The Author Rahul Narmade ¬ चमकार ¬ फॉलो Current Read वो कौन थे? - 1 - मोबाइल नंबर By Rahul Narmade ¬ चमकार ¬ हिंदी डरावनी कहानी Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books अनोखा विवाह - 10 सुहानी - हम अभी आते हैं,,,,,,,, सुहानी को वाशरुम में आधा घंट... मंजिले - भाग 13 -------------- एक कहानी " मंज़िले " पुस्तक की सब से श्रेष्ठ... 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And what is your name?" रुबीना ने जवाब दिया "My self Rubina" फिर बातचीत आगे बढ़ी, उस दौरान पता चला कि उस लड़के का नाम अमित है और उसकी उम्र 27 साल है, वो मुंबई मे ही आई टी कम्पनी मे जॉब करता है। फिर वो दोनों चैट फ्रेंड बन चुके थे, हर दिन hi - hello के मैसेज होने शुरू हो गए, अमित अच्छा लड़का था और शायरी अच्छी किया कर्ता था, रुबीना को धीरे धीरे अमित पसंद आने लगा, वो बहुत ही सुंदर था अच्छी बात ये थी की वो बहुत थी पढ़ा लिखा था, उसने M. Tech (Computer science) और M. Tech (Electronics & Communication) एसे दो बार M. Tech किया था। जॉब करते हुए पार्ट टाईम उसने अपना Electronics & Communication मे M. Tech पूरा किया था अमित थोड़ा थोड़ा अनुराग जैसा दिखता था इसलिए कभी कभी रुबीना को उसमे अनुराग दिखाई देता था, उसके चेहरे पर जले हुए का निशान था रुबीना के पूछने पर उसने बताया कि उसके चेहरे पर जलने से दाग आए थे सर्जरी हुई है थोड़े समय में ठीक हो जाएगा , दोनों वीडियो कॉल मे बात करते थे लेकिन मिल नहीं पाते थी क्युकी कभी रुबीना को काम होता था तो कभी अमित को, इसतरह दो महीने बीत गए, एक बार रुबीना ने मिलने की ज़िद कि तो अमित ने हामी भर दी, शनिवार को शाम 5.00 बजे को मुंबई के एक बगीचे में दोनों ने मिलने का प्लान बनाया। रुबीना तैयार हो कर उधर पहुच गई लेकिन अमित नहीं आया था बहुत इन्तेज़ार करने पर भी अमित नहीं आया तो उसने फोन किया तो सामने से नंबर अस्तित्व में नहीं था। रुबीना चौंक उठी कि अचानक नंबर बंध आ रहा था, उस दिन घर पर पूरी रात अमित को फोन किया लेकिन फोन बंध आ रहा था। अमित का फोन फिर कभी नहीं लगा, रुबीना रोती रही भूतकाल में अपने साथ हुए अन्याय को याद करती तो कभी अमित की बाते याद करती, थोड़े समय के बाद उसने ठान लिया कि वो अमित का पता लगा के रहेगी, उसने अपने चाचा को ये बात बताई, उसके चाचा मुंबई ने टेलीफोन डिपार्टमेंट मे थे, ये वो ही थे जिनके फ्लेट मे रुबीना रहती थी,उन्होंने अपनी पहचान से उस नंबर पता लगाने मे बिजी हो गए। उन दिनों रुबीना की क्लासमेट शिल्पा जोकि मुंबई मे ही जॉब करती थी, वो रुबीना की ऑफिस मे किसी काम से आई थी उसने रुबीना का पता था इसलिए वो रुबीना से मिली, शिल्पा का चेहरा आई तब से उतरा हुआ था, दोनों ने कॉफी पुरानी बाते याद की उसमे कहीं अनुराग की बात निकली। रुबीना : मेरी शादी हो गई थी इसलिए मैं अनुराग से कोई रिश्ता रख नहीं पाई। शिल्पा : लेकिन ये तुमने गलत किया था, अपना नंबर बदल दिया, उसे बताया भी नहीं। रुबीना : मैं क्या करती घरवालों ने प्रेशर किया था, लेकिन तुम बताओ तो सही क्या हुआ मेरे जाने के बाद? शिल्पा : अनुराग ने अपने मुह पर एसिड छाँट लिया था उसका मुह जल गया था। रुबीना : हे भगवान!! शिल्पा : उसका चहरा जल गया था इसलिए उसने ऑपरेशन भी करवाया था, और....... रुबीना : और.!!?? क्या और?? बताओ उसके साथ क्या हुआ? शिल्पा की आँख से आंसू बहने लगे। शिल्पा ( जोर से) : और ऑपरेशन के दौरान उसकी मौत हो गई!!!! इतना बोलकर शिल्पा फुट फुट कर रोने लगी, रुबीना थम गई थी उसे विश्वास नहीं हो रहा था। शिल्पा आगे कहती हैं शिल्पा : मैं तुम्हें यहा यही बताने के लिए आई थी, ताकि तुम्हें पता चले कि तुम्हारी इस हरकत के कारण किसीकी मौत हो गई। शिल्पा उठकर वहां से चली गई, रुबीना रोती रही, अचानक उसके फोन की रिंग बजी, उसके चाचा का कॉल था, उसने फोन उठाया चाचा : बेटा वो नंबर का ऑनर मिल गया रुबीना ध्यान से सुन रही थी चाचा : वो नंबर 5 साल से बँध है, तुम्हें कौन कॉल कर रहा था!? रुबीना : अंकल मुजे नहीं पता कि कौन था, कहा से था? मुजे बस उस अमित का पता जानना है!! चाचा : वो नंबर कोई अमित का नहीं था, ब्लकि किसी अनुराग के नाम का था, 5 साल पहले उसकी मौत हो जाने के कारण उनके घरवालों ने नंबर बंध करवा दिया था, तब से नंबर बंद था। रुबीना के पैरों तले की जमीन खिसक गई थी, सामने से रुबीना कुछ बोल नहीं रही थी, चाचा की सिर्फ हैलो हैलो की आवाज आ रही थी। उसने थोड़ी देर के बाद मोबाइल मे चैट चेक किया तो वहा कोई उस नाम का चैट, हिस्ट्री मे था ही नहीं, कहीं पर भी उसे वो चैट नहीं मिला और न ही अमित के भेजे हुए कोई वीडियो या फोटो अपने मोबाईल मे मिले, उसके सामने अमित या अनुराग का विडिओ कॉल मे जला हुआ चेहरा सामने आ रहा था वो तय नहीं कर पा रही थी कि उसने 2 महीने तक किससे बात की?? › अगला प्रकरण वो कौन थे? - 2 - पान Download Our App