क्राइम नम्बर 77 19 - 3 RISHABH PANDEY द्वारा क्राइम कहानी में हिंदी पीडीएफ

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क्राइम नम्बर 77 19 - 3

“मैडम......!!! आपको ये देखना चाहिये।”- सब इंस्पेक्टर विकास


“ क्या है बताओ?”- शिवानी

“मैडम ये पूजा की और छुटकी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट है। इसके अनुसार पूजा प्रेगनेन्ट थी और उसके पेट पर बहुत सारे मारपीट के निशान मिले है जैसे कि हत्यारा गर्भ गिराना चाहता था।”- विकास

“ओहह....माय गाड तो क्या मौत का कारण यही दिया गया है?”- शिवानी

“नहीं मैडम मौत तो दम घुटने से हुई है दोनों की जैसे की ताकिया या किसी चीज से मुँह दबा कर मारा गया है।”- सब इंपेक्टर विकास

“ओहह आई सी.....!!!”- शिवानी

“शायद यही वजह है कि इस केस का कोई ओर छोर नही मिल रहा था। यह बच्चा रबि का होगा जब रबि को पता चला उसने गुस्से में पूजा और उसकी बेटी को मौत के घाट उतार दिया और फरार हो गया। इट्स ओपन एंड शट केस।”- सब इंस्पेक्टर विकास

“हो सकता है कि ऐसा ही हो लेकिन अभी भी बहुत से सवाल बाकी है विकास, जैसे रबि है कहां? छुटकी का बाप कौन है? कहाँ है? ये सारे सवाल अभी बहुत मायने रखते है। ”-शिवानी


“जी मैडम, तो अभी क्या करना है?”- सब इंस्पेक्टर विकास

“रबि का कुछ पता चला उसका नम्बर अभी तक बन्द है?”- शिवानी


“मैंने आस पास के दुकानदारों से बात की है लेकिन किसी ने भी कुछ भी कहने से इंकार कर दिया है कि रबि इस वक्त कहाँ पर होगा? और नम्बर अभी तक बन्द ही आ रहा है उसका। मैडम हो न हो रबि का बहुत बड़ा हाथ है इसमें वरना ऐसे गायब होने का क्या मतलब बनता है”- विकास


“ठीक है जाओ पहले पूजा के कमरे के बक्से को खुलवा कर देखो क्या है उसमें”- शिवानी





(इंस्पेक्टर विकास मार्केट से राजू चाभी मेकर्स को लेकर क्राइम स्पाट पर जाता है और पूजा के कमरे के बक्से को खोलने की कोशिश करता है। राजू चाभी एक एक्सपर्ट चाभी मेकर होता है कुछ ही देर में वह बक्से की डुप्लीकेट चाभी बना देता है।)



बक्से को खोलने पर विकास को कुछ फोटोग्राफ्स और दो वीसीआर के कैसेट (जो कि पुराने जमाने में चलते थे) कुछ कपड़े और एक मंगलसूत्र मिलता है। सब इंस्पेटर विकास पूरे सामान को अपने कब्जे में लेकर थाने आ जाता है।






ट्रिंग ट्रिंग ट्रिंग..............( इंस्पेक्टर शिवानी का फोन बजाता है फोन शिवानी की होने वाली सास का होता है।)



“हैल्लो...!!! माँ जी पैर छू रही हूँ”- शिवानी

“खुश रहो ”- शिवानी की सास


“कैसी है माँ जी?”- शिवानी

“मैं तो ठीक हूँ, तुम बताओ कैसी हो?”- शिवानी की सास

“मैं ठीक हूँ माँ जी और घर में सब कैसे है?”- शिवानी


“घर में तो सब ठीक है लेकिन तुम्हारा राजीव से कुछ झगड़ा हुआ है क्या? कल से बहुत अपसेट लग रहा है वो पूछों तो कुछ बताता नही है।”- शिवानी की सास


“जी माँ जी वो चाहते है कि मैं नौकरी छोड़ दूँ। और शादी के बाद उनके साथ रहूँ इसी बात पर वो नाराज हो गये है।(थोड़ा असहज होकर)”- शिवानी




“तो क्या दिक्कत है बेटा, भगवान का दिया सबकुछ तो है। तुम्हे नौकरी करने की क्या जरूरत है भला। शादी करके घर को संभालों।”-शिवानी की सास




“पर माँ जी.. मेरे भी तो कुछ सपने है................”-शिवानी
“(बीच में टोकते हुये) देखो बेटा आप पुलिस में भर्ती हो गयी आपका सपना पूरा हो गया। अब क्या प्रोबल हैं।”-शिवानी की सास



(सास के ऐसा कहने पर शिवानी निरूत्तर हो जाती है उसे समझ नही आता है कि क्या करे।)



“माँ जी मैं आपसे बाद में बात करती हूँ। अभी कुछ काम है। पैर छू रही हूँ”- शिवानी



( ऐसा कहकर शिवानी फोन रख देती है और आँख बन्द करके किसी सोच में पड़ जाती है)

(क्या शिवानी राजीव और अपनी सास के दबाव में आकर नौकरी छोड़ देगी? क्या है उस वी. सी आर टेप में, रबि कहां है? कहीं पूजा के साथ साथ रबि की भी तो हत्या नहीं हो गयी? या रबि ही हत्या करके कहीं फरार हो गया है जानिये........ शेष अगले अंक में....