ट्रिंग ट्रिंग ट्रिंग.............( इं. शिवानी का फोन बज रहा होता है। लेकिन 4 बार पूरी कॉल के बावजूद फोन नही उठता है तो विकास को समझ आ जाता है कि रबि के पत्रकार भाई के पेपर के आर्टीकल से इं. शिवानी को बहुत ज्यादा सुनना पड़ा है और वो अपसेट है सब. इं. विकास शिवानी को अपनी बड़ी बहन जैसा और पुलिस में अपना करीबी आदर्श मानता था। इं. शिवानी के इस तरह के बर्ताव से स. इं. विकास भी परेशान हो जाता है। उधर पूजा के पति छुन्ने के गांव का प्रधान भी थाने आ चुका होता है। स.इ. विकास प्रधान को इं. शिवानी के सामने पेश करना चाहता है ताकि इं. शिवानी का तनाव कुछ कम हो सके। लेकिन जब इं. शिवानी का फोन नही उठता है तो विकास कांस्टेबल से प्रधान को बुलाने को कह कर खुद तफ्तीश करने की सोचता है।)
“नमस्कार साहब जी”- गाँव का प्रधान
“नमस्कार... बैठो”- स.इं. विकास (विकास प्रधान को सामने पड़ी कुर्सी पर बैठने को कहता है।)
“साहब का हुई गा हमका काहे लाने याद करेव आप”- गाँव का प्रधान
“एक केस के सिलसिले में थोड़ी पूछताछ करनी थी तुमसे लेकिन तुम कुछ भी गोल मोल नही करोगे जो जितना जानते हो पूरा पूरा बताना वरना जानते हो ना पुलिस क्या करती है झूठ बोलने वालो के साथ?” – स. इं. विकास
“साहब काहे डरवाये रहे हो सेवक को, हम तो हरदम जनता की सेवक के लिये तैयार रहीत हन बताइ का सेवा किन जाये आपकी?” – प्रधान
“ट्रिंग ट्रिंग ट्रिंग................(विकास का फोन बजता है)”
“हाँ बोलो विकास व्हाट हैप्पन? कुछ मूड अपसेट था तो मैं कुछ देर अकेले रहना चाहती थी? इस लिये फोन नही लिया........... बताओं एनी थिंग सिरीयस?” -इं. शिवानी (फोन पर)
“मैम एक बहुत बड़ी लीड मिली है, छुन्ने के गाँव का पता मिल गया है मैने उसके गाँव के प्रधान को बुलाया है वो अभी मेरे सामने ही बैठा है। मैं चाहता था कि आप खुद इनसे पूछताछ करे अगर आप कहे तो, नही तो मैं बयान ले रहा हूँ आप आराम कीजिये।”- स.इं. विकास
“हू इज छुन्ने?” इं. शिवानी
“मैं क्राइम नम्बर 77 19 की एक्यूज पूजा का पति है छुन्ने”- स.इ. विकास
“वेलडन विकास आई एम कमिंग राइट नाऊ उसे रोक कर रखो”- इं. शिवानी
(छुन्ने का नाम सुनकर प्रधान के माथे पर सिकन आ जाती है। वह घबराने लगता है और थाने से जैसे तैसे जान छुड़ाकर भागना चाहता है।)
“साहब हमे तनि काम लाने सचिव जी के पास जानो हतो हम बाद में आ जाइ तो चली का?”- प्रधान
“नही यही बैठों मैडम आ रही है तुमसे पूछताछ करेंगी छुन्ने के बारे में”- स.इं. विकास
“छुछु छु छु.......छुन्ने का कर दिहीस साहब? ये नासपिटा जाने कब मरिहै नाक मे दम कर देहे है”- प्रधान
(थाने के बाहर गाड़ी आकर रूकती है इं. शिवानी तीर की तरह अपने टेबल पर पहुँचती है और वेल बजाती है)
“जय हिन्द..........!!! मैडम”- कास्टेबल मोनी
“जय हिन्द ..........विकास को और प्रधान को भेजो”- इं. शिवानी
(स.इ.विकास और प्रधान जो कि आलमोस्ट कांप रहा था अन्दर आते है, इं. शिवानी इशारे से दोनों को बैठने को कहती है और विकास को बयान लिखने का इशारा करती है।)
“ जी दरोगा जी बताइ सेवक क्या सेवा करे आपकी?”- प्रधान
“चुपचाप जितना पूछा जाये उतना ही बोलो , समझ आया के नही?”- सब इ. विकास
“छुन्ने को कैसे जानते हो? कहाँ है छुन्ने आजकल?”- इं. शिवानी
“दरोगा साहेब छुन्ने हमाये गाँव में रहत रहे आजकल फत्तेपुर जेल में है मैडम जी।”- प्रधान
“जेल में लेकिन क्यों?”- इं. शिवानी
(प्रधान की बात सुनकर इं. शिवानी और स. इं. विकास दोनों ही आश्चर्य में पड़ जाते है।)
“अब का बताये मैडम बहुत ही नीच आदमी है। छुन्ने की औरतिया फत्तेपुर मां कोई रित्तेदार के हिया गयी हत्ते। तो वही के एक आदमी ने छुन्ने की औरतिया पर इल्जाम लगाओ हतो कि छुन्ने की औरतिया बिमार है और कैरकटर खराब है।”- प्रधान
“ क्या बिमारी थी पूजा को?”- इं. शिवानी (बीच में टोकते हुये)
“बिमारी तो आज तक कोई बता नही पावा मैडम बस सब टोला मोहल्ला कैरकटर पर कहत रहे की गड़बड़ है और कोई कोई तो भूत है छुन्ने की औरतिया को ये भी कहत रहे। छुन्ने अपनी औरतिया का बहुत चाहत रहे, जब छुन्ने की औरतिया रोअत घर आई तो छुन्ने गुस्से में आग बबूला हुई गवा और फाड़वा से काट डालिस। और पुलिस पकड़ के जेल में डाल दिहिस 4-5 बरस हुई गयै है। छुन्ने की औरतिया कुछ दिन तो गाँव में रही लेकिन टोला मोल्हल्ला के लोग ताना बोली मारत रहे तो एक दिन कहूँ चली गयी वहिके बाद कोऊ छुन्ने की औरतिया को देखा नही।”- प्रधान
“इसके अलावा और कुछ जानते हो?”- इं. शिवानी
“मैडम जी इत्ते पता रहे बाकी जब आप कहे सेवक आपकी सेवामें हाजिर है कुछ चाय पानी का इन्तेजाम करी आदेश करे तो”- प्रधान
(शिवानी गुस्से से प्रधान को देखती है, स. इं. विकास प्रधान को डांट कर जाने को कहता है।)
“ओह माय गाड इस केस में तो ये बडा मोड़ आ गया. विकास छुन्ने का जरा फत्तेपुर जेल से पता करो कहीं छुट तो नही गया है। इतना पोजेशिव था पूजा के लिये तो हो न हो इस मर्डर में उसका भी हाथ जरूर है। या तो किया है या करवाया है या हो न हो मर्डर का कारण ही हो लेकिन कुछ तो कनेक्शन है। बाय द वे पूजा के फोन का कुछ पता चला”- इं. शिवानी
“नो मैडम मैनें पूजा की मकानमालकीन से पूछताछ की तो न उसने न उसके बेटे ने किसी ने भी पूजा के पास फोन होने की बात नही बताई सिवाय रबि से। रबि ने जो नम्बर दिया वो बन्द आ रहा है। मैडम क्या रबि को छोडना है?” – सब इं विकास
“नही अभी नही”- इं. शिवानी
क्या छुन्ने ने ही मर्डर किया है? अगर छुन्ने जेल में है तो कौन है जो मर्डर कर सकता है रबि या कोई और? पूजा का फोन कहा है? और है भी या रबि झूठ बोल रहा है?............जानने के लिये पढे अगले अँक...............