आगे भाग ६ में हमने आत्मा का वो रूप देखा जैसा हमने कभी भी सोचा नहीं, आत्मा को आजतक हम बूरी बला ही मानते हैं मगर यहा भैरुनाथ की आत्मा का प्राची और चेतन के साथ वाकई अच्छा है आखिर में भैरुनाथ की आत्मा प्राची के जरिए कहती है कि आपको वही बंगले में रहना पड़ेगा... अब आगे क्या हो सकता है थोडा सोच लीजिए और ये कहानी पढिए....
भैरुनाथ की आत्मा कहती है, "अरे भाई तुम चिंता मत करो, यह तो थोडी देर में पहले थी वैसी ही हो जाएगी, मैं परेशान भी नहीं करूंगा। मगर उस बंगले में आपको ही रहना पड़ेगा...
तभी ही कहीं से प्राची की मम्मी कोई धागा लेकर आती हैं, उस धागे पर प्राची की नजर पडते ही वो वहाँ से भागने का प्रयास करने लगती हैं मगर उससे पहले ही प्राची की मम्मी प्राची का हाथ पकडकर धागा बांध देते ही तुरंत ही प्राची पहले जैसी ही होजाती हैं। आगे जब भैरुनाथ की आत्मा ने प्राची के जरीए जो कहा और बंगले में जो कुछ देखा उस वजह से चेतन घबरा ही जाता है मगर खुद को संभालते हुए कहता हैं, "हमे उस बंगले में रहना ही पड़ेगा वर्ना तुम ईस तरह ही हैरान होंगी।। प्राची तुम यकीन ही नहीं करने वाली की तुम्हारे भीतर ही वो आत्मा घूस चुकी थी जो तुने देखी थी, मगर वो सच्ची थी उसने कहा उसकी हत्या करवाई गई थी और उसके शरीर के कुछ अंश वहां बंगले के आगे ही कब्र बनाकर डाटे हुए हैं। जहाँ उसके पास ही घड़ी गीरी हुई है, वो घड़ी वाले को ढुंढकर उसको सजा दिलवानी हैं तब ही उस आत्मा को शांति मिल पाएगी और तुम्हें और मुझे ईस तरह से परेशान करना बंध कर देगी और हमें शांति से रहने मिलेगा।" प्राची यह सुनते ही कहती हैं, "तुम्हें तो यकीन नहीं था ना ईस बात पर, अब सामने खुद के आया तो देखकर यह सब सच हैं वो अब तो मानते हो ना ? तब चेतन प्राची से कहता हैं, "हा अब हुआ तो मुझे यकीन तो हो गया पर अब वो सब बातों को छोडो और चलो उस बंगले में, हमें वहाँ रहने जाना पड़ेगा तब ही तुम्हें उस आत्मा से सच में छुटकारा मिलेगा, चलो अब मम्मीजी को भी वहाँ बंगले में ले जाते हैं।" तब चेतन और प्राची उस बंगले में रहने चले जाते है और पुलिसवालो कीमदद लेकर उनके बंगले के आगे से वो शव के शेष भाग को नीकालते हैं वहाँ पास में से ही घड़ी हाथ लग जाती है और वो सब शेष लाश को भी विधिपूर्वक जला देते हैं। पुलिसवाले वो घड़ी के जरिए अपराधियोंको ढूँढने की कार्यवाही शुरू कर देते हैं। आखिर में उस बंगले का पूरा रीनोवेशन करने के बाद चेतन और प्राची वहाँ रहने आ जाते हैं।
अब आपकी बारी हैं,
१.क्या वो आत्मा फिरसे आएगी ?
२.आत्मा का स्वरूप कैसा होता हैं ?
३.ये कहानी में जो आत्मा थी क्या अच्छी आत्मा थी
४.अच्छी आत्मा और बूरी आत्मा का फर्क क्या है ?
५.क्या प्राचीने जो खाना बनाया था वो आत्मा ने खा लिया होगा ?
६.क्या सच में आत्मा परेशान करती हैं ?
आपके पास इन सारे सवालो का जवाब हैं तो अभी ही जवाब कोमेन्ट बोक्स में डाल दीजिए, आपमेभी कुछ छीपा हुआ है उसे बहार निकाल दीजिए,
कहानी के सभी भाग कैसे लगे और कौन सा सबसे अच्छा लगा ? वो भी बताईएगा जरुर
पढने के लिए आपका शुक्रिया.....
- संकेत व्यास (इशारा)