महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 21 दामिनी की कहानी 03 Captain Dharnidhar द्वारा मानवीय विज्ञान में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
श्रेणी
शेयर करे

महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 21 दामिनी की कहानी 03

दामिनी ने फोन करने वाले को पकड़ने के लिए एक जाल बिछाया ..उसने एक होशियार सिपाही को वे फोन नंबर दिये ..और कहा ..आप फोन करके इसका पता लगाओ .. सिपाही ने फोन किया तो पता चला वह टाइल वाला है ..उसे बैंक कॉलोनी के चौराहे पर बुला लिया .. दामिनी इनकी बात सुन रही थी ..उसने तुरंत पीड़ित महिला को फोन किया ..
..पड़ौस की महिला ने फोन उठाया ..उसे तुरंत उस चौराहे पर बुलाया कि आप दूर से देखकर पहचान कर लेना ..उस महिला ने आने से मना कर दिया ..मेडम मै नही आऊंगी..दामिनी बोली ..कोई बात नही ..मैं कुछ करती हूँ.. दामिनी ने दो पुलिस वाले वहां भेज दिये .. कासिम ने चौराहे पर पहुंच कर फोन किया ..पुलिस वाले ने फोन रिसीव किया और पूछा कहां पर हो .. कासिम ने कहा.. पेड़ के पास खड़ा हूँ .. कासिम ने अपना हाथ हिलाया..उधर से पुलिस वाले ने कहा.. हां हां.. देख लिया.. वही रहो अभी आता हूँ । थोड़ी देर मे पुलिस की गाड़ी उसके पास जाकर रूकी .. कासिम आजाओ
पहले तो कासिम थोड़ा झिझका फिर गाड़ी के नजदीक आगया ..अरे सर आपको कहा लगवानी है टाइल ..चलो पहले मै आपको अपना काम दिखाकर ले आऊं ..तेरा काम बाद मे पहले तू हमारा काम देख लो यहीं पास ही है..वह अपनी साइकिल से उनके पीछे पीछे थाने जाकर पहुंचा ।
महिला लिपिक ने कासिम को देखकर दामिनी के ऑफिस की ओर मुँह करके जोर से कहा ..मेडम सर टाइल वाला आगया ..इसे काम दिखा देवे ..हां इसे काम समझ मे आजाये तब मेरे पास ले आना ..कासिम को पास के रूम मे ले गये .. दरवाजा बंद कर लिया ..हवलदार ने सीधा ही बोल दिया ..कासिम ..तेरे खिलाफ एफआईआर हुई है ..तू रात में शराब पीकर एक महिला को पिछले दस दिन से परेशान कर रहा है.. हमारे पास तेरे फोन की कॉल डिटेल्स भी है.. पक्के सबूत हमारे पास हैं .. हम नहीं चाहते तेरे साथ शक्ती करे .तू सही सही बता दे...कासिम का चेहरा डरसे उतर गया ..वह बोला ..सर मुझसे गलती हो गयी ..मुझे माफ कर दो ..मै उस मेडम से माफी मांग लूंगा..तू रहने वाला कहां का है..
सर ..मै मेवात का हूँ पर अब सीकर में रहता हूँ सीकर से डेली अपडाऊन करता हूँ .. अपराधी ने अपराध स्वीकार कर लिया ..थोड़ी देर बाद कासिम बोला ..
मैं मेरे चाचा को फोन कर सकता हूँ.. वह जयपुर में है..उसने अपने चाचा को सारी कहानी बता दी ..चाचा ने उसी समय दामिनी से फोन पर बात की ..बात क्या हुई यह किसी को सुनाई नही दिया ..पर दामिनी ने कहा क्या आप जिम्मेदारी लेते हैं कि आगे से यह गलती नही करेगा ..
दामिनी ने कहा ओके सर .. यह कह फोन रख दिया ..
शाम को 5 बजे वह पीड़ित महिला एक महिला के साथ थाने पर पहुंच गयी ..दामिनी ने उस पीड़ित महिला से कहा हमने उसे ढूंढ लिया है ..वह टाइल लगाने वाला बंदा है ..आपके यहां टाइल लगाने आया था ..अब उस पीड़ित महिला के आंखों मे वह सारी पिक्चर सामने आ गयी .. वह कैसे आकर बोला था ..दीदी घर बात करनी है मा की तबयत खराब है हालचाल पूछना था ..आपका फोन दे दीजिए .. पीड़ित महिला की पीड़ा खत्म हो गयी ..अब वह गुस्से से बोली ..मेडम उससे मै बात करना चाहूंगी .. देखो अभी तो उसे भेज दिया है ..आगे से फोन नही करेगा .. अब आप चाहे तो एफआईआर दर्ज करवा सकती हैं ..हम इसे कोर्ट मे पेस करेंगे ..जिरह होगी आपको वहां आना होगा । ..
नही मेडम हमे एफआईआर नही करनी बस आगे से फोन नही आना चाहिए ... नही आयेगा ..आप अब जा सकती है ..थैंक्यू मेडम ..पीड़ित महिला चली जाती है ।
दामिनी ने कासिम को बुलवाया ..देखो मैने आपको बचा तो लिया ..पर ..अब ..तुम्हे कुछ मेरा काम करना होगा ..कासिम मेडम करूंगा ..बताये कहां टाइल लगानी है ..आपसे मजदूरी नही लूंगा ..
थोड़ी देर बाद कासिम ..हंसता हुआ बाहर आया और ..सबको सलूट मारते हुए बाहर निकल गया ..