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ब्लाइंड डेट वर्सेज ट्रू लव

ब्लाइंड डेट वर्सेस ट्रू लव


आज प्रिया बहुत खुश थी। आखिर आज उसकी पहली डेट जो थी। वो और राहुल छह महीने पहले फेसबुक पर मिले थे।

एक कॉमन फ्रेंड की पोस्ट पर कमेंट करने के दौरान बातचीत शुरू हुई थी। प्रिया को राहुल बातो से काफी डिसेंट टाइप का बन्दा लगा। वो काफी रेस्पेक्ट से बात करता था। और इसके नेचर से भी पता चलता था कि वो लड़कियों की रेस्पेक्ट करने वाला इंसान था।


प्रिया कॉलेज के पहले साल में थी। अठारह साल उमर थी। इस उमर में दुनियादारी की कोई ज्यादा समझ तो होती नही है। जो जैसा दिख रहा है वैसा ही मान लेते है।

राहुल भी कॉलेज में पढ़ता था। उसका ग्रेजुएशन का आखिरी साल था।


वेसे तो प्रिया और राहुल एक दूसरे से खूब बाते करते थे । पर दोनों ने अभी तक एक दूसरे को देखा नही था। प्रिया जहां आगरा की रहने वाली थी। वही राहुल दिल्ली रहता था। आज पहली बार मिलने वाले थे दोनो। ताजमहल पर मिलना तय हुआ था दोनों का।

राहुल ने अपनी पहचान भी बता दी थी। वो येलो कलर की टीशर्ट पहन कर आएगा और उसके हाथों में लाल गुलाब का एक बुके होगा। प्रिया को वो अच्छे से पहचानता था। क्योंकि प्रिया ने उसे अपनी कई फोटोज भेजी हुई थी।


प्रिया आज अच्छे से सज संवर रही थी। उसने बेबी पिंक कलर का प्यारा सा अनारकली पहना था। कमर तक लहराते घुंघराले बालों को हाफ क्लच करके छोड़ दिया था। प्रिया की सुंदरता इंडियन स्टिरियोटाइप को तोड़ती थी कि सिर्फ गोरे ही सुंदर होते है। प्रिया की सुंदरता किसी गोरे रंग की मोहताज नही थी। वो साँवले रंग की बेहद आकर्षक युवती थी। कद उसका औसत था। आज के हॉट एंड सेक्सी वाले कैटेगरी में वो शामिल नही होती थी औऱ ना ही वो वैसी बनना चाहती थी। अपनी सादगी में वो बेहद सुंदर लगती थी।


ठीक 12 बजे प्रिया ताज महल के बाहरी द्वार पर पहुँची। साल का पहला दिन होने के कारण काफी भीड़ थी। प्रिया को दूर से ही राहुल दिखा। उसने फुल स्लीव की येलो टी-शर्ट और डार्क ब्लू जीन्स पहनी थी। आँखो पर काला चश्मा लगा था। राइट हैंड में रेड रोज़ का बुके था। प्रिया को आता देख उसने चश्मा उतार कर उसे ध्यान से देखा। उसकी नज़रे भी प्रिया पर ही टिकी थी।


उसको अपनी ओर देखता हुआ पाकर प्रिया की धड़कने बढ़ने लगी थी। ऐसा पहली बार थी जब वो किसी लड़के से मिलने आयी थी। वो काफी नर्वस हो रही थी।


वो झिझकती सी राहुल के पास आई "हाय मैं….।"


"हाय, क्या बात है तुम तो तस्वीरों से भी ज्यादा सुंदर लग रही हो।"राहुल उसकी बात बीच मे ही काट कर बोला।


"थैंक यू।" प्रिया शर्मा रही थी, उसे बोलने में भी बड़ा संकोच हो रहा था।


"मैं तुम्हें दूर से ही देख कर पहचान गया था।"


इसके बाद दोनों ने काफी देर तक बातें की। साथ साथ ताज महल देखा। राहुल के व्यवहार से प्रिया काफी खुश थी। राहुल की नज़रें औऱ हाव भाव भी बता रहे थे कि उसे प्रिया काफी पसंद आई है।


"तुम जानती हो प्रिया, मुझे कभी दिल्ली की वो लड़कियाँ पसंद नही आई।" राहुल ने घूमते घूमते अचानक प्रिया का हाथ अपने हाथों में लेकर कहा।


"मतलब।"


"मतलब कि मैं हमेशा से कोई तुम्हारे जैसी लड़की चाहता था। जो फ़ालतू का दिखावा न करती हो।"


"ओह!" प्रिया उसकी बात समझते हुए बोली "पर मेरी सहेलियाँ तो मुझे बहन जी बोलती है।"


"वो बेवकूफ़ है। औऱ फिर बहन जी होने में बुराई क्या है। जिसको जैसे रहना पसंद है वो वैसे रहेगा। बस बे-वजह का दिखावा नही होना चाहिए। जो जैसा है वैसे ही रहे। सब अपने अपने वे में सुंदर है बस जरूरी है तो कॉन्फिडेंस।" राहुल की ये बातें प्रिया को काफी पसंद आई।


काफी टाइम राहुल के साथ बिता कर प्रिया वापिस घर आ गयी।

प्रिया को आये हुए कोई दस मिनिट बीते होंगे कि मैसेंजर पर एक नोटिफिकेशन आया। उसने ओपन करके देखा तो वो राहुल का मैसेज था। वो जल्दी से चैट ओपन कर पढ़ने लगी। राहुल ने लिखा था कि "सॉरी आज वो आ नही पाया एक्चुअली उसकी मासी की काफी तबियत खराब हो गयी और उसे उधर जाना पड़ गया।"


मेसेज देख प्रिया हस पड़ी और उसने मेसेज किया "बड़ा ही घटिया जोक मारा, तुम्हे कोई ढंग का मजाक करना भी नही आता।" और साथ मे हसने वाले दो तीन इमोजी भेज दिए।


उधर से राहुल का फिर मेसेज आया "अरे क्या हुआ है तुमको मैं बोल रहा हूँ ना मैं नही आ पाया, अब मजाक क्यो बना रही हो, सॉरी यार उसके लिए, बट प्रोमिस नेक्स्ट मंथ पक्का आऊंगा।"


अब प्रिया को शक हुआ उसने पूछा कि क्या वो सच मे नही आया था। तो राहुल का वही जवाब की वो नही आया। फिर प्रिया ने उसे पूरी बात बताई।


"फिर वो कौन था जिससे मैं आज मिल के आई हूँ।"


"व्हाट्!" राहुल भी हैरान था उसने पूछा प्रिया से कि जो लड़का उससे मिलने आया था वो कैसा था।

इस बात पर प्रिया को याद आया कि दोपहर में उसने उसके साथ कई सेल्फी ली थी। पर ओह नो वो सारी सेल्फी तो उसी लड़के के फ़ोन से ली थी।

प्रिया ने राहुल को उस लड़के का हुलिया बताया। उसका हुलिया जानने के बाद राहुल बोला "वो पक्का मेरे कॉलेज का लड़का अजय है। साला दोस्त के नाम पर दुश्मन।"


"वो तो ठीक है पर उसे हमारी बाते कैसे मालूम हुई। और उसने कैसे जाना कि हम कब औऱ कहा मिल रहे हैं"


"अरे वो हैकर है, उसने मेरी आई डी हैक की होगी।"


"पर वो ऐसा क्यो किया उसका मकसद क्या है।"


"वो एक नम्बर का कमीना है। उसका काम ही यही है भोली भाली लड़कियों को फ़साना। तुम उसकी बातों में बिल्कुल मत आना। हो सकता है वो तुमसे कांटेक्ट करे बट तुम उससे दूर रहना।"


राहुल ने अजय की असलियत प्रिया को बताई। प्रिया काफी सोच में पड़ गयी। कितना डिसेंट सा लग रहा था। पर आजकल किसी को भी पहचानना आसान नही है।




अगले दिन प्रिया के पास फेसबुक पर एक रिक्वेस्ट आयी। उसने प्रोफाइल देखी तो वो वही लड़का अजय था। प्रिया ने बिना कोई बात किये उसे ब्लॉक कर दिया।

उसके दूसरे दिन प्रिया के पास एक अनजान नम्बर से कॉल आया। जैसे ही प्रिया ने कॉल रिसीव तो सामने से आवाज आई "प्रिया फ़ोन मत काटना तुम्हें कुछ बहुत जरूरी बात बतानी है।"


"पर तुम कौन हो, और मुझसे क्या बात करनी है।"


"तुम्हे राहुल के बारे में कुछ बताना है।"


"राहुल के बारे में क्या बताना है।"


"देखो! राहुल अच्छा लड़का नही है। वो बहुत ही बेकार लड़का है। वो ना जाने कितनी लड़कियों को ऐसे फंसा कर उन्हें इस्तेमाल कर छोड़ चुका है।"


"एक मिनेट तुम कही अजय तो नहीँ हो।" प्रिया को अब लगा कि ये शायद वही लड़का है जो उस दिन आया था।


"हाँ प्रिया, मैं अजय हूँ। मैं ही आया था तुमसे मिलने।"


"तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे कॉल करने की। तुम्हे क्या लगता है तुम राहुल के बारे में उल्टा सीधा बोलोगे और मैं मान लूंगी।"


"प्रिया तुम्हे मेरे बारे में जो सोचना है सोचो, पर मेरा विश्वास करो राहुल सही लड़का नही है। वो तुमसे मिलने भी इसलिए नही आया क्योकि वो उस दिन किसी और लड़की के साथ था।"


"ओह प्लीज रहने दो, मैं तुम जैसे फ्रॉड पर क्यो बिलीव करुँगी।" ये कह प्रिया ने कॉल कट कर दिया।


कहने को प्रिया ने अजय से कह तो दिया। पर वो सोच में पड़ गयी कही उसकी बात सच हुई। आखिर वो राहुल को भी जानती ही कितना है। बस सिर्फ उतना जितना राहुल ने खुद बताया।


प्रिया ने अजय से हुई बातो के बारे में राहुल को कुछ भी नही बताया। पर उसके मन में एक अनजाना शक बैठ गया था।


एक दिन प्रिया के व्हाट्सएप पर एक नम्बर से मेसेज आये। मेसेज खोल कर उसने देखे तो उसमें कोई लड़का था जिसकी अलग अलग लड़कियों के साथ फोटोज थी। उन फोटोज के बाद उसी नम्बर से एक और मैसेज आया "ये सारी फोटोज राहुल की ही है, आई नो तुम उसे नही पहचानती नही हो। तुम उसकी फोटो मंगा कर देख लो कि ये राहुल है या नही।"


ये मेसेज किसी और ने नही बल्कि अजय ने ही भेजे थे। प्रिया ने उसी वक़्त राहुल को फेसबुक पर मैसेज भेजा "हाय बाबू क्या कर रहे हो, मुझे ना आपको देखने का मन कर रहा है। प्लीज अपनी फोटो भेजो ना।"


राहुल भी ऑनलाइन ही था उसने तुरंत रिप्लाई किया "अरे बाबा जब मिलेंगे तब देख लेना ना।"


"नही मुझे अभी देखना है प्लीज भेजो ना।"


"ओके बाबा।"


राहुल ने अपनी चार पांच फोटोज भेज दी। प्रिया देख कर पहचान गयी कि अजय की भेजी हुई फोटोज राहुल की ही है।

अब उसने उन तस्वीरों को और ध्यान से देखा। उसे शक था कि कही अजय ने एडिट करके उनको ऐसा ना बना दिया हो। पर प्रिया को इतनी समझ थी वो समझ गयी कि सारी फोटोज असली है। अब कोई शक नही था कि राहुल के बारे में अजय की कही हुई हर बात सही थी।


प्रिया ने अजय को थैंक यू बोला और कहा कि वो उसे अब कभी ना कॉल करे ना मैसेज वो ना तो राहुल से कोई बात करना चाहती है ना ही उससे।


प्रिया ने राहुल को कुछ नही बोला पर उसने उसके मैसेज का जवाब देना बिल्कुल बन्द कर दिया।

जब तीन चार दिन गुजर गए और राहुल ने देखा कि प्रिय उससे बिल्कुल ही बात नही कर रही है….तो उसने प्रिया से वजह पूछी कि आखिर ऐसा क्या हुआ है कि वो उसे जवाब नही दे रही।

प्रिया इतने दिनों से शांत थी। पर अब वो फट पड़ी। उसने वो तस्वीरे राहुल को भेज कर उसे खूब खरी खोटी सुनाई।


राहुल ने कसम खा कर कहा कि ये फोटोज फेक है। तो जवाब में प्रिया बोली "मैं तुम्हे इतनी बेवकूफ नजर आती हूँ, एडिटेड औऱ ऑरिजिनल फोटोज पहचान सकती हूँ। तुम्हे शायद पता होगा की मैं फोटोशॉप की क्लास कर रही हूँ। मुझसे बेटर कौन बता सकता है।"

अब राहुल के पास कोई जवाब नही था। वो अब आखिरी दांव फेक कर बोला "आई एम सॉरी प्रिया…. मुझसे गलती हो गयी। पर प्लीज् ऐसे मत करो। आई कैंट लिव विदआउट यु।


"कितनी लड़कियों को यही सेम डॉयलॉग मारा है। राहुल जितना बेवकूफ़ तुम्हे बनाना था तुम बना लिये….पर अब नही।"


"प्लीज प्रिया.… बस लास्ट चांस। मैं कभी तुम्हे चीट नही करूंगा।"


"सॉरी राहुल मैं तुमसे कोई रिलेशन नही रख सकती। तुम मेरी सारी फोटोज डिलीट कर देना।" ये कह प्रिया ने बात खत्म करदी।


इधर अजय बराबर प्रिया से बात करने की कोशिश करता रहा। और एक दिन प्रिया को राहुल का मैसेज मिला। अब वो कोई रिक्वेस्ट नही कर रहा था बल्कि अब वो अपने असली रूप में आया था।

उसने प्रिया को मैसेज किया कि वो उससे मिलने दिल्ली आए। प्रिया ने उसके मैसेज का कोई जवाब नही दिया तो उसने उसे धमकी दी "तुमने जो अपनी फोटोज मुझे भेजी है ना वो सब मैं वायरल कर दूंगा।"


"करदो रोज ऐसी ना जाने कितनी लड़कियों की फोटोज वायरल होती है। कुछ दिन लोग देखेगे फिर भूल जाएंगे।" प्रिया ने उसे करारा जवाब दे दिया


"नो डार्लिंग, तुम्हे क्या लगा मैं वो नॉर्मल सी फोटोज़ वायरल करूंगा नही। तुमने जो अपनी न्यूडस भेजी है ना मैं उन्हें वायरल करूँगा।"


ये मेसेज देख प्रिया को शॉक लगा। राहुल तो बोलता था कि वो देख कर तुरन्त फ़ोटो डिलीट कर देता है। कितनी मिन्नते की थी राहुल ने उससे उन तस्वीरों के लिए। कितना विश्वास दिलाया था। और उसने बातो में आकर भेज दी थी।


"कुत्ते तूने दिखा दी ना अपनी औकाद। अगर तूने मेरी फ़ोटो वायरल की तो मैं तुझे छोडूगी नही। मैं उन लड़कियो में से नही हूँ जो जहर खा कर मर जाये। मैं तेरी जिंदगी नरक बना दूंगी। और ये जो तूने मुझे धमकी दी है ना….तू अब देख तेरी तो मैं अब एफ आई आर करुँगी।"


"ओह कूल डाउन बेबी! आई नो अभी तुम गुस्से में हो। जब दिमाग ठंडा हो जाये तब सोच के बताना मुझे। मैं दो दिन का टाइम दे रहा हूँ। दो दिन में सोच लो मेरे पास आना है या फिर अपनी बदनामी करवानी है….ओके बाई।"


अब प्रिया की जान हलक में अटक गई। राहुल को तो उसने धमका दिया था पर उसे डर भी लग रहा था। पहले वो राहुल के धोखे पर रोई थी...पर अब वो अपनी गलती पर रो रही थी।

उसने ना खाना खाया ना किसी से बात की….बस चुपचाप अपने कमरे में लेटी रोती रही।

उसे अपने माँ बाप की चिंता हो रही थी। उनको पता चला तो वो तो बेचारे शर्म से ही मर जायेंगे। वो अपनी गलती पर बेहद शर्मिंदा थी। पर जो हो गया था उसे नही बदला जा सकता था।

अचानक उसे अजय का ख्याल आया। उसने पहले भी प्रिया की मदद की थी।

प्रिया ने उसी वक़्त अजय को कॉल किया।

"हेलो।" प्रिया थोड़ा हिचकिचाई


"ओह हाय! आज मुझे कैसे याद कर लिया।" अजय खुश होते हुए बोला।


अजय की बात सुन प्रिया सुबकने लगी। उसके रोने की आवाज सुन अजय ने पूछा "अरे क्या हुआ प्रिया। सब ठीक है ना….तुम रो क्यो रही हो।


"अजय मैं बहुत परेशानी में हूँ।" सुबकते हुए प्रिया ने कहा।


"हे क्या हुआ! तुम मुझे बताओ…..क्या बात है। मैं हूँ ना तुम्हारे साथ।"


"मुझसे बहुत बड़ी गलती हो गयी।" ये कह प्रिया और जोर- जोर से रोने लगी।


"अरे! रोती ही रहोगी या कुछ बताओगी भी।"


"तुम मेरी हेल्प करोगे ना।"


"ऑफ कोर्स करूँगा प्रिया, मैं तो आया ही इसी लिये था।"


"एक्चुअली, वो राहुल को मैंने अपनी फोटोज भेजी थी। आई मीन न्यूडस भेजी थी। अब वो मुझे धमकी दे रहा है कि या तो मैं उसके पास जाऊ नही तो वो उनको वायरल कर देगा।"


ये सुन कर अजय को बहुत तेज गुस्सा आया। "मुझे पता था वो हरामखोर ऐसी हरकत ज़रूर करेगा। औऱ तुम! इतनी बड़ी बेवकूफी कैसे कर सकती हो। एक अनजान लड़के को तुमने छि, क्या कहूँ।"


"आई एम सॉरी, मुझे नही मालूम था कि ऐसा निकलेगा।"


"तुम लड़कियों की ना यही प्रॉब्लम होती है….जब कोई हरामी लड़का मिलता है तो तुम तुरंत उसकी लच्छेदार बातो में आ जाती हो। पर जब कोई जेनुइन बन्दा हो तो उसको लतिया दोगी….वो तुम्हें चीप लगता है। अब मुझे ही ले लो…..तुम्हे मेरी बात पर विश्वास नही था उस फ्रॉड की बात पर था। तुमने एक बार भी अपने दिमाग से नही सोचा कि जो बन्दा एक दूसरे लड़के की जगह तुमसे मिलने आया, उसने कोई नेगेटिव डिमांड नही की तुमसे….तो तुम्हे अटलीस्ट उसकी एक बार बात तो सुननी चाहिए थी ना।" अजय गुस्से में प्रिया को सुनाए जा रहा था।


"हा मुझसे गलती हुई, पर मैं तुम्हे भी तो नही जानती थी ना। मैं तुम पर भी ऐसे कैसे विश्वास कर लेती।"


"ओह! गुड मुझे नही जानती थी। पर उस राहुल को तो बहुत अच्छे से जानती थी। मैं बार-बार बोल रहा था कि वो लड़का सही नही है। पर तुम्हारे कान पर जूं नही रेंगी। यार एक बात बताओ….. ये तुम लड़कियों को हमेशा…. वही लड़के क्यो सही लगते है जो झूट बोलते है…..और जो लड़का सच बोल रहा हो…..वो कुत्ता, कमीना और ना जाने क्या।"


"तो यार….अब तुम ताने क्यो मार रहे हो...इसका सोलुशन बताओ ना।"


"डोंट वरी! वो कुछ नही कर पायेगा। मैं हूँ ना…..यु नो ना कि मैं हैकर हूँ। वो मैं सब डिलीट कर लूंगा उसके फ़ोन से। बट तुम एक बार सोचो जरा….आज मैं हूँ तो तुम्हारी मदद कर दूंगा….पर अगर आज राहुल की जगह कोई और लड़का होता…तो तुम्हे तो कोई उसकी सच्चाई बताने वाला भी नही मिलता। सोचा है तुमने क्या होता तब।"


"पर एक बात बताओ, राहुल तुम्हारा तो दोस्त है फिर तुम उसके अगेंस्ट क्यो गए? क्यो तुम मेरी हेल्प करने आये।"


"करदी ना बेवकूफों वाली बात।"


"मतलब।"


"मतलब आई लव यू यार दैट्स व्हाई।" अजय सीधा बिना की हिचकिचाहट के बोला।


"पर ये... कब और क्यो?"


"पता है जब तुम्हारी राहुल से बात होनी शुरू हुई, तो वो तुम्हारे बारे में सबको बताया करता था। मैं उसकी आदत को शुरू जानता हूँ। वो बताता कि आगरा की एक लड़की है "प्रिया शर्मा" जिसे उसने पटा लिया है। एंड यू नो उस टाइम उसकी तुम्हारे अलावा तीन औऱ गर्लफ्रैंड थी। पहले तो मैंने उसकी बातों पर ध्यान नही दिया। पर एक बार वो बताने लगा कि, प्रिया काफी भोली भाली बहिन जी टाइप लड़की है….बस एक बार वो उसको होटल में ले जाये बस उसके बाद प्रिया की पत्ता कट।"



ये सुन प्रिया रोने लगी। जिस पर उसने इतना भरोसा किया था, वो इतना घटिया था।


"हे डोंट क्राई….वो भी उस राहुल जैसे के लिए।"


"मैं उसके लिए नही रो रही। मैं तो अपनी बेवकूफी पर रो रही हूँ।"


"फिर तो रो क्योकि बेवकूफ तो तुम हो इसमे कोई शक नही।" अजय मजाक करते हुए बोला।


"चुप! मैं बेवकूफ हूँ… तुम होंगे बेवकूफ।"


"अरे! अभी तो मेरा प्रोपोजल एक्सेप्ट भी नही किया, औऱ सीधा वाइफ वाला रिएक्शन भी दे दिया….क्या बात है।"


"चुप! जो बता रहे थे वो बताओ।"


"हा तो जब राहुल ने अपने इरादे मुझे बताए, तो मैंने सोच लिया कि एक अच्छी भली लड़की की लाइफ बर्बाद नही होने दूंगा। राहुल की जो औऱ गर्ल फ्रेंड है उन्हें भी इस बात से फर्क नही पड़ता। उसने जितनी भी लड़कियों के साथ हुक उप किया, वो सब खुद वन नाईट स्टैंड को एन्जॉय करने वाली थी। पर तुम्हारे बारे में मुझे लगा कि तुम ऐसी नही हो। फिर मैंने राहुल का फेसबुक एकाउंट हैक किया। औऱ जब तुम्हारी बाते देखी तो जाना कि राहुल सच कहता है, तुम सच मे बहुत भोली हो। तुम्हे पता है….,राहुल तुम्हे सिर्फ उस वक़्त तक उलझाए रखना चाहता था, जब तक कि वो अपने मकसद में कामयाब नही हो जाता। वो तो कभी सीरियसली तुमसे बात तक नही करता था। अब क्या बताऊँ यार….उसके मैसेंजर से तुम्हे आधे मैसेज तो मैंने किये है। और वो इतना लापरवाह था तुम्हारी तरफ से की कभी उसे पता ही नही चला…. वरना उसकी जगह कोई और होता तो तुरन्त जान जाता की एकाउंट हैक हुआ है।"


"तुमने मेसेज कब किये।" प्रिया को विश्वास नही हुआ।


"याद करो.. जब एक बार राहुल ने बोला था कि, हम हनीमून के लिए मालदीव चलेंगे। चांदनी रात में वहां के चमकीले बीचेस पर वाक किया करेंगे। खुले में कैंडल लाइट डिनर।'


"ये सब तुमने बोला था।" प्रिया हैरान थी।


"हा औऱ तुम्हे क्या लगा ये सब राहुल ने बोला था। अरे वो हनीमून तो दूर वो शादी की ही नही सोचता था।"


प्रिया हैरान थी सुन कर । जिन बातों को सुन कर वो खुश होती थी वो तो राहुल ने की ही नही थी।


"मैं तुम्हें राहुल की असलियत बताने का सही टाइम देख रहा था। तभी राहुल ने तुमसे मिलने का प्लान बनाया। मुझे ये मौका सही लगा तुमसे मिलने का। राहुल को आगरा आने से मैंने ही रोका। मैंने अपनी फ़्रेंड वंशिका को बोला कि वो राहुल को एक दिन के लिए डेट पर ले जाये। और देखो राहुल चला भी गया उसके साथ। यहां तक कि उसने ये तुम्हें बताना तक जरूरी नही समझा कि वो मिलने नही आएगा। पर जब तुम मुझसे मिली तो तुम्हारी खुशी देख कर मेरी हिम्मत नही हुई कि, तुम्हारे दिल को तोड़ दु वो बाते बोल कर। उस वक़्त मेरे पास कोई प्रूव भी नही था, तुम यकीन भी नही करती मेरी बात का। पर मैं राहुल की फेसबुक हैक करने में थोड़ी देर कर गया, अगर थोड़ा और पहले की होती तो तुम्हे ये बेवकूफी करने से रोक लेता।"


"पर अब तुम डिलीट कर तो लोगे ना।"


"हा डोंट वरी, मैं एक दो दिन में ही करता हूँ।"


"अजय! थैंक यू सो मच….और जो कुछ पहले किया उसके लिए सॉरी।'


"देख छोरी ना तो तेरा थैंक यू सुनना है ना तेरी सॉरी, जो सुनना है एक बार वो बोल दे।"


"ओके गुड नाईट।" ये बोल प्रिया हंसने लगी


"ठीक है फिर क्या कर सकते है….गुड नाईट।"



दो दिन बाद अजय ने बताया कि उसने राहुल के फ़ोन से सारी फोटोज डिलीट करदी है। बाकी सब भी देख लिया है औऱ कही वो सेव नही है। अब प्रिया सेफ थी।

अब प्रिया ने राहुल को जम कर सुनाया और ब्लॉक कर दिया। राहुल भी जान गया था कि ये सब अजय का काम है। पर अब बाजी उसके हाथ से जा चुकी थी, इसलिए वो चुप बैठ गया।



अब प्रिया औऱ अजय की काफी बाते होने लगी। अजय राहुल की तरह नपे तुले शब्दों में बाते करने वाला नही था। वो मजाक भी करता तो गुस्सा आने पर प्रिया को जम कर सुनाता भी, फालतू की फेमिनिज्म की बाते भी नही करता। पर ये साबित हो चुका था कि वो कितना अच्छा है।


दो महीने बाद अजय प्रिया से मिलने आया। वही ताज महल पर। इस बार वो उसके लिए लाल गुलाब नही बल्कि डायमंड रिंग लाया था।

उसने सबके सामने घुटनो पर बैठ के प्रिया को प्रोपोज किया "विल यु मेरी मी।"


प्रिया को अजय पसन्द था। पर वो उसकी जाति से बाहर का था इसलिए वो हिचकती थी। उसके प्रोपोजल पर वो जब चुप रही तो अजय बोला "रे छोरी कुछ तो बोल दे घुटने में दर्द होने लाग ग्या"


ये बात सुन प्रिया हँसते हँसते बोली "मेरे घरवाले नही मानेगे, मैं पंडित तुम जाट वो कभी तैयार नही होगें।"


"रे छोरी तू हा तो कर, तेरे माँ बापू नु भी मना लयुगा।"


"ठीक है! मेरे घरवालो को मना लो तो मेरी भी हाँ है।" प्रिया शर्माते हुए बोली।


"तो इब ये अंगूठी पहन औऱ आज से तू म्हारी चौधराइन से।"


दो साल बीत गए दोनों के रिलशनशिप को। अजय ने जैसा वादा किया था उसने प्रिया को माँ बाप को मना ही लिया।

ग्रैजुएशन पूरी कर अजय अपने घर का कारोबार देखने लगा। अजय के बाप का दिल्ली में व्यापार था। ये लोग हरियाणा के गाँव के पुराने जमींदार भी थे। लड़का भी अच्छा था औऱ घर बार भी।

आखिर कर प्रिया के माँ बाप ने अजय की अच्छाइयां देखते हुए, जाति को नजरअंदाज कर दिया।


आज दोनों की शादी है। दोनों ही बेहद खुश है। अजय को जहां उसका पहला प्यार मिल गया। तो वही प्रिया की ब्लाइंड डेट से उसे उसका ट्रू लव मिल गया।



मोरल- आजकल सोशल नेटवर्किंग के जमाने मे लोग ऑनलाइन दोस्ती बहुत करने लगे है। दोस्ती करना अच्छी बात है, पर एक दायरे में रह कर। ये कहानी उन लड़कियों के लिए एक सीख है जो अभी उम्र के कच्चे दौर में है, जिन्हें ज्यादा समझ नही है इंसान की। तो उनके लिए एक संदेश है कि आप दोस्ती करो पर ये फेसबुक वाले प्यार पर इतना भी भरोसा मत करो, कि आप किसी खतरे में पड़ जाए। आजकल ये चलन है लड़के लड़कियो को बहका कर उनसे न्यूडस की मांग करते है। तो ऐसे लोगो को सीधा ब्लॉक का रास्ता दिखाइए क्योकि हर किसी को अजय नही मिलता।





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