मोहब्बत तो मोहब्बत है - Part-11 Vandana thakur द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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मोहब्बत तो मोहब्बत है - Part-11

अविनाश बदहवास सा कॉलेज कैम्पस से बाहर की तरफ दौडा चला आया, उसनें कॉलेज के गेट पर आकर सडक की तरफ देखा तो हिती कही दिखाई नही दी, अविनाश ने अपना सिर पकड लिया ।

अविनाश सडक पर दौड निकला वो पैदल ही सडक पर भागे जा रहा था, वह चारो तरफ अपनी नजरे दौडकर हिती को देखता परेशान सा उसका नाम चिल्लाता हुआ हिती को ढूंढ रहा था, पर उसे हिती कही दिखाई नही दे रही थी ।

सडक पर धूप मे दौडते हुए अविनाश हाईवे पर पहुच गया, जहां बहुत सी गाडी- मोटर काफी तेजी से दौड रहे थे, उसनें यहां- वहां नजर दौडाई तो सामने सडको के बीचो- बीच हिती मूर्ति सी बनी खडी थी, उसके आंखे सामने से आ रही ट्रक पर जमी हुई थी, वो ट्रक हिती के काफी पास पहुच गया, उसनें हिती को देखा तो उसकी आंखे फैल गयी ।

हिती ने ट्रक को देखकर अपने हाथ फैला दिये जैसे वो खुद को अब बस खत्म करना चाहती हो।

अविनाश हिती को देखकर चिल्ला पडा- हिती,,,,,! और उसकी तरफ दौड पडा, वो ट्रक हिती से टकराता इससे पहले ही अविनाश वहां पहुच गया और उसनें हिती को पकडकर अपनी तरफ खींच लिया ।



हिती, अविनाश के सीने से जा लगी, अविनाश ने कसकर हिती को गले से लगा लिया वो पागलो की तरफ हिती को चुमने लगा, उसनें हिती के माथे को लगातार चुमते हुए उसके चेहरे को हाथो मे पकड लिया ।



" पागल लडकी,,,,क्या करने जा रही थी, तुम क्यो मरना चाहती हो, तुम सोचती भी हो अगर तुम्हे कुछ हो गया तो मेरा क्या होगा, मै पागल हो जाऊंगा, मै मर जाऊंगा अगर तुम्हे कुछ हो गया तो,,,,!!!

हिती रो पडी, वो चीखते हुए अविनाश के पैरो के पास बैठ गई ।

" मरना है मुझे,,, मरना है नही जीना, कुछ नही बचा अब मेरी जिंदगी में, सब कुछ खत्म हो गया,, सबकुछ खत्म हो गया....."

हिती की हालत बहुत खराब थी, वो चीख- चीखकर रो रही थी । अविनाश ने हिती को इस तरह रोता देखा तो उसकी आंखो मे भी आंसू आ गये ।

" हिती,,,,,!!!! तुम स्ट्रॉग हो बच्चे,,,,,,तुम ऐसे कायरो की तरह नही मर सकती,,,," अविनाश ने हिती को आगोश मे भरते हुए कहा । हिती बिलख पडी ।

" मेरे बच्चे को आकाश और गौरी ने मारा है,,,,,!! वो दोनो कातिल है, उन दोनो ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी, आकाश ने मेरे साथ प्यार का नाटक किया, गौरी के साथ रिश्ता बनाया और मेरे बच्चे को फिर दोनो ने मिलकर......!!!! हिती ने अविनाश के गले से लगकर रोते हुए कहा ।

हिती की बात सुनकर अविनाश चौक पडा, उसने हिती को खुद से दूर किया और उसके कंधों को पकड़ते हुए उससे कहा-: क्या कह रही हो? तुम तुम्हें होश भी है,,,,? आकाश और गौरी ने,,,मतलब वो दोनो इतने कैसे गिर सकते है और तुम्हे,,,,तुम्हे यह बात किसने कही......?????

हिती ने रोते हुए अपने बैग से मोबाइल निकालकर उसकी तरफ बढा दिया । अविनाश ने मोबाइल की तरफ देखा, जिसमें एक विडियो था, अविनाश ने वो विडियो प्ले किया उसमें गौरी र आकाश उस कार ड्राइवर को पैसे देते हुए नजर आ रहे थे, आकाश पैसे देकर चला गया ।

वही गौरी ने ड्राइवर से एक तिरछी मुस्कान के साथ कहा-; बहुत बढिया काम किया है तुमने, आकाश तुमसे काफी ज्यादा खुश हो गया है उसकी जिंदगी का सबसे बड़ा कांटा तुमने निकाल दिया, तुम्हें पूरा यकीन है ना हिती का बच्चा नही बचेगा,,,!!

" उसका इस तरह एक्सिडेन्ट किया है कि अब उनका बचना ही बहुत मुश्किल है तो बच्चे का बचना तो नामुमकिन ही है,,,,," ड्राइवर ने मुस्कुराते हुए कहा ।

" वेरी वेल डन,,, यह तो एक्सट्रा पैसे मेरे और आकाश की तरफ से, गौरी ने ड्राइवर की तरफ पैसो की गड्डी बढा दी ।

इसके साथ ही वो वीडियो खत्म हो गया, इस वीडियो को देखकर अविनाश चहरा गुस्से से लाल हो गया ।

उसने हिती की तरफ देखा वो रो- रोकर पागल हो चुकी थी, उसकी आंखो से लगातार आंसू बह रहे होते है, अविनाश ने हिती को गले से लगा लिया, हिती ने कुछ नही कहां हो बस रोए ही जा रही थी ।

" शांत हो जाओ,,,!! ऐसे मत रो, मैं तुम्हें इस तरह से टूटते हुए नहीं देख पा रहा हूं,,,!!

हिती ने कुछ नही कहा पर उसके आंसू थम ही नही रहे थे, हिती ने खुद को अविनाश से दूर किया और वहा से उठकर सडक की तरफ दौड पडी ।

" हिती कहां जा रही हो, क्या कर रही हो तुम,,,!! अविनाश, हिती के पीछे दौडते हुए कहता है ।

" मैं नहीं जीना चाहती हू अविनाश, मुझे बस मरना है,,,,"

हिती ने इतना कहा और अविनाश सडक के बीचो-बीच जाकर खडी हो गई तभी एक तेज रफ्तार कार उसकी तरफ बढ गयी, अविनाश ने उस कार को देखा तो उसने हिती को वहां से हटने को कहा पर हिती कुछ सुनने को तैयार ही नही थी, इससे पहले अविनाश उसे हचा पाता, उस कार ने हिती को बेहद जोर से टक्कर मार दी, हिती हवा मे उछलते हुए सडक पर आ गिरी, सडक पर खून ही खून बिखर गया, अविनाश बेसुध सा उसकी तरफ भागकर आया उसके हिती की हालत देखी तो वो उसे पथराई आंखो से देखता रह गया, वही हाईवे पर आ जा रहे लोगो ने अपने वाहन रोके और वहां की हालात का जायजा लेने लगे, अविनाश को बेसुधा सा हो गया था उसे कुछ समझ नही आ रहा था क्या करे, वही आस-पास कुछ लोग एम्बुलेंस को कॉल करने मे लगे थे तो कुछ लोग तमाशा देख रहे थे ।

सारा हाईवे गाडियो और लोगो की भीड से भर गया था,,, तभी एक कार उसके पास आकर रूकी जिसमे से एक लडका बाहर आया उसने हिती की तरफ देखा जिसका पूरा चेहरा खून से सना हुआ था, अविनाश हिती के गाल थपथपाते हुए उसे जगाने की कोशिश कर रहा था पर हिती की आंखे बन्द हो चुकी थी ।

उस लडके ने हिती की नब्ज चैक की तो हिती अब हमेशा के लिये शांत हो चुकी थी । उस लडके ने हिती ने कंधे पर हाथ रखते हुए उससे कहा-' सी इज नो मोर.......!!!!!!!!!!!!!!

अविनाश ने उस लडके की बात सुनी तो हिती के चेहरे की तरफ देखा जिस पर शून्य भाव थे ।

"ऐसा नहीं हो सकता यह मुझे,,मुझे छोडकर नही जा सकती, यह मेरा प्यार है मैंने तो इसे अभी तक यह बताया भी नही है यह ऐसे कैसे जा सकती है.." अविनाश ने रोते हुए चीखकर कहा, इस वक्त वो एक तरह से पागल लग रहा था ।

अविनाश लगातार हिती के गालो को थपथपा रहा था।

" आई एम ए डॉक्टर , सी इज नो मोर,,,,!! अविनाश के हाथ हिती के गालो पर रूक गये ।

उसने हिती के हाथ की नब्ज पकडी तो वो बिल्कुल शांत थी । अविनाश की आंखों से झर -झर आंसू बह निकले ।

अविनाश आसमान की तरफ देखा और वो दर्द के साथ चिल्ला उठा-" हिती.......................!!!

उसकी आंखो मे आंसू भर आये,,,, और आवाज मे बेहद दर्द.......! उसका अधूरा इश्क अधूरा ही रह गया कभी पूरा ना हो पाया....

💘💘💘" मेरी कोशिशो में कमी नही रहेगी,

तुम मिलना अगले जन्म हमसे,

मोहब्बत सिर्फ तुमसे थी, और तुमसे ही रहेगी.....!!! 💘💘💘