शहर की साँज Mehul Pasaya द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

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शहर की साँज

शहर मे अगर सांज ना हो तो वो शहर कैसा,

शहर मे अगर देर रात मे, और देर रात तक दंगे फसाद नही होंगे तो इस शहर का पुलिस स्टेशन कैसा,

शहर मे अगर टहल ने वाले लोग ना हो तो शहर कैसा,

वैसे ही इस शहर मे कुच प्यार करने वाले लोग नही होंगे तो ये ऐसी शहर की सांज कैसी.

आप लोगो ने सुना ही होगा अक्सर शहरों वाली कहानिया लेकिन यहा अलग है. यहा शहर की सांज तो है लेकिन सांज मे उजाला नही है. और उजाला किस्से होता है रोशनी से. और रोशनी का वक़्त अभी है. नही घनी काली अंधेर जैसी रात है. और तेज़ी से बारिश वाली रात. और उस रात उस शहर मे लाईट भी नही है. और उस शहर का नाम है...

< < < < < < < < < < हाय जीनी > > > > > > > > > >

" जिसमे कई सारे लोगो के ख्वाब जुडे है. और अब यहा पे जो होगा वो देखने लायक होगा. तो वेलकम है आपका इस हाय जीनी शहर मे. तो चलिए जानते है. इस शहर मे होने वाले किस्से. . .

" मिस्टर नमन इस काली घनी रात मे आप अकेले कहा जाओगे रहने दो आज मत जाओ कल सुबह चले जाना ठीक है. उतना कहते ही सुहानी को नमन बोला की. . .

" जी नही सुहानी जी हम चले जायेंगे. दरअसल मेरि जो गर्ल फ्रेंड है. वो मुझे लेने आ रही है. मे चला जाऊंगा. आप टेनसन मत लिजिये ओके. ये कहते हुए नमन वहा से निकल गया और घर से थोडा आगे आकर देखा तो नमन की गर्ल फ्रेंड वहा आई हुए थी. तब ही नमन की गर्लफ्रेंड बोल पडी. . .

" अरे नमन कहा रह गई थे इतना लेट क्यू कर दिया. तुम्हे पता है ना. जीनी के बेस्ट लोकेशन पे जाना है. तब नमन ने कहा की. . .

" जीनी का सिर्फ एक लोकेशन बेस्ट नही है. बल्कि वो सारी जगह बेस्ट है. जो की इस जीनी शहर का हिस्सा है. नमन की गर्लफ्रेंड ने कहा की. . .

" हा ये बात तो सही है. खैर चलो हम चले हाय जीनी मे. नमन ने कहा की. . .

" हा चलो हाय जीनी का शहर हमारा इंतज़ार कर रहा होगा. .

" नमन और नमन की गर्लफ्रेंड हाय जीनी की जगहों पर जाने के लिए निकल तो चुके थे लेकिन उनको क्या पता था. की वहा तो बत्ती गुल थी. .

" कुच ही देर मे नमन और नमन की गर्लफ्रेंड पहुच गए और दोनो बोल उठे की. . .

" अरे यहा लाईट क्यू नही है. एक्सक्यूज़ मी कोई है. अरे कोई है. नमन की गर्लफ्रेंड ने बहुत तेज़ी से आवाजें लगाई लेकिन कोई जवाब नही दे रहा था. नमन ने कहा रुको मे लाईट वाले को फ़ोन करता हू. लाईट वाले ने कहा. . .

" हा बोलिए मे लाईट डिपार्टमेंट से बोल रहा हू बताईए क्या काम है. नमन ने कहा की. . .

" अरे भाई साहब हमे दरअसल जान्ना था की यहा इस जीनी मे लाईट क्यू नही है. लाईट डिपार्टमेंट वाले ने कहा की. . .

" ओह माफ किजीये सर दरअसल ना हमे दुसरी लाईन का लाईट काटना था. और गलती से जीनी वाली लाईन का लाईट कट गया. वो क्या है जो दुसरी लाईन है ना वहा कुच फॉल्ट है. तो बस वही क्लियर कर रहे थे. तभि मे सोचू की अभी तक उन लोगो का कॉल क्यू नही कफर्मेशन का कॉल नही यही बताने के लिये की लाईट अब बंद हो चुकी है. खैर अब मे सब क्लियर करता हू आप निचिन्त रहिये ठीक है. नमन ने कहा ठीक है. .

" हर तरफ से पुरा जीनी की स्टेशन खाली था कोइ था ही नही. तभि नमन की गर्लफ्रेंड नमन को पुछा की. . .

" नमन यहा कोई भी नही है सब कहा गई. उत्ने मे एक व्यक्ति आता है और वो व्यक्ति नमन और नमन की गर्लफ्रेंड को देखता रह्ता है. और फिर नमन उस व्यक्ति को कहता है की. . .

" अरे ओ भाई साहब ऐसे लड्की को घुर क्यू रहे हो. देखते ही देखते उस व्यक्ति ने नमन की गर्लफ्रेंड को अपने कंधे पर उठाया और हवा मे उड़ता हुआ बहुत तेज़ी से गायब भी हो गया. उत्ने मे नमन की नींद खुल गई. और बोला की. . .

" ओह गॉड ये तो सपना था लेकिन इतना भयानक था की बता नही सकता. मुझे फौरन उसे फ़ोन लगाना चाहिये. नमन ने उसकी गर्लफ्रेंड को फ़ोन लगाया और कहा की. . .

" हे हे हेल्लॉ जीनी तू तुम ठीक तो हो ना. नमन की गर्लफ्रेंड यानी जीनी ने कहा की. . .

" अरे नमन मे तो ठीक हू मुझे क्या हुआ वैसे तुम तो ठीक हो ना. नमन ने कहा अरे नही एक भयानक सपना आया था. जिसमे बताया की. मे एक सुहानी नाम की लड्की के पास रुका था बारिश की वजह से. और फिर उसने रुकने के लिये भी बोला. लेकिन मे रुका नही. और तुम्हारे पास वापस चाल आया. और फिर हम जैसे ही हम दोनो जीनी मे जाने के लिए निकले तो वहा लाईट ही गायब थी. तो मेने लाईट वालो को लाईट डिपार्टमेंट मे फ़ोन किया. और वहा से लाईट चालू करवाया और जैसे ही लाईट चालू करवाय. वहा पे कोई नही था. और ठीक 2 मिनट बाद वहा एक व्यक्ति आया नॉर्मल सा. और मे क्या देखता हू की मेरे सामने ही वो तुम्हे उठा कर ले गया. जीनी ने कहा की. . .

" ऑ स्टोरी अच्छी थी लेकिन पहले ये बताओ की अगर रियल मे होता तो क्या करते. सपने मे तो कुच नही कर पाये. नमन ने कहा की. . .

अशल मे तो किसीकी भी हिम्मत नही है. की तुम्हे कोई उठाकर ले जाये. जीनी ने कहा की. . .

" नाइस इ एएम इम्प्रेस्स. चलो अब फ़ोन रखो मुझे सोना है. और हा सपने सच नही होते. सो डोंट वरि.

☆ ☆ ☆ ☆ ☆ चलो इसके साथ यहा एक छोटी सी पेश कश समाप्त होती है. ☆ ☆ ☆ ☆ ☆