महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 19 - दामिनी की कहानी 01 Captain Dharnidhar द्वारा मानवीय विज्ञान में हिंदी पीडीएफ

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महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 19 - दामिनी की कहानी 01

केतकी की सहेलियों का अभय से हंसी मजाक चल रहा था । हंसी मजाक नोंक झोंक में बदली हो गया । दामिनी से केतकी उलझ पड़ी । पर दामिनी ने केतकी से उलझना ठीक नही समझा , उसे जबाब देने की बजाय वहां से चले जाना ठीक समझा । दामिनी वहां से निकल कर बाहर आगयी । अपने ड्राईवर को इशारे से बुलाया, ड्राईवर तुरंत आ गया । दामिनी गाड़ी में बैठती हुई बोली ..घर चलो.. ड्राईवर ने ओके मेम .. गाड़ी घर की ओर चल पड़ी
दामिनी अब भी शांत होकर बैठी हुई थी । उसके दिमाग मे क्या चल रहा है यह सब.. उसके चेहरे पर नही आ रहा था । दामिनी मे यही विशेषता है वह अपने मन के भावों को प्रगट नही करती । कुछ देर बाद दामिनी अपने घर मे पहुंच गयी ..तेज कदम से घर के अंदर दाखिल हुई.. दामिनी की मम्मी ने उसे आते देख कर..खाना खाओगी या खाकर आई हो ? दामिनी ने ना मे सिर हिलाया और बोली ..पांच मिनट में.. अभी तैयार होकर आती हूँ ..आपने खाना खा लिया .. हां ..हम सबने खा लिया ..तुम्हारी दीदी तुम्हारा भाई अभी अभी खाकर गये है । और पापा .. ? हां वे भी अभी आये हैं .. दोस्त की पार्टी मे गये थे ..उनका खाना पीना वहीं हो गया ..तुम जल्दी तैयार होकर आ जाओ .. ठीक है आती हूँ
कुछ देर बाद ..
दामिनी अपनी पुलिस की वर्दी पहनकर बाहर आ गयी ..दामिनी की मम्मी बोली ..आज नाइट ड्यूटी है क्या ? दामिनी डाइनिंग टेबल पर बैठते हुए बोली.. हां .. टेबल पर रखे डोंगे के ढक्कनों को उठा उठाकर देखती हुई बोली ..आज क्या बनाया है ? टिंडे की सब्जी है.. काचरी की चटनी है और दाल भात है .. क्या बात है मम्मी.. मेरे मन पसंद की डिस बनायी है .. दामिनी अपनी मम्मी को देखते हुए बोली .. काचरी कहा से मिली ?
तेरी ताई को कहा था एक दिन मैने .. अपने भाई से कहना जब भी मिलने आये तो आते समय अपने साथ काचरी जरूर लेकर आये ..ओह मम्मी आप कितना ख्याल रखती हो ? ..क्या करूं तुम्हारी मम्मी जो हूँ ( दामिनी का गाल एंठते हुए कहा )


दामिनी खाना खाकर अपने थाने में पहुँची ..वहां पर कुछ महिलाएं बैठी थी ..दामिनी को देखकर उन्होने नमस्कार किया ..दामिनी उनके करीब चली गयी ..हां क्या बात है ? उनमें से एक महिला ने कहना शुरू किया .. मेम मेरे फोन पर एक ब्लांग काल अलग अलग नंबरो से आता है और फोन पर गंदी गंदी बात करता है .. मैं बीएड कर रही हूँ ..जो ड्रेस पहनकर बाहर जाती हूँ उसको पता लग जाता है . आज यह ड्रेस पहनी है... वह ड्रेस का रंग बताकर शायरी पढता है ..मै बहुत परेशान हो गयी हूँ..मै बीएड नही कर रही होती तो घर से बाहर नही निकलती.. वह कौन हो सकता है जो मुझे जाते हुए देखता है... दामिनी ने बड़े प्यार से कहा ..आप अंदर केबिन मे आजाइए.. दामिनी ने महिला लिपिक से कहा आप इनकी रिपोर्ट लिख लीजिए .. आप मेडम चिंता मत करिए जिन जिन नंबर से फोन आया है वे लिखवा दीजिए ..फोन शाम को ही आता है या कभी भी आ जाता है .. आपको किसी पर शक है ? नही.. हमारे पड़ौस मे तो ऐसा कोई नही है ..तो आपने अपने नंबर किसी को दिये थे ? ..महिला बोली.. मैने तो अभी 20 दिन पहले ही सिम बदली किया है .
मेरे नंबर तो घर के लोगो के ही पास है .. दामिनी थोड़ी देर रूक कर ..क्या आपने अपना फोन किसी को फोन करने के लिए दिया था ? महिला याद करने लगी ..फिर बोली ..मैने यह फोन किसी को भी नही दिया ..
दामिनी बोली कोई बात नही अब यदि फोन आये तो आप ये नंबर दे देना कहना इन नंबर पर बात करना यह नंबर मेरे हसबैंड का है तो मै बात नही सकती । वह महिला बोली ..मेडम मै तो डर जाती हूँ फोन की घंटी सुनकर ही ..मै बात नही कर सकती.. दामिनी बोली आप घबराइ मत ..मै वादा करती हूँ कल से फोन नही आयेगा ।
दामिनी अपने ऑफिस मे जाकर बैठ गयी और कुछ अपनी डायरी मे लिखने लगी ..

महिला लिपिक ने आकर सलूट मारकर कहा..मेडम रिपोर्ट लिखूं या .. रहने दो इन्हे कल आने को कह दो ..

महिला लिपिक ने आकर उन महिलाओ से कहा ..मेडम ने कहा है कि कल रिपोर्ट दर्ज कर लेंगे ..यदि जरूरत हुई तो ..यह जो भी लफंगा है इस ढूंढ लेंगे ..आप कल शाम 5 बजे आ जाना .. मेडम जो कहती है वह करती है ..आप घर जाइए ...
उसी समय फोन पर घंटी बजी टर्न टर्न ..

क्रमशः -