Wo khoufnak barsaat ki raat - 8 books and stories free download online pdf in Hindi

वो खौफनाक बरसात की रात.. - भाग-८

हैलो ! क्या मैं आपको जानती हूँ?

नहीं आप मुझे नहीं जानती हैं पर मैं आपको बहुत अच्छी तरह से जानती हूँ और आप इस वक्त जिस धोखेबाज के झाँसे में आ रही हैं न उस घटिया समर को तो मैं बहुत ही अच्छे से जानती हूँ।

"ये आप क्या बकवास कर रही हैं!",गुस्से से तिलमिला कर शिवानी ने कहा।

बकवास मैं नहीं बल्कि बकवास तो वो कमीना करता है हर एक पैसे वाली और जवान लड़की के साथ और मुझे पता है कि इस वक्त उसका शिकार आप हो शिवानी जी।

"देखिए मुझे आपकी ये ऊलजलूल बातें नहीं सुननी और अब मैं फोन रख रही हूँ। न जाने क्यों मैंने उस अंजान औरत से ये नंबर ले लिया और फिर डायल भी कर दिया। देखिए समर इस समय वैसे भी बहुत परेशान है और आप अगर उसके किसी बिजनेस - प्रतिद्वंद्वी की सपोर्टर हैं तो प्लीज़ भगवान के लिए उसे अब अकेला छोड़ दें।",इस बार शिवानी की आवाज रूआंसी हो गई थी।

दूसरी तरफ से प्रिया की आवाज अब नरम पड़ चुकी थी,उसनें शिवानी से कहा कि वो बस एक बार उसकी पूरी बात सुन ले बाकी उसका फैसला!

हाँ बोलो प्रिया,मैं सुन रही हूँ। शायद अब शिवानी प्रिया के निवेदन पर उसकी बात बेमन ही सही पर सुनने को तैयार थी।

"देखो शिवानी जैसा कि अब तक तुम जान चुकी हो कि मेरा नाम प्रिया है और मैं समर को और उसकी फितरत को बहुत अच्छी तरह से जानती हूँ। हालांकि समर ने मुझसे पहले भी कई लड़कियों को अपना शिकार बनाया था पर पहले मैं उसके बारे में बिल्कुल तुम्हारी तरह ही अंजान थी मगर अब मैं जान चुकी हूँ कि समर सिर्फ लड़कियों के जिस्म और उनकी दौलत का भूँखा है।

समर पूने में रहता है और उसके परिवार में उसके मम्मी - पापा और एक बड़ा भाई है। समर जितना नीच है उसके बड़े भईया उतने ही शरीफ़ और नेक! उसके पापा - मम्मी भी उसकी इन सभी हरकतों से वाकिफ होने के बावजूद कुछ भी नहीं कर पा रहे हैं और वो इसे लेकर इतने दुखी और परेशान हैं कि इसकी मम्मी को तो तीन बार हार्टअटैक भी आ चुका है और इसके पापा भी अब बहुत बीमार रहने लगे हैं। सब इससे बहुत दुखी हैं बल्कि इसकी वजह से इसके भाई का रिश्ता भी टूट गया। तुम्हें पता है शिवानी एक लड़की से तो इसनें शादी भी कर ली थी फिर शुरू - शुरू में ये उसके साथ बहुत अच्छे से रहा पर उसके बाद इसनें उसको आये दिन मारना - पीटना शुरू कर दिया। वो उसे अपनी बैल्ट से मारता था और उसे अपने साथ नशा करने के लिए भी मजबूर करता था।

समर उससे ये भी चाहता था कि वो उसके साथ ही साथ उसके दोस्तों के साथ भी सैक्स करे और वो उसके सामने ही किसी और लड़की के साथ भी सैक्स करे तो वो उसे मजे लेकर देखे न कि उसका विरोध करे और हाँ अगर तुम्हें मेरी बातों पर विश्वास न हो तो तुम उसके पास एक दूसरा फोन में देख सकती हो उसका सारा कच्चा चिट्ठा जिस फोन को वो हमेशा अपने पास छिपाकर रखता है। उसका पासवर्ड द ग्रेट समर द हन्टर है। ओके बाय अब इससे ज्यादा मैं न तो तुम्हें कुछ बता सकती हूँ और न ही समझा ही सकती हूँ। और हाँ एक आखिर बात कि शिवानी,प्लीज़ तुम मेरा नंबर अब हमेशा के लिए डिलीट कर देना और समर को मेरे बारे में कभी भूलकर भी न बताना, वो बहुत ही खतरनाक इंसान है।टेक केयर डियर!" कहकर प्रिया ने फोन डिसकनेक्ट कर दिया।

प्रिया की सारी बात सुनने के बाद शिवानी का पूरा शरीर ठंडा पड़ गया था। वो समझ ही नहीं पा रही थी कि ये सब आखिर हुआ क्या??? वो बहुत देर तक एक ही जगह पर बैठी रही और फिर इसी तरह से दोपहर से शाम और फिर शाम से रात हो गई। इस बीच शिवानी के मोबाइल पर कई कॉल्स भी आयीं पर उसे तो जैसे अब प्रिया की बात के अलावा कुछ और सुनाई ही नहीं दे रहा था। उसनें ऐसे ही आँखों - आँखों में ही सारी रात काट दी।

अगले दिन शिवानी ने अपनी खराब तबियत का बहाना करके अपनी छुट्टी दो दिन पहले की करवा ली जबकि दो दिन बाद तो उसे वैसे भी चार दिनों की छुट्टी लेकर अपने घर अपने माँ - पापा के पास जाना था। इसके बाद शिवानी ने समर को कॉल करके उसे होटल के रूम में मिलकर अपनी ज़िंदगी की नई शुरुआत यानि कि इंगेजमेंट सैलिब्रेट करने के लिए कहकर बुलाया। शिवानी के प्रस्ताव को समर नें एक झटके में ही हाँ कह दी और अब वो उससे होटल सनशाइन में शाम के चार बजे मिलने वाला था।

शिवानी जब होटल के रूम में पहुंची तो समर वहाँ पहले से ही मौजूद था और फिर हमेशा की तरह शिवानी को देखते ही उसकी हवस का कीड़ा कुलबुलाने लगा।

होटल में उन दोनों ने पहले तो एक - दूसरे के पहलू में सिमटकर काफी समय बिताया। हालांकि आज शिवानी को समर के बदन की छुअन किसी कीड़े के उसके बदन पर रेंगने के सिवाय कुछ और नहीं लग रही थी पर वो आज ये सब अपनी योजना के तहत कर रही थी। बदन के टूट जाने पर उन लोगों ने वहीं अपने कमरे में खाना ऑर्डर किया और उसके बाद खाना खाते ही जहाँ समर गहरी नींद के आगोश में चला गया वहीं शिवानी ने पहले तो उसके सामने सोने का नाटक किया और फिर जब समर की गहरी नींद से शिवानी पूरी तरह से आश्वस्त हो गई तब उसनें उसका दूसरा मोबाइल फोन ढ़ूंढ़ना शुरू किया।

कुछ ही देर की मशक्कत के बाद ही वो उसके हाथ में था। अब शिवानी ने उस मोबाइल को ऑन किया जो कि पहले से स्विच ऑफ था पर उसमें पासवर्ड लगा हुआ था। हालांकि प्रिया ने उसे इसका पासवर्ड बताया था पर हड़बड़ाहट के चलते शिवानी को इस वक्त वो बिल्कुल भी ध्यान नहीं आ रहा था। एक तो समर के उठ जाने का डर और दूसरा उसकी जल्दबाजी जो कि जायज़ भी थी ने उसे इस वक्त बड़ी ही घबराहट से भर दिया था।

क्रमशः...

आपकी लेखिका...🌷निशा शर्मा🌷


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