लड़के भरोसे के काबिल हैं क्या ?? M K द्वारा नाटक में हिंदी पीडीएफ

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लड़के भरोसे के काबिल हैं क्या ??





"लड़के कभी किसी एक का होकर नहीं सकते हैं "


और हम लड़कियां कितनी बेवकूफ होती हैं न , उस एक इंसान को अपना सबकुछ मान लेते । 

सिर्फ उस शख़्स का होकर रहना चाहते हैं।

उनके झूठे वादों पर आंख बंद कर के भरोसा कर लेते हैं ... जो शायद कई लड़कियों से कर चुके होते हैं ।

या आपके साथ रिलेशनशिप में रहने के बाद भी वो किसी और के साथ चाहते हैं।


यह भी एक कड़वा सच है , " जो लड़कियां लड़कों को अपना समय देती हैं, वो लड़का उस लड़की का हो जाता है । " 


चाहे आपका रिश्ता कितना भी अच्छा क्यों न हो ??

" अब कुत्ते की दुम सीधी थोड़ी हो सकती है " 


रिश्ते में दूरी तभी आ सकती है जब तुम दूसरे लड़की को अहमियत देने लगते हो, उससे बातें करने लगते हो।

और जो लड़की तुम से उम्मीदें  लगाए इंतजार में होती हैं उससे झूठ बोलते हो ।


बात करने से क्या होगा....???

कहता है वो शख्स, होगा कुछ नहीं ...

पर उस दिन तुम अपने रिश्ते का खून करते हो ।


पता है, एक लड़की कभी अपने पसंदीदा मर्द को किसी दूसरी औरत के साथ देखना तो दूर बात करने देना भी नहीं चाहती है।

क्योंकि वो जानती है वो दूसरी औरत ही उसके रिश्ते को तोड़वा देगी ।

तुम पर आंखें बंद कर भरोसा करती हैं,

इसका यह मतलब तो नहीं है तुम हर किसी से बातें करते फिरो । उसके भरोसे का मजाक बनाओ ।


तुम्हारी हर एक गलती को माफ करने की हिम्मत रखते हैं हम , पर भरोसे की बात आए तो टूट जाते हैं हम।

किसी दूसरी औरत का नाम भी तुम्हारे लब्जो से सुनना पसंद नहीं करेंगे ।


तुमसे एक सवाल है , क्या तुम देख पाओगे किसी पराए मर्द से बातें करना मेरा ?

क्या तुम बर्दाश्त करोगे अगर तुम्हारी होकर मैं किसी और से बात करूं ??

पूछना जरा अपने दिल से ....


जवाब आयेगा " नहीं "


भरोसा करता हूं या तुम यह कहोगे??


मेरे सामने कह भी लो , पर तकलीफ तुम्हे भी होगा जैसे मुझे होता है, गुस्सा तुम भी करोगे और गुस्से के बाद लड़ाई भी .....


भरोसा है सिर्फ कहने से नहीं होता है ,

भरोसा बनाना पड़ता है । 

हर किसी के महफिल में जाने के बाद कहोगे कि 

मैं सिर्फ तुम्हारा हूं , तुम्हारी जगह और कोई नहीं ले सकता है।

तो जनाब तुम भी सुनो , तुम्हारे बदन से आ रही इत्र की खुशबू को कैसे छुपा पाओगे। 

या फिर से तुम कोई नया झूठ बोलोगे ....!!!


लड़ाइयां होना ये कोई बहुत बड़ी बात नहीं है, 

पर किस वजह से हुई ये तो सोचना चाहिए। ..


" कहते हैं न तालियां एक हाथ से नहीं बजती है । "


फिर बताओ सिर्फ मेरी गलती कैसे हुई???


मेरी बुराई हर किसी से करते फिरते हो, और मेरे होने का दावा करते हो ।


हमारे रिश्ते को तोड़ने का वजह तुम ही देते हो और कहते हो मैं बुरी हूं।


कोई तीसरा दूसरा हमारे बीच क्यों ही आया ? तुम्हारी बात किसी और से क्यों हुई ??

क्योंकि तुम मेरे लिए लॉयल हो ही नहीं।


कभी मेरा होकर रहना चाहा ही नहीं।


" तभी सोचूं मैं मेरी इज्जत क्यों नहीं तुम्हारी नजरों में, मैं बोलूं मुझे तकलीफ होती है उस बात से तुम ध्यान क्यों नहीं देते??? "..


जब रुलाने की आदत है तुम्हारी और मुझे छोड़ जाने का फिदरत.... तो कैसे होगी ???


कभी गुमान नहीं करना खुद पर किसी बात को लेकर , जैसे मेरा भरोसा टूट गया वैसे ही तुम्हारा गुमान भी टूट जाएगा।


तब तुम्हे एहसास होगा ... किसी को तोड़ने का दर्द क्या होता है ??? 


खैर छोड़ो,,,, 


जिसे घमंड हो , आगे कुछ बोलना जरूरी नहीं समझती ।



" कीचड़ में खिलने वाले कमल से नहीं , उस कीचड़ से प्यार करो , अगर उछल कर तुम पर पड़े तो तुम्हे एक नया सबक देगी । "


वैसे ही इंसानों में भी है , जिसमें बुराइयां हो उसे ही अपना मानो , अच्छा बनने वाले और अच्छा दिखने वाले भरोसे के काबिल नहीं है और उनसे दूरी बना कर रखे ।


मुबारक हो तुम्हारी नई दुनियां, भरोसे के काबिल नहीं हो तुम ..... तुम्हे भी तुम्हारी जैसी कोई मिले जो दस का होकर भी तुम्हे आकर कहे मैं तो सिर्फ आपकी हूं

, आपकी जगह कोई नहीं ले सकता है ।






Continue...



Thanks for reading....😂