टूटे हुए दिलों का अस्पताल - 26 Mehul Pasaya द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
श्रेणी
शेयर करे

टूटे हुए दिलों का अस्पताल - 26

टूटे हुए दिलों का अस्पताल – एपिसोड 26 (फुल एपिसोड)

पिछले एपिसोड में: आदित्य ने अस्पताल में हुए धमाके के पीछे डॉक्टर सुदर्शन का हाथ पकड़ा, लेकिन यह सब भावेश के इशारों पर हो रहा था। अब भावेश की पत्नी घायल हालत में अस्पताल आई है, लेकिन यह एक नई साजिश भी हो सकती है।


---

भावेश की पत्नी – सच या छल?

भावेश की पत्नी, सान्या, दर्द से कराह रही थी। उसकी गर्दन पर कटे के निशान थे, और वह बुरी तरह डरी हुई थी।

"कृपया मेरी मदद कीजिए," उसने आदित्य से कहा।

आदित्य और नव्या उसे ऑपरेशन थिएटर में ले गए। ब्लीडिंग रोकनी जरूरी थी।

"तुम्हारे साथ क्या हुआ?" नव्या ने पूछा।

सान्या की आँखों में डर था। "भावेश... उसने मुझ पर हमला किया। उसने कहा कि मैं उसकी राह का रोड़ा बन रही हूँ। अगर मैंने उसकी बात नहीं मानी, तो वो मुझे मार देगा।"

आदित्य को यकीन नहीं हो रहा था। भावेश इतना नीचे गिर सकता है कि अपनी ही पत्नी की जान लेने की कोशिश करे?


---

अस्पताल में खतरा बढ़ता जा रहा था

भावेश अब खुलेआम धमकियाँ दे रहा था। सान्या का अस्पताल में होना, आदित्य के लिए नई मुसीबत खड़ी कर सकता था।

"हमें पुलिस को बताना होगा," आदित्य ने कहा।

"नहीं!" सान्या घबरा गई। "अगर पुलिस को बताया, तो वो मुझे मार देगा।"

"लेकिन हम उसे यूँ ही नहीं छोड़ सकते," नव्या ने तर्क दिया।

"वो कहीं भी हो सकता है। वो हर वक्त मुझ पर नजर रखता है।"

आदित्य को समझ नहीं आ रहा था कि ये एक नई चाल थी या सान्या वाकई में मदद चाहती थी।


---

भावेश की कॉल – सीधा अल्टीमेटम!

तभी आदित्य के फोन की घंटी बजी। अननोन नंबर!

"आदित्य, मेरी पत्नी को बचाने की कोशिश मत करना। अगर तुमने ऐसा किया, तो इसका अंजाम तुम्हारे लिए बहुत बुरा होगा।"

"भावेश, तुम अब सिर्फ मेरी नहीं, पुलिस की भी नजर में हो।"

"आदित्य, ये खेल अभी खत्म नहीं हुआ। अगर मेरी पत्नी अस्पताल में रही, तो पूरा अस्पताल तबाह कर दूँगा।"

आदित्य को पहली बार अहसास हुआ कि भावेश अब किसी भी हद तक जा सकता है।


---

हॉस्पिटल में अजनबी शख्स!

आदित्य ने अस्पताल की सुरक्षा बढ़ा दी थी। लेकिन शाम होते ही अस्पताल में एक अजनबी घुस आया।

गार्ड ने उसे रोका। "आप कौन हैं?"

"मुझे एक मरीज से मिलना है," अजनबी ने कहा।

गार्ड ने उसे जाने नहीं दिया। लेकिन तभी उस आदमी ने कुछ किया, जिससे पूरे अस्पताल में खलबली मच गई।

उसने अपनी जैकेट से एक गन निकाल ली!

"मुझे रोका तो गोली मार दूँगा!" उसने चिल्लाकर कहा।

अस्पताल में हड़कंप मच गया। मरीज डर के मारे इधर-उधर भागने लगे।

"सान्या कहाँ है?" अजनबी ने चिल्लाकर पूछा।

आदित्य तुरंत वहाँ पहुँचा और चौंक गया—

वो शख्स कोई और नहीं, बल्कि भावेश का खास आदमी था!


---

बंदूक की नोक पर अस्पताल!

"अगर तुमने सान्या को मुझे नहीं सौंपा, तो मैं यहाँ हर किसी को मार दूँगा!"

अस्पताल के कर्मचारी और मरीज डरे हुए थे। नव्या ने पुलिस को कॉल करने की कोशिश की, लेकिन तभी—

धाँय!

एक गोली चली, और अस्पताल में कोहराम मच गया।

किसे लगी गोली?
क्या भावेश की साजिश कामयाब होगी?
क्या आदित्य अस्पताल को बचा पाएगा?

- - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - - -



जानने के लिए पढ़िए – एपिसोड 27!