"रिश्तों की कहानी"( पार्ट -३) अंतिम
रितिका और प्रतीक की बातें होती हैं। रितिका प्रतीक को समझाती है।
प्रतीक:-' वह मैं जानता हूं। लेकिन मैं क्या कर सकता हूं? मेरी दोस्त होने के नाते बताओ मैं क्या करूं?'
रितिका:-' पहले तुम्हारी मंगेतर का मोबाइल नंबर या उसका ऐड्रेस ले लो और उससे अकेले में मिल कर उसे समझाओं। शादी के लिए जल्दी हां न कहें। बालिग होने के बाद शादी करोगे तो ही अच्छा होगा।'
प्रतीक:-' मेरे पास उसका नंबर है। उसने मैसेज करके बताया कि उसे अभी शादी नहीं करनी है। उसे इन्जिनियरिंग करना है, पढ़ना है। शादी के चक्कर में करियर खत्म हो जाएगा।'
रितिका:-' तो तुमने क्या कहा?'
प्रतीक:-' मैं क्या कह सकता? उसे ही हिम्मत जुटानी पड़ेगी। मेरी बातें दादाजी सुनते नहीं है।'
रितिका:-' अच्छा, तुम्हारे पास हिम्मत है। तुमने मुझे एक बार बचाया था। और तुम्हारी जिंदगी के लिए हिम्मत नहीं हैं? एक होनहार लड़की की जिंदगी और करियर का सवाल है। तुम्हारा काम मैं आसान कर सकती हूं।
प्रतीक समझ जाता है कि रितिका क्या कहती है।
उसने सोचा रितिका जो कह रही है वह सही कह रही है।
मुझे ही कुछ करना होगा।
शायद मेरी मंगेतर पायल भी दबाव में आकर हां कह दी हो।
मुझे उससे बात करनी होगी।
लेकिन उसने पहले बताया था कि उसे पढ़ना है और इन्जिनियर बनना है।
वह शादी के लिए तैयार नहीं है।
मैं क्या कर सकता? मुझे ही पापा को बताना पड़ेगा।
लेकिन रितिका कह रही है तो उसे पायल का नंबर दे दूं? या उससे बात करा दूं।
नंबर देने से प्रोब्लम हो सकती है।
प्रतीक:-' रितिका, मैं अभी तुम्हारे सामने मेरी मंगेतर पायल से बात करता हूं और उसके मन की बात पूछूंगा।
रितिका ने हां कहा।
प्रतीक ने पायल को फोन करके उसकी इच्छा पूछी।
और रूबरू मिलने को कहा और साथ में कहा कि मेरी फ्रेंड रितिका भी तुमसे मिलना चाहती है।
पायल ने बताया कि उसे शादी करने की इच्छा नहीं है।
और रितिका से मिलकर ख़ुश होगी।
रितिका प्रतीक की नाबालिग मंगेतर से फोन पर बात करती है।
प्रतीक की मंगेतर पायल बताती है कि उसे अभी पढ़ना है और शादी करने की इच्छा नहीं है।
उसके बाद प्रतीक रितिका को लेकर पायल से मुलाकात करती है।
रितिका पायल को समझाती है कि जल्द बाजी में निर्णय मत लेना। अभी शादी नहीं करनी है तो घर वालों को बताओं। आपको पढ़ना भी है।
पायल कहती हैं कि उसे अपना करियर बनाना है। शादी करनी नहीं है। आप मुझे समझाने आ गई इसलिए आपका शुक्रगुजार हूं। लगता है कि आप प्रतीक के करिब है और उसके हितेच्छु। आप की आंखों से लगता है कि आप प्रतीक को चाहती है। मैं आप से छोटी हूं लेकिन मैं आपकी भावनाएं समझ सकती हूं। मैं अपने माता-पिता से कह देती हूं कि मुझे अभी पांच साल तक शादी नहीं करनी है। और मुझे लड़का पसंद नहीं है।
रितिका कहती हैं कि ऐसा मत कहना कि लड़का पसंद नहीं है। लेकिन अभी शादी नहीं करनी ऐसा बताना।
दो दिन बाद प्रतीक के पिताजी बताते हैं कि लड़की को रिश्ता पसंद नहीं है। वह अभी नाबालिग है और उसे अभी पांच साल तक पढ़ना है। हम इंतजार नहीं कर सकते।
प्रतीक अपने मन की बातें बताता है कि उसे रितिका पसंद है।
एक महीने के बाद प्रतीक और रितिका की सगाई हो जाती है।
रिश्तों की कहानी धारावाहिक पढ़ने के लिए सब का धन्यवाद 🙏
रिश्ते बनाए रखें और अपने परिवार जनों से जुड़े रहिए।
- कौशिक दवे