दो बाल्टी पानी - 29 Sarvesh Saxena द्वारा हास्य कथाएं में हिंदी पीडीएफ

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दो बाल्टी पानी - 29

धुयें का असर होते ही सुनील को बेहोशी सी आने लगी और उसका शरीर ढीला पडने लगा |
“ बोल ......कौन है तू.......कौन है तू...और कहां से आई है ..बता वरना बच नही पायेगी....., बोल आखिर कौन है तू....क्या चाहती है सुनील से .....” बाबा सुनील से लगातार पूछे जा रहे थे और सुनील धुयें के नशे मे खोता जा रहा था, पूरा कमरा धुयें से भर चुका था, सरला मुंह फैलाये बाबा को देख रही थी |

धुयें की बेहोशी मे सुनील पिंकी के खयालों मे खो गया और उसे ऐसा महसूस होने लगा कि वो अपनी पिंकी के बाहों मे है और दोनों एक दुसरे के प्यार मे खोकर बातें कर रहे हैं |

पिंकी ने सुनील से उसके खयालों मे कहा “ तुम ऐसे मुझे अकेले छोड कर कहां चले जाते हो, कहीं मुझे कुछ हो गया तो......”
ये सुनते ही सुनील भडक गया और बोला “ मार डालूंगा.....सबको मार डालूंगा ........” |

ये सुनकर सरला और बाबा बेताल की आंखे खुली की खुली रह गयीं |
सरला ने दहाडते हुये कहा “ अरी नासमरी अपनी अम्मा का दूध पिया हो तो हमारे लल्ला के अन्दर से निकल और आ के सामना कर हमारा मरनजोगी.....बडी आयी सबको मार डालेगी..... हरामजादी......” |
बेताल बाबा ने फिर अपने झोले से कुछ निकाला और आंखें बन्द करके कुछ मंत्र पढने लगे और बोले “ बम भोले ....तू तो औरतों की चोटी काटती है, तुझे इस लड्के से क्या मतलब ...चली जा चुडैल.....दूर होजा इस बच्चे से” ये कहकर उन्होने मुट्ठी भर कर वही सामग्री आग मे झोंक दी और फिर उस जलती हुई आग से एक अंगार निकाल कर बोले “ तू ऐसे नही मानेगी, पिशाचिनी......अब रुक तूं और देख बाबा बेताल का कमाल, अभी तेरा हाँथ दागता हूं” |

ये कहकर बाबा ने सरला से सुनील को कसकर पकडने के लिये कहा, सरला ने तुरंत ही बाबा की बात मानी और सुनील को कसकर पक़ड लिया, बाबा ने अंगार निकाला और सुनील के हाँथ की ओर अंगार बढाने लगे कि तभी सुनील ने अपनी सारी ताकत लगा दी और जोर से एक लात बाबा को मारी और जलती हुई लकडी निकाल के दोनों की ओर दिखाकर बोला “ बाबा ..देखो हम कहे देतें हैं कि हम कतई ठीक ठाक हैं, चले जाओ तुम ये अपना ताम झाम लेकर, अरे ससुरा पागल बना दिया ससुर के ....” |

ये कहकर सुनील जलती हुई लकडी से अपनी रस्सी काटने लगा क्युं कि रस्सी मे पडा ताले की चाभी तो सरला देने से रही |
सरला बोली “ ए लल्ला अरे का कह रहा है तू, माफी मांग बाबा से, अरे तुझे चुडैल ने धर लिया है ये मान क्युं नाही लेता, कुकुरे.....हम भी बताये देते हैं जब तक ये चुडैल नाही उतरती तेरे उपर से तब तक तुझे ऐसे ही रहना होगा” |

सरला और कुछ कहती कि तभी सुनील ने उसकी बात काटते हुये कहा “ बस करो अम्मा, क्या यार अईसे ...कईसे.......कौन करता है ......तुम हमारी अम्मा नही, चुडैल.....चुडैल .... तुम हो अम्मा वो भी असली वाली.. ” |