वैसे फिल्मों में तो सब चाहते हैं कि हीरो और हीरोइन मिले, मगर असल जिंदगी में कोई भी नही चाहता। वैसे भी वो लोग बहुत ही खुश नसीब होते है जिन्हे उनकी मोहब्बत मिलती है। चलिए अब मैं अपनी नई नोवल की कहानी शुरू करती हू जो एक इश्क की दास्तान है........... ये कहानी गीतिका और युवान की है। गीतिका एक मिनिस्टर की बेटी है और युवान एक बहुत ही बड़े गुंडे का बेटा है तो फिर क्या है इनकी कहानी। चलिए पढ़ते हैं मेरे साथ................. रात का टाईम है युवान जिसे सब प्यार से युवी बोलते है सो रहा है। तभी उसके पापा उसके कमरे में आते हैं और जोर की चिल्लाते हैं। अपने पापा की आवाज सुन कर युवी उठ जाता हैं और बोलता है, "क्या हुआ पापा आप इतना चिल्ला क्यो रहे हो"। तब युवान के पापा जिनका नाम क्रांति सिंह है बोलते है, "तुम्हे पता नहीं है कि तुम कोन हो ?????? तब युवी बोलता है, "मुझे सब कुछ पता है कि मैं कोन हू, मगर आपको क्या हो गया है जो आप इतनी रात में मुझे ये याद दिलाने आए हैं कि मैं कोन हू "।
इश्क दा मारा - 1
वैसे फिल्मों में तो सब चाहते हैं कि हीरो और हीरोइन मिले, मगर असल जिंदगी में कोई भी नही वैसे भी वो लोग बहुत ही खुश नसीब होते है जिन्हे उनकी मोहब्बत मिलती है। चलिए अब मैं अपनी नई नोवल की कहानी शुरू करती हू जो एक इश्क की दास्तान है...........ये कहानी गीतिका और युवान की है। गीतिका एक मिनिस्टर की बेटी है और युवान एक बहुत ही बड़े गुंडे का बेटा है तो फिर क्या है इनकी कहानी। चलिए पढ़ते हैं मेरे साथ.................रात का टाईम है युवान जिसे सब प्यार से युवी बोलते है सो रहा है। तभी ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 2
युवान और गीतिका की कार टकरा जाती है। जिससे की युवी को बहुत ही गुस्सा आता है और वो से उतरता है और गीतिका की कार के पास जाता हैं और ड्राइवर से चिल्ला कर बोलता है, "अबे ओ बूढ़े तुझे दिखाई नही दे रही है इतनी बड़ी कार जो सुबह सुबह टक्कर मार रहा है"।तभी गीतिका कार से उतरती हैं और बोलती है, "आपको बात करने की तमीज नही है किसी से"।तब यूवी बोलता है, "नही..........तब गितिका का ड्राईवर उतरकर गीतिका से बोलता है, "बेटी आप क्यो कार से उतर गई हो, आप अंदर जाओ, इससे मै बात ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 3
उस आदमी की बात सुनते ही युवी के पापा बोलते हैं, "तो इंतजार किस का कर रहे हो, मार उसको"।तब वो आदमी बोलता है, "मालिक आप ये क्या बोल रहे हैं, वो कोई छोटा मोटा आदमी नही है मिनिस्टर है मिनिस्टर"।तब यूवी के डैड बोलते हैं, "अरे बहुत से देखे हैं मैने ऐसे मिस्टर, बहुत आए और बहुत गए"।तब वो आदमी बोलता है, "आप उसे जानते नही हो, वो बहुत ही ताकतवर है"।तब यूवी के पापा बोलते हैं, "अब मेरे सामने उसकी तारीफ ना करो"।यूवी नाश्ता करके अपने बेड पर फोन चला रहा होता है। तभी यश उसके पास ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 4
अपने डैड की बाते सुनते ही गीतिका के पैरो तले जमीन खिसक जाती है और तब वो बोलती है, आप ये क्या बोल रहे हैं"।तभी गीतिका के डैड उसे आंखे दिखाते हैं और चुप रहने के लिए बोलते है। गीतिका को बहुत ही गुस्सा आ रहा होता है, मगर वो चुप चाप वही पर खडी रहती हैं।MLA साहब गीतिका के डैड को गले लगाते हैं और बोलते है, "मुझे यकीन ही नही हो रहा है कि हमारी बरसो पुरानी दोस्ती अब रिश्तेदारी में बदलने जा रही है"।तब गितिक के डैड बोलते है, "मैं तो इस दिन का कब से ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 5
यूवी के डैड यश को थप्पड़ मारते हैं। ये देख कर यूवी और उसकी मां चोक जाते है। तब की मां बोलती है, "आप ये क्या कर रहे हैं, आप अपने जवान बेटे को मार रहे हैं"।तब यूवी के पापा बोलते हैं, "तुम देख नही रही हो की किस तरह से बोल रहा है ये मेरे साथ, देख लो अभी भी वक्त है समझा लो इसे, वरना कही ऐसा ना हो की उस लड़की के साथ साथ मुझे इसे भी मारना पड़े"।ये सुनते ही युवी की मां को गुस्सा आ जाता हैं और वो बोलती है, "आप ये क्या ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 6
यूवी के पापा बोलते हैं, "जितना पूछा है उतना ही जवाब दो"।तब यूवी बोलता है, "पहले आप बताओं, की इस रिश्ते के लिए मान गए हैं"।तब यूवी के पापा बोलते हैं, "तुम्हे क्या लगता है कि मै इस रिश्ते के लिए कभी मानूंगा, ऐसा कभी भी नही हो सकता है, यश की शादी वही पर होगी जहा पर मेने तय की है"।तब यूवी बोलता है, "तो फिर आप उस लङकी के बारे में क्यो पूछ रहे हैं"।तब यूवी के पापा बोलते हैं, "मुझे उसे मरवाना है इसलिए"तब यूवी बोलता है, "क्या पापा आप भी एक लड़की की जान के ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 7
राजीव एक रेहड़ी वाले का एक्सीडेंट कर देता है और उल्टा खुद बाहर निकल कर रेहड़ी वाले को मारने है और बोलता है, "गरीब कीचड़ कहे के तेरी इतनी हिम्मत की तो मेरी गाडी के आगे आएगा"।तब राजीव का एक आदमी बोलता है, "सर इसे जानें दो अभी आप अभी जल्दी घर चलो बड़े साहब का बार बार कॉल आ रहा है"।तब राजीव बोलता है, "मैने तुम लोगों को कितनी बार बोला है कि ये गरीब कीचड़ लोगो को मेरे सामने मत आने दिया करो, मगर तुम्हे मेरी बात समझ में ही नहीं आती हैं"।तब वो आदमी बोलता है, ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 8
अपनी डैड की बाते सुनकर राजीव बहुत ही गुस्सा होता है और बोलता है, "डैड गीतिका से मेरी शादी वाली है और दुनिया की कोई भी ताकत मुझे उससे मिलने से रोक नही सकती है, तो फिर उसके घर वाले क्या चीज़ है"।तब MLA साहब गुस्से में बोलते है, "राजीव अपनी औकात मत दिखाओ, पहले भी तुम्हारे इसी रवेये की वजह से तुम्हारे रिश्ते टूटे थे"।तक राजीव बोलता है, "मुझे आपकी बकवास नही सुननी है मुझे बस गितिका से मिलना है और मै उससे मिल कर रहूंगा"ये बोलकर राजीव वहा से चला जाता हैं।उधर गीतिका की भाभी गीतिका की ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 9
तभी राजीव अपनी कार में से निकलता है और गीतिका की कार के पास जाता हैं और उसे कार बाहर निकलने को बोलता है। गीतिका कार से बाहर आती हैं और बोलती है, "ये क्या गुंडा गर्दी है तुम मेरी कार के सामने क्यो आए हो"।तब राजीव बोलता है, "मुझे तुम से कुछ बात करनी है"।तब गितिका बोलती है, "मगर मुझे तुम से कोई बात नही करनी है"।तब राजीव बोलता है, "गीतिका मै तुम से प्यार से बात कर रहा हूं, चलो मेरे साथ "।तब गितिका बोलती है, "मेरे साथ जबरदस्ती करने की कोशिश भी मत करना, वरना खीच ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 10
अपनी भाभी की बाते सुनकर गीतिका बोलती है, "भाभी आप क्यो मेरे लिए इतना परेशान होती हैं सुबह से तक, अब मैं खुद देख लूंगी की मेरा फायदा किसमे हैं और किस में नही, आप बस अपने फायदे पर ध्यान दीजिए"।तब गीतिका की भाभी बोलती है, "आज कल तुम्हारी जबान कुछ ज्यादा ही नहीं चलने लगीं है ?????तब गीतिका बोलती है, "मुझे ना ज्यादा बोलने का कोई शौक नही है मगर क्या करु मजबूरी है, बोलना पड़ता है, और आप जाइए आराम से सो जाइए, क्यो मेरी वजह से अपनी निंद खराब कर रही है "।उसके बाद गीतिका की ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 11
यूवी को अपने सामने खड़ा देख राजीव को बहुत ही गुस्सा आ जाता है और वो बोलता है, "ए तू मेरे सामने आ कर खड़ा क्यो हो गया है"।तब यूवी बोलता है, "हाथ छोड़ लङकी का"।तब राजीव बोलता है, "तुझे पता भी है कि तू किस से बात कर रहा है"।तब यूवी गुस्से से बोलता है, "तुझे समझ में नही आती है एक बार में बात, बोला ना कि हाथ छोड़ लङकी का"।तभी राजीव बोलता है, "नही छोड़ रहा हाथ बोल क्या कर लेगा"।तभी यूवी राजीव को एक थप्पड़ मारता है और राजीव अपनी गाड़ी के ऊपर गिर जाता ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 12
यूवी को ऑपरेशन थिएटर में ले कर चले जाते है। यूवी के पापा और भाई बहुत ही परेशान हो है। तभी यूवी के पापा बोलते हैं, "अखिर इस शहर में किसकी इतनी हिम्मत हो गई है जिसने मेरे बेटे के ऊपर गोली चलाई"।तब यश बोलता है, "पापा वार करने वाला बुजदिल था, तभी तो उसने पीछे से वार किया है, अगर इतना ही ताकतवर होता तो सामने से वार करता ना"।तब यूवी के पापा बोलते हैं, "वो जो भी हो मुझे उससे फर्क नही पड़ता है, मुझे बस वो चाहिए आज शाम तक जिसने मेरे बेटे के साथ ऐसा ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 13
गीतिका के डैड और भाई घर पर आ जाते है तभी गीतिका के डैड बोलते हैं, "कहा है गीती गीतिका की मॉम बोलती है, "जब से आई है तब से अंदर ही बंद है दरवाजा खोल ही नहीं रही है "।उसके बाद गीतिका के डैड गीतिका के कमरे के बाहर खडे हो कर बोलते है, "गीति बेटा दरवाजा खोलो "।मगर गीतिका दरवाजा नही खोलती हैं। तब गीतिका के भाई बोलते हैं, "देखो गीतिका अगर तुम दरवाजा नही खोलोगी तो मै ये दरवाजा तोड़ दूंगा, इसलिए आराम से बोल रहा हूं कि दरवाजा खोल दो "।तभी गीतिका दरवाजा खोल देती ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 14
जैसे ही यूवी की मां को पता चलता है कि यूवी को गोली लगी है और वो हॉस्पिटल में तो वो परेशान हो जाती है और हॉस्पिटल जाने की जिद करने लगती हैं। सभी उन्हे मना करते हैं मगर वो किसी की भी बात नही मानती हैं और जिद करके हॉस्पिटल चली जाती है।उधर गीतिका के डैड और भाई MLA साहब के घर जाते है। उन्हे देख कर MLA साहब चौक जाते है और बोलते है, "आप लोग इस तरह अचानक से कुछ काम था क्या ??????तब गीतिका के डैड बोलते हैं, "जी बहुत ही जरुरी बात थी तभी ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 15
तब गीतिका बोलती है, "मेरा दिमाग ठीक है तभी बोल रही हूं कि रात में जाना है, अगर दिन जाएंगे तो सबको पता चल जाएगा और फिर सब गलत सोचेंगे"।तब नव्या बोलती है, "अच्छा ठीक है मैं रात में कार ले कर आ जाऊंगी "।उसके बाद गीतिका उसे थैंक्स बोलती है और फोन रख देती है।यूवी की मां हॉस्पिटल पहुंच जाती है और बोलती है, "कहा है मेरा बेटा और केसा है अब ?????तब यूवी के पापा बोलते हैं, "तुम्हे यूवी के बारे में कैसे पता चला "।तब यूवी की मां बोलती है, "मै आप से बहस नही करना ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 16
मेहमानो को देख कर गीतिका के डैड उसके भाई से बोलते हैं, "अभी किसी से कुछ भी मत कहना, किसी के सामने कोई तमाशा नही चाहता हूं"।तब गीतिका का भाई बोलता है, "ओके डैड"।उधर राजीव अपने डैड से बोलता है, "वाह डैड आपने तो कमाल ही कर दिया, क्या झूठी कहानी सुनाई है आपने उन्हे"।तब MLA साहब बोलते हैं, "देखो राजीव आज तो मैने सब कुछ संभाल लिया है, मगर जरुरी नहीं है कि हर बार मै सब कुछ संभाल लू, इसलिए अब तुम भी थोड़े जिम्मेदार बनो और इस तरह की गिरी हुई हरकत छोड़ दो "।तब राजीव ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 17
तब यूवी बोलता है, "बातो को घुमाओ मत, सीधी तरह से बताओ की कोन हो और यहां पर क्या रही हो"।तब गीतिका बोलती है, "मैं वही लड़की हू जिसे तुमने सुबह उस गुंडे से बचाया था, और मेरी वजह से तुम्हे गोली खानी पड़ी "।तब यूवी बोलता है, "सुबह गई बात गई, मगर तुम यहां पर क्या करने आई हो ????तब गितिका बोलती है, "मैं तुम्हे देखने आई हू की तुम अब कैसे हो और तुम्हे थैंक्स भी बोलने आई हू"।तब यूवी बोलता है, "मुझे तुम्हारे थैंक्स की कोई जरूरत नहीं है, और तुम पागल हो क्या जो इतनी ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 18
गीतिका कॉलेज पहुंच जाती हैं और जा कर क्लास में बैठ जाती है और पढ़ने लगती हैं।उधर यूवी यश बोलता है, "भाई अब मुझे कब तक रखोगे यहां पर, मुझे यहां पर अच्छा नहीं लग रहा है, मुझे घर ले कर चलो"।तब यश बोलता है, तुम्हारा दिमाग तो ठीक है न तुम ये क्या बोल रहे हों, तुम्हे गोलियां लगी हैं"।तब यूवी बोलता है, "लगी है नहीं थी, अब मैं ठीक हूँ और मुझे घर जाना है "।तब यश बोलता है, "जिद मत करो, और मुंह बंद करके यहां पर लेटे रहो "।उधर यूवी के पापा एक मीटिंग रखते ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 19
यश और उसकी मां काफी घबरा जाते हैं। यूवी के इस तरह गायब होने से। तभी यूवी की मां हैं, "कहा गया यूवी यश, तुम तो यही पर थे ना"।तब यश बोलता है, "मां यूवी यही पर ही था, मैं अभी तो उसे यही पर देख कर गया था, तो फिर वो अचानक कहा चला गया "।तब यूवी की मां बोलती हैं, "कोई उठा कर तो नहीं ले गया है उसे, जल्दी से कॉल करो अपने पापा को और उन्हें बताओ यूवी के बारे मे"।यश अपने पापा को कॉल करता है और उन्हें सब कुछ बता देता है।ये सुनते ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 20
गीतिका की भाभी की बाते सुन कर गीतिका की मॉम को बहुत ही गुस्सा आता है और वो बोलती "मुझ से इतनी बड़ी बात छुपाई सब ने, मुझे सच में यकीन नहीं हो रहा है, अब देखो मैं क्या करती हूं इस लड़की का, अभी इसके होशो हवाश ठीक करके आती हूं"।तब गीतिका की भाभी बोलती है, "मॉम आप ये क्या कर रही है, अभी घर में कोई नहीं है और, वैसे भी आपकी बातों का असर गीतिका पर नहीं होने वाला है, जब डैड और आपके बेटे आए उसके बाद आपको जो करना है करना"।शाम होती हैं.........यूवी बाहर ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 21
अपनी मॉम की बाते सुन कर गीतिका बोलती है, "मॉम इतना कुछ होने के बावजूद आप अभी भी मेरी गुंडे से शादी करवाना चाहते हो"।तब गीतिका की मॉम बोलती है, "अपनी गलती किसी और पर थोपने की कोई जरूरत नहीं है, और अब तो इतनी मत बनो, क्योंकि अब हमे तुम्हारे बारे मे सब कुछ पता चल गया है "।तब गीतिका बोलती है, "मॉम आखिर ऐसा मैने क्या किया है जो आप मुझे बार बोल ऐसा बोल रही हो, और क्या पता चल गया है आपको "।तब गीतिका की मॉम बोलती है, "तुमने ये सब करते हुए हमारी इज्जत ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 22
राजीव को देख कर बंटी बोलता है, "यार लग तो रहा है कि ये किसी अमीर बाप की औलाद यूवी बोलता है, "MLA की औलाद है "।ये सुनते ही बंटी चौक जाता है और बोलता है, "यार ये MLA के लड़के को तुझ से क्या परेशानी है"।तब यूवी बोलता है, "उठेगा तो खुद ही पूछ लियो "।तब बंटी बोलता है, "भाई जब तक ये होश में नहीं आ रहा है तब तक चल थोड़ा...........तब यूवी बोलता है, "तू पागल है क्या, तुझे पता नहीं है कि मैं शराब नहीं पीता हूं"।तब बंटी बोलता है, "यार चल आज थोड़ा टेस्ट ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 23
बंटी की बाते सुन कर यूवी बोलता है, "मुझे क्या पता कि इसने मुझे गोली क्यों मारी, जबकि मैं इससे पहले कभी इससे मिला भी नहीं था "।तब राजीव बोलता है, "तू उस दिन मेरे और गीतिका के बीच में क्यों आया था "।गीतिका का नाम सुनते ही यूवी चौक जाता है और बोलता है, "कौन गीतिका ??????तब राजीव बोलता है, "वही लड़की जिसे मैं ले कर जा रहा था, तो फिर तू हमारे बीच में क्यों आया "???तब यूवी बोलता है, "ओए तू उस लड़की को जबरदस्ती खींच कर ले जा रहा था"।तब राजीव बोलता है, "मैं किसी ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 24
राजीव के भागने की खबर सुन कर यूवी परेशान हो जाता है और सोचने लगता है कि कही आज कोई तमाशा ना कर दे।गीतिका के घर में सभी नाश्ता कर रहे होते है तभी गीतिका के डैड बोलते हैं, "गीती कहा है अभी तक नाश्ता करने नहीं आई, कॉलेज नहीं जाना है क्या उसे"।गीतिका के डैड की बात सुनते ही गीतिका की मॉम उन्हें देखने लगती है और बोलती हैं, "आप ये कैसी बात कर रहे हैं, कल तो आप उसे कॉलेज जाने के लिए मना कर रहे थे, और अब जब वो नहीं जा रही है तो आप ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 25
राजीव की हालत देख कर उसे डैड घबरा जाते हैं और बोलते हैं, "तुम यहां पर कैसे मैने तो विदेश भेजा था, और तुम्हारी ये हालत, क्या हुआ है तुम्हारे साथ"।उसके बाद राजीव अपने डैड को सब कुछ बता देता है और ये सब सुन कर MLA साहब को बहुत ही गुस्सा आता है और वो बोलते हैं, "उस लड़के की इतनी हिम्मत की वो तुम्हारे साथ ये सब करे, मैं उसे जिंदा नहीं छोडूंगा "।तब राजीव बोलता है, "डैड वो ये सब खुद नहीं कर रहा है वो ये सब गीतिका के कहने पर कर रहा है, अगर ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 26
MLA साहब की बाते सुन कर गीतिका के घर वालों को बहुत ही गुस्सा आता है। तभी गीतिका के चिल्ला कर बोलते हैं , "MLA साहब आप ये कैसी बात कर रहे हैं मेरी बेटी के बारे मे"।तब MLA साहब बोलते हैं, "क्यों बेटी का सच जान कर अच्छा नहीं लग रहा है, वैसे तो बड़े ही शरीफ बनते हैं आप लोग, और इस तरह के घटिया काम करवाते हैं आप अपनी बेटी से "।तब गीतिका की मॉम बोलती है, "भाई साहब हम लड़की वाले है तो इसका ये मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि आपका जो जी चाहेगा ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 27
गीतिका की मॉम गीतिका को थप्पड़ मारती है। तब सब चौक जाते हैं। तब गीतिका बोलती है, "मॉम आपने थप्पड़ क्यों मारा" ?????तब गीतिका की मॉम बोलती है, "मैने तो बस थप्पड़ मारा है अभी, मेरा बस चले तो मैं तुम्हारी जान ले लू"।तब गीतिका के भाई बोलते हैं, "मॉम आप उन लोगों की वजह से गीतिका से इस तरह से क्यों बात कर रही हैं "।तब गीतिका की मॉम बोलती है, "तुमने सुना नहीं कि किस तरह की बाते कर रहे थे वो लोग, इसे मेरी आंखों के सामने से ले जाओ वरना मैं मार दूंगी इसे "।तब ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 28
गीतिका की बाते सुन कर नव्या बोलती हैं, "तेरा दिमाग तो ठीक है तू ये क्या बोल रही है"।तब बोलती हैं, "तो तू क्या चाहती है मैं यू ही किसी से शादी कर लू "।तब नव्या बोलती हैं, "यार मैं ये नहीं बोल रही हूं, और तू परेशान मत हो, मैं आती हूं तेरे घर सुबह , अब तू आराम से सो जा "।उधर बंटी यूवी से बोलता है, "यार तुझे क्या हो गया है और तू रानी से ये किस तरह से बात कर रहा था "।तब यूवी बोलता है, "एक तो वैसे ही मेरा दिमाग इतना खराब ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 29
नव्या की बाते सुन कर गीतिका को गुस्सा आ जाता है और वो बोलती हैं, "तेरा दिमाग तो ठीक तू ये क्या बोल रही है"।तब नव्या बोलती हैं, "जी मेरा दिमाग तो बिल्कुल ठीक है, मगर लगता है कि तेरे घर वालों का दिमाग ठीक नहीं है"।तब गीतिका बोलती हैं, "ऐसा कैसे कर सकते हैं वो मेरे साथ, मैं अभी जाती हूं उनके पास "।तभी गीतिका अपने डैड और मॉम के पास जाती है और बोलती है, "डैड मैं ये क्या सुन रही हूं "।तब गीतिका की मॉम बोलती है, "तुमने जो भी सुना है बिल्कुल सही सुना है, ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 30
यूवी घर निकल कर जा रहा होता है। तभी रानी सामने आ कर खड़ी हो जाती हैं और बोलती "बिना नाश्ता किए हुए कहा जा रहे हों ????तब यूवी बोलता है, "तुम्हे एक बात समझ में नहीं आती हैं क्या "।तब रानी बोलती है, "नहीं......तब यूवी बोलता है, "मेरे रास्ते से हटो"।तब रानी बोलती है, "नहीं हटती बोलो क्या कर लोगे"।तब यूवी रानी को धक्का दे कर चला जाता है।रानी को बहुत ही गुस्सा आता है और वो अपनी बहन के कमरे में जाती है और बोलती है, "दीदी तुम्हारा ये देवर तो बड़ा ही बदतमीज है"।तब राधा बोलती ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 31
युवी बंटी की तरफ देखने लगता है। तब यूवी की मां बोलती है, "तुम बंटी की तरफ क्यों देख हो, मेरी तरफ देखो"।यूवी गुस्से में उठता है और बोलता है, "इस घर में कोई चेन से नाश्ता भी नहीं कर सकता है, भेजो इसे बाहर तब तक मैं गाड़ी निकालता हूं"।ये सुनते ही रानी खुश हो जाती है। यूवी बंटी के साथ बाहर चला जाता है।यूवी बंटी से बोलता है, "दहेज पापा ने लिया है और गुलाम मुझे बना रखा है, और मेरा भाई तो सबसे सही है, उसे तो किसी से कोई मतलब ही नहीं है, बस अपने ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 32
गुंडों को इस तरह देख कर रानी डर जाती हैं और यूवी से बोलती हैं, "ये कौन है और तरह गाड़ी के आगे बंदूक ले कर क्यों खड़े हो गए हैं ????तब यूवी बोलता है, "गुंडों के खानदान से ताल्लुक रखती हो और इन्हें देख कर डर गई"।तब रानी बोलती है, "मजाक मत करो अभी, मुझे बहुत ही डर लग रहा है "।तब यूवी बोलता है, "मगर मुझे तो नहीं लग रहा है, मेरा तो ये रोज का काम है "।तभी एक गुंडा बंदूक दिखा कर बोलता है, "यूवी तुमबाहर निकलो "।तब यूवी बोलता है, "मैं क्यों निकलूं बाहर"।तब ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 33
यश बंटी के साथ यूवी को ढूंढने के लिए जाता है।उधर यूवी आराम से कुर्सी पर बैठा रहता है बोलता है, "वैसे जो भी कहो तुम लोग एक्टिंग बहुत ही अच्छी करते हो"।तब एक गुंडा बोलता है, "युवान भाई मेरा तो बचपन से ही शौक था हीरो बनने का, मगर मौका ही नहीं मिला "।तब यूवी बोलता है, "परेशान मत हो मिलेगा मौका "।तब एक गुंडा बोलता है, "मगर आप लड़कियों से इतना दूर क्यों भागते हो भाई, वैसे भी वो लड़की थी तो बहुत ही अच्छी"।तब यूवी बोलता है, "करवाऊं उसके बाप की बात तुझ से, और बताऊ ...और पढ़े
इश्क दा मारा - 34
तब गीतिका की बुआ जी बोलती है, "आते ही सब कुछ पता कर लोगी, पहले थोड़ा खा पी लो और थोड़ा आराम कर लो, उसके बाद सब कुछ बताती हू"।उधर गीतिका की भाभी गीतिका के भाई से बोलती है, "आपके मॉम और डैड ने हम से इतनी बड़ी बात छुपाई, सच में मुझे तो यकीन ही नहीं हो रहा है"।तब गीतिका के भाई बोलते हैं, "मैं क्या बताऊं मुझे तो खुद कुछ समझ नहीं आ रहा है कि, आखिर मॉम और डैड ने गीतिका को बुआ के घर क्यों भेज दिया "।तब गीतिका की भाभी बोलती है, "तो आप ...और पढ़े