Light House - 5 books and stories free download online pdf in Hindi

लाईट हाउस - 5


अगले भाग में देखा...

विडीयो अपलोड करने के बाद जो कुछ अर्पण के साथ हुआ उसके लिए अर्पण प्रियंका से माफ़ी मांगने लगता है,

इस तरह तो मैं पागल हो जाउगा और एसा ही रहा तो मैं खुद को मार लूगा प्रियंका, मैं खुद को मार लूगा...😭😭


अब आगे...


अर्पण का ये रोना देख कर पत्थर भी खून के आँसू रो देता... लेकीन अर्पण को इसका कुछ और ही जवाब एक आवाज़ ने दिया...

"मैं भी तो यही चाहता हूँ, की तुम मर जाओ"

अर्पण ने जैसे ही ये आवाज़ सुनी, उसे अपनी आँखों के आगे अंधेरा सा छाता हुआ महसूस होने लगा, अर्पण धीमे-धीमे बेहोश हो गया...😵

सबेरे उसकी बेहोशी टूटी दरवाज़े की डोरबेल की घंटी की आवाज़ से... 🔔

उठके अर्पण ने दरवाज़ा खोला तो, दूध वाला आया हुवा था... जो अर्पण को देखते ही पहले तो हँस पड़ा और बड़ी गंदी सी हँसी थी उसकी...😂😂

जैसे अर्पणने कोई बेहद घटिया इंसान हो, अर्पण ने उस पर ध्यान नहीं दिया... और चुपचाप दूध लेकर अंदर आ गया...!

डर तो अब जैसे अर्पण की जिंदगी का एसा हिस्सा था जिससे वो बच ही नही सकता था।

अर्पण को उस दिन तकरीबन 3:00 बजे एक मिटींग के लिए जाना था, वहाँ अगर काम मिल जाता तो अर्पण असिस्टंट डिरेक्टर बन जाता...

नहा कर अर्पण ने कपड़े बदले और सिधा निकल पड़ा मॉल के कोफी शॉप की और...

मॉल ज्यादा दुर नहीं था... इसलिए पैदल ही निकल पड़ा... रास्ते में एक - दो लोगो ने उसे देख कर वैसी ही दूध वाले जैसी हँसी हँस दी तो उन्हें देखते ही देखते अर्पण ने उसे पागल समझकर मुंह फेर लिया और अपनी ही धून में चलता रहा...😏

सामने से ही एक लड़का आ रहा था आपका, जिसके चेहरे पर एक अजीब सी हँसी थी उसे एक दो बार अर्पण ने पुलिस थाने के पास देखा था,

उसके करीब से जैसे ही वो निकला तो... धीमे से अर्पण के कान में उसने कहा 😘 क्या चिकने मिलेगा क्या आज 😉

अर्पण को कुछ समझ नहीं आया की ये हुवा क्या... 😕 तब तक... जब तक वो अचानक मॉल तक नहीं पोंहचा, और मॉल के सिक्योरिटी गार्ड ने उसे अंदर जाने से रोकना शुरू किया... अर्पण उन पर गुस्सा होने लगा और झड़प शुरु हो गई तो धक्का मुक्की में अर्पण ने अपनी सुरत काच में देखी... 😱

अर्पण ने जब खुद को देखा तो तो उसे खुद से घिन आने लगी... अर्पण के चेहरे पे मेकअप किया हुवा था, लिप्सटीक लगी हुई थी और काजल भी था... पर ये सब कब हुवा कैसे हुवा... 😨

अर्पण का डर अब घीरे-घीरे उसकी बेइज्जती में बदल रहा था... 😖😖

To Be Continued...

दोस्तों क्या लगता है आपको अर्पण घर तो एकदम अपने हिसाब से तैयार हो के निकला था लेकिन रास्ते में जो हुवा और जो चिजे अर्पण के साथ रात ही में हो रही थी, क्या वही चिजे दिन मे भी होने लगी है, जानने के लिए छठ्ठवां भाग जरुर पढ़ीएगा ।

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