बेगुनाह गुनेहगार 15 Monika Verma द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

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बेगुनाह गुनेहगार 15

सुहानी अब अपने सपने और अयान की यादों के साथ जी रही है। मम्मी और हैरी का पूरा सपोर्ट मिल रहा है। मम्मी अब कुछ और दोस्त बना चुकी है। सुहानी के घर मे उन दोस्तो के आने जाने के वजह से सुहानी के स्वभाव में परिवर्तन आया है। उसे अब पता चल रहा है कि परिवार क्या होता है। बचपन से तो यह सब देखा ही नही था।

अचानक आज घर पे पुलिस आई। सुहानी को लगा कि पापा के किसी केस के वजह से आई होगी। लेकिन लाइब्रेरी में क्यों,? सुहानी उन लोगो के पास गई। और बोली। सर आप लोग? हमसे कुछ गलती हुई है क्या?

पुलिस: नही ऐसी कोई बात नही । दरअसल हमे आप की मदद चाहिए। 

सुहानी: मदद? जी कहिए । क्या कर सकती हूं में आप के लिए?

पुलिसः हमारे लिए नही। इस देश के लिए। कही और जाके बात करते है। इस जगह पे हमे देखकर लीग पता नही क्या सोचेंगे।

सुहानी: जी आप कहिए। 

साथ मे लेडीज पुलिस भी है। इसलिए सुहानी पूरे भरोसे के साथ वहाँ गई। 

पुलिस: देखिए आप साम को मिलिए। हैम वही बात करते है। 

सुहानी: जी ठीक है। 

सुहानी जिस वजह से जी रही है, जो काम करना चाहती है धायड वो पल आ चुका है। 

शाम को इंस्पेक्टर ने जिस जगह बुलाया वहाँ सुहानी पहोच गई। इंस्पेक्टर भी बिना यूनिफार्म में आए। 

इंस्पेक्टर: देखिए सुहानी जी। हमारे साइबर क्राइम के अफसर है ब्रिजेश जी। दरअसल हमे उन पर देश के कुछ रिकार्ड्स दूसरे देश को भेजने का शक है। जिसकी वजह से देश मे करोड़ो का नुकसान हो सकता है। और शायद टेररिस्ट अटैक की भी आशंका है।

सुहानी: क्या? इन सब मे मैं आपकी मदद कैसे कर शकती हु।

इंस्पेक्टर: ,देखिए मैं आपको समझाता हु। ब्रिजेश जी अपनी पत्नी शोगता से बहुत प्यार करते है। वो शोगता के लिए कुछ भी कर सकते है।  और के दिनों से शोगता जी का कुछ पता नही है। बृजेश जी यह सच सिर्फ शोगता जी को ही बताएंगे।

सुहानी: तो मतलब शोगता जी को ढूंढना होगा। 

इंस्पेक्टर: बिल्कुल। लेकिन शोगता कहाँ है इस बारे में किसी को कुछ भी पता नही है। 

सुहानी: तो फिर उन्हें ढूंढेंगे कैसे? उनकी फोटो वगेरह कुछ हो तो पता चले।

इंस्पेक्टर: जी बिल्कुल। 

अपनी जेब से मोबाइल निकाला और एक फोटो सुहानी को दिखाई 

सुहानी: ये कौन है?

इंस्पेक्टर: ये है शोगता जी की फ़ोटो। 

सुहानी फ़ोटो देखकर बोली। ये तो मेरे जैसे दिखते है। 

इंस्पेक्टर: जी हाँ। हैम चाहते है आप शोगता बनकर वहाँ जाए। और सारी हक़ीक़त का पता लगा कर हमें बताइए।

सुहानी: ठीक है। मैं तैयार हूं। 

इंसपेक्टर: देखिए, शोगता जी की गायब होने की कंप्लेन ब्रिजेश जी ने लिखवाई है। हैम आपको उनके बारे में सब बताते है। उसके बाद हम खुद आपको ब्रिजेश जी के वहा छोड़ आएंगे। आपकी सुरक्षा का हम पूरा इंतेजाम कर देंगे। आप अपना काम कर के हमे इनफमेशन भेजिए। ताकि हैम अपने देश को बचा सके। 

सुहानी: ठीक है। जैसा आप कहे। मुझे वहाँ कब जाना होगा? 

इंस्पेक्टर: पहले हम आपको उसके लिए टैन करेंगे। क्या आप सुबह 5 से 6 ट्रेनिंग के लिए आ सकते है?

सुहानी: जी बिल्कुल। आप मुझे बता दीजिए। कल मे वहाँ पहुच जाऊंगी।

सुहानी की ख्वाइश शायद पूरी होने वाली है। क्या सुहानी अपने मगशद में कामयाब हो पाएगी? देखते है अगले अंक में।