सातवां ब्रेकअप Saroj Prajapati द्वारा थ्रिलर में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
श्रेणी
शेयर करे

सातवां ब्रेकअप

यह, यह क्या‌ है मधु! यह किसकी शादी का कार्ड है!


रोहण उसे खोलते हुए बोला और जैसे ही उसने कार्ड पर मधु और शिवम का नाम पढ़ा। वहीं सोफे पर धम्म से बैठ गया।


तुम शिवम से शादी कर रही हो और जो इतने दिनों से मेरे साथ था, फिर वो क्या था?


जस्ट टाइमपास!


यह क्या बकवास है ।

फिर कुछ

शांत हो, वह मुस्कुराते हुए बोला

हां मुझे पता है, तुम मजाक कर रही हो मेरे साथ!


तुम्हें पता है ना, मैं तुमसे कितना प्यार करता हूं । फिर कभी ऐसी बात मत करना यार। मर जाऊंगा तुम्हारे बगैर!


सीरियसली! ओ माय गॉड! तुम्हारे सीने में दिल है...!
और जज्बात भी....!
चलो ,तुम मर कर तो देखो एक बार, प्लेबॉय! आज तक तुम्हारे झूठे प्यार के चक्कर में, कितनी ही लड़कियां जीते जी मर रही है। पता तो चले तुम्हें यह मरना, कैसे उस मरने से ज्यादा तकलीफ दायक है।


क्या हो गया है तुम्हें मधु। कैसी बहकी ,बहकी बातें कर रही हो। तुम किन लड़कियों की बात कर रही हो!

हां, शायद तुम्हें तो याद भी नहीं होगा कि तुमने कितनी लड़कियों से प्यार किया। कितनों से शादी के वादे किए और कितनों का दिल तोड़ा। ज्यादा दिमाग पर जोर देना नहीं पड़ेगा। याद है मधुलिका!


हां, हां वह बिगड़ैल लड़की। किसको याद नहीं होगी। हरदम नशे में चूर रहती थी और सब को अपने झूठे प्यार के जाल में फंसाने को तैयार रहती थी हरदम। इसी कारण तो उसकी नौकरी छूट गई और फिर पता नहीं , कहां गायब हो गई।

हां, मैं उसी मधुलिका की बात सही हूं रोहन । नशे में रहती थी वो तुम्हारे प्यार के। बिगड़ैल वो नहीं तुम थे। जो तुम्हारे झूठे प्यार के जाल में फंस, अपनी जिंदगी बर्बाद कर बैठी और आज जिंदा होते हुए भी मरो से बदतर है। वह पगली तो तुमसे अभी भी इस कदर प्यार करती है कि पागलपन की हालत में होते हुए भी तुम्हें बदनाम नहीं करना चाहती । लाख पूछने के बाद भी तुम्हारे बारे में नहीं बताया उसने कभी। वह तो उसकी डायरी जो उसे बचपन से लिखने का शौक था। मेरे हाथ लग गई और वहीं से तुम्हारा असली रूप समझ में आया। मैंने तभी मन में ठान लिया था कि तुम्हारी हालत उससे भी बदतर करके रहूंगी। और तुम रूप के मोही, सच में मुझसे इतनी जल्दी दिल लगा बैठोगे ,मुझे मालूम ना था। तुमने तो मेरा काम आसान कर दिया। आज मैं अपने मकसद में कामयाब रही। दिल टूटने पर कैसा दर्द होता है, आज तुम्हें अच्छे से महसूस हो रहा होगा और मैं यही चाहती थी । छठा ब्रेकअप था तुम्हारा उसके साथ। उसका दिल तोड़ खूब खुशियां मनाई थी तुमने। तो आज सातवें ब्रेकअप पर कैसा लग रहा है।
शायद शब्द नहीं होंगे तुम्हारे पास। चलो एंजॉय करो, अपने इस ब्रेकअप को। गुड बाय मिस्टर रोहन!


रोहन उसकी बातें सुन दुखी व हैरान होते हुए बोला _
तुम्हें यह सब कैसे पता! तुम मधुलिका को कैसे जानती हो!

बहन थी वो मेरी। आंखों में आए आंसुओं को छुपाने के लिए मधु ने चश्मा आंखों पर चढ़ाया और तेजी से बाहर निकल गई।


सरोज ✍️