चल उड़ जा रे उड़ जा पंछी ऊंचे गगन की ओर
तुझे परिवार सवारना है तुझे घर बसाना है ,
चल उड़ जा गगन की ओर दो तिनको की होड़ में
तुझे परिवार सवारना है तुझे कल को बनाना है ।।
खत्म हुए दिन उड़ डाली के जिस पर तेरा बसेरा था
आज यहाँ और कल हो वहाँ ये जोगी वाला फेरा था ,
सदा रहा है इस दुनिया मे किसका आबू-दाना
तुझे इस बैसक मौसम में है खुद को ढालना ।
चल उड़ जा रे उड़ जा पंछी ऊंचे गगन की ओर
तुझे परिवार सवारना है तुझे घर बसाना है ।।
तूने तिनका-तिनका चुग कर नगरी एक बसाई
बारिश में तेरी भीगी काया, धूप में गर्मी छाई
गम ना कर जो तेरी मेहनत तेरे काम ना आई
अच्छा है कुछ ले जाने से देकर ही कुछ जाना
तूने खुद को है पहचाना और कोई न जानना
चल उड़ जा रे उड़ जा पंछी ऊंचे गगन की ओर
तुझे परिवार सवारना है तुझे घर बसाना है ।।
भूल जा अब वो मस्त हवा वो उड़ना डाली-डाली
जब आंख की कांटा बन गई, चाल तेरी मतवाली
कौन भला उस बाग को पूछे, हो ना जिसका माली
तेरी किस्मत में लिखा है जीते जी मर न जाना खाली
चल उड़ जा रे उड़ जा पंछी ऊंचे गगन की ओर
तुझे परिवार सवारना है तुझे घर बसाना है ।।
रोते है वो पँख-पखेरू साथ तेरे जो खेले
जिनके साथ लगाये तूने अरमानो के मेले
भीगी आँखों से ही उनकी आज दुआये ले ले
किसको पता अब इस नगरी में कब हो तेरा आना
तू दुसरो से अलग है रे ये तूने है जाना
चल उड़ जा रे उड़ जा पंछी ऊंचे गगन की ओर
तुझे परिवार सवारना है तुझे घर बसाना है ।।
रख हौसला फिर उड़ रे नादान परिंदे
बैठा रहा तो लोग तुझे कहेंगे दरिंदे
तू नही हारा रे तेरा समय हार गया है परिंदे
तू फिर फँख फैला रे तू वो हारा हुआ नही है दरिंदा
चल उड़ जा रे उड़ जा पंछी ऊंचे गगन की ओर
तुझे परिवार सवारना है तुझे घर बसाना है ।।
तू नही है रे भीड़ में उड़ान भरने वाला तू अलग है
बना खुद की अलग पहचान चल निकल नीले आसमान की ओर
तेरी किस्मत में लिखा है वो पाना तू जा परिंदे जा
तू ना डर रे बादलों के गढ़ गड़ाने से
तू आएगा भी ओर मुकाम तक जाएगा भी
चल उड़ जा रे उड़ जा पंछी ऊंचे गगन की ओर
तुझे परिवार सवारना है तुझे घर बसाना है ।।
तू दिल छोटा ना रख रख छोटी सी आशा
तू खुद की उम्मीदों पे चल निकल रे पंछी
तू मंजिल को पायेगा रे जब नई उम्मीदों से उतरेगा रे
तेरी उम्मीद तेरी उड़ान है रे चल निकल रे
रख बुलंद अपने हौसलों को उड़ रे नन्ने पँछी
चल उड़ जा रे उड़ जा पँछी ऊंचे गगन की ओर
तुझे परिवार सवारना है तुझे घर बसाना है ।।
रोयेंगे वो जिसने तेरे साथ पँख पखेरू लगाए
अब तू भूल जा उनके अरमानो को
चल उड़ ले खुद के लिए तुझे खुद को सवारना है
उड़ जा रे पँछी आज तेरे कल के लिए
तुझे कल को बनाना है एक इतिहास बनाना है
चल उड़ जा रे उड़ जा पँछी ऊंचे गगन की ओर
तुझे परिवार सवारना है तुझे घर बसाना है ।।