा कर पहले अपनी जैकेट उतार कर उसके कंधो पर डाल दी।
“नर्मदा, मेरे साथ ही रहना।” नील ने उसे फिर बाहों में उठाया और बाथरूम से बाहर निकल गया। नर्मदा की आँखें बंद होने लगी थी, पर उसने यह नोटिस जरूर कर लिया बाथरूम के बाहर की चार और आदमी अधमरी हालत में पड़े हुए थे।
बिना किसी परेशानी के उसकी आँखों में नींद छाने लगी, और उसने अपने आप को सुरक्षित हाथों में महसूस कर आँखें बंद कर ली, क्योंकि नील कभी किसी को उसे चोट पहुंचाने नही देगा।
***
कहानी अगले भाग में अभी जारी रहेगी...
❣️❣️❣️