मोमल : डायरी की गहराई - 44 Aisha Diwan द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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मोमल : डायरी की गहराई - 44

पिछले भाग में हम ने देखा कि फीलिक्स ने अपनी कोशिश से अब्राहम को बचा लिया था। और वे लोग घर वापस आ कर खुश थे। अब्राहम अलग कमरे में था। उसे कुछ दिन आइसोलेट होना होगा लेकिन मोमल को एक आवाज़ परेशान कर गई जो उसका नाम लेकर पुकार रही थी। लूना के लिए बुरा सपना भी उसे अंदर से परेशान किए जा रहा था।

अब आगे :__

सुबह सुबह मोमल काम वाली बाई के साथ नाश्ता बनाने में लगी थी। वो पूरी रात सोई नहीं थी लेकिन लूना और फेलिसिया को स्कूल भेजने के लिए बिना आराम किए तैयारी में लगी थी। अब्राहम अपने कमरे में अकेले था। लूना और फेलिसिया अपने रूम में जा कर सो गई थी रात भर जाग कर बैठने के कारण वे थकी हुई थी। फीलिक्स किचन में गया मोमल को काम करते देख कर बोला :" मॉम आप थकती नही हैं क्या ? रात भर सोई नहीं हैं आप थोड़ा आराम कर लीजिए !"

मोमल टिश्यू पेपर से हाथ साफ कर के बाहर आते हुए बोली :" इन दोनों को स्कूल भेजना है! बस आ जायेगी इस लिए जल्दी जल्दी कर रही हूं।"

ये कहते हुए वो लूना और फेलिसिया के कमरे में गई। पीछे पीछे फीलिक्स भी गया। मोमल दोनो को आवाज़ दे कर जगाने लगी जो एक ही बिस्तर पर सोई हुई थी। " लूना फेलिसिया!... उठ जाओ बेटे स्कूल जाना है।"

लूना तो उठ गई लेकिन फेलिसिया बिस्तर पर रेंगते हुए बोली :" मम्मा आज स्कूल स्किप कर देते है ना!... बस आज नही जाना है। प्लीज़ मम्मा!"

लूना ने उसे हाथ पकड़ कर उठाते हुए कहा :" कोई ज़रूरत नहीं है! एग्जाम्स है तुम्हारे उठो और तैयार हो जाओ!... फिर कल तो संडे है ही कल रेस्ट कर लेना।"

फीलिक्स ने लूना से कहा :" अगर तुम भी थक गई हो तो आज मत जाओ! घर पर ही पढ़ाई कर लो!... मॉम फेलिसिया सही कह रही है कल से बहुत कुछ हो गया आज रेस्ट करने दीजिए इनको!"

मोमल :" लेकिन फीलिक्स इनका नेक्स्ट वीक एग्जाम है और सिलेबस कंप्लीट नहीं हुआ है। लूना का तो कोई प्रोब्लम नही है लेकिन ये छुटकी जो है ना एक दम पढ़ाई के मामले में पीछे रहती है। बस ड्राइंग करने दे दो इसे फिर अवॉर्ड लेकर आ जायेगी!"

दोनो बहने स्कूल के लिए तैयार हो गई। फेलिसिया का मुंह लटका हुआ था। दोनों को स्कूल भेज कर मोमल फिर से किचेन में गई और अब्राहम के लिए प्लेट में नाश्ता लेकर जा रही थी के फीलिक्स ने प्लेट पकड़ लिया और कहा :" आप मत जाइए मॉम!.... मैं डैड को नाश्ता करा दूंगा!"

मोमल :" लेकिन अब तो वो वायरस से नेगेटिव हो गए हैं न। मैं मास्क पहन कर जाऊंगी! मुझे उनसे बात करनी है।"

फीलिक्स के गले में एक काले पत्थर का लॉकेट था जो बिलकुल सफफाफ दिख रहा था जैसे काला हीरा हो। उसने अपने गले से उतार कर मोमल के गले में डालते हुए कहा :" यह लॉकेट हर एक आसमानी शैतानों के गले में होता है। उन्हीं में से एक ने मुझे ये पहनाया था। मुझे नहीं मालूम कि इसके क्या-क्या फायदे और नुकसान है लेकिन इतना मालूम है कि इस से किसी तरह का वायरस, सांप बिच्छू या फिर कोई भी जानवर आपको नही छू सकता। मैंने इसे डैड के गले में डालकर देखा था लेकिन असर नहीं हुआ शायद क्योंकि उन के खून में वायरस जा चुका था। मुझे इसके बारे में तब पता चला जब गुफा के अंदर बहुत सारे सांप बिच्छू मुझ पर अटैक करने आते थे जैसे ही वह पास आते थे मेरा यह लॉकेट थोड़ा ज्यादा चमकने लगता था और इसमें से काला धुआं निकलने लगता था जिस से एक अजीब तरह की गंध फैल जाती थी। फिर वे सभी कीड़े मकोड़े जलकर मर जाते थे। तब मुझे समझ आया कि इस लॉकेट का कुछ तो फायदा है।"

मोमल ने उसे दया भरी नज़रों से देखा और आंखे डबडबाने लगीं। उसके कंधे पर हाथ फेरते हुए बोली :" मेरे छोटे से बच्चे ने कितनी तकलीफों का सामना किया वह भी अकेले! यही वजह थी शायद की मेरा दिल हर वक्त तुम्हारी याद में बेचैन रहता था और तुम्हारी आवाज़ सुनने के लिए डायरी के पास हर रोज़ बैठ जाती थी। तुम्हारे डैड कहते थे कि उसकी आवाज़ से लगता है कि वह ठीक होगा इसलिए मैं भी अच्छा सोचने लगी और यह सोचने लगी कि शायद तुम अपनी जिंदगी जी रहे हो! मैंने सब्र कर लिया था लेकिन कहीं ना कहीं मेरा दिल हमेशा इंतजार करता ही रहा और अब इतने सालों बाद यह इंतजार खत्म हुआ! इसके लिए मैं जीसस को कितना भी थैंक यू कहूं सब कम पड़ेगा।"

फीलिक्स ने इमोशनल हो कर कहा :" आपकी प्रेयर की वजह से ही मैं ज़िंदा रहा मॉम वरना मैं ने एक बार हिम्मत हार दी थी!...आपकी आवाज़ ने मुझे जीने की हिम्मत दी लेकिन मैं डैड के लिए बहुत परेशान था मैं उनको बहुत मिस करता था क्योंकि मुझे उनकी आवाज़ भी नहीं आती थी अब मैं उनके साथ ज़्यादा से ज़्यादा वक्त बिताना चाहता हूं। और मुझे डैड से पढ़ाई भी तो करनी है! मैं इतना बड़ा हो गया हुं लेकिन मुझे कुछ नहीं आता। आप दोनो को मुझे पढ़ाना होगा।"

मोमल ने नाश्ता कमरे में ले जाते हुए कहा :" हां हां क्यों नहीं!.... तुम्हे डिग्रियों की ज़रूरत नहीं है बस पढ़ाई करनी है और नॉलेज गेन करनी है फिर तुम्हारे दादा जी की कंपनी ज्वाइन कर लेनी है।"

ये कह कर वो अब्राहम के पास गई। उसे आते देख कुर्सी पर बैठा हुआ अब्राहम उठा कर ऐसे छुपने लगा जैसे वो मोमल नही कोई भूत हो। जा कर बिस्तर पर चादर से खुद को ढंक लिया और मुंह छुपा कर बोला :" अरे मोमो तुम यहां क्यों आई हो?.... तुम चली जाओ वरना बीमार पड़ जाओगी!.... जाओ जल्दी और फीलिक्स को भेजो।"

मोमल उसकी ये हरकत देख कर अपनी हंसी रोक कर खड़ी थी। दबी दबी मुस्कान से खामोश थी। 

अब्राहम ने फिर से कहा :" मोमो तुम चली गई हो ना!... बोलो!... यहां हो या चली गई?

मोमल ने हंसते हुए कहा :" हां मैं चली गई हुं! अब आप चादर से बाहर आ जाइए और नाश्ता कर लीजिए!"

अब्राहम ने चादर से अपना चहरा बाहर निकाल कर कहा :" मोमो मैं ने तुम्हे जाने के लिए कहा! मेरे क़रीब मत आओ प्लीज़!"

मोमल ने नाश्ते का प्लेट बिस्तर के पास वाले टेबल पर रखा और अब्राहम को ज़ोर से गले लगा लिया। 

अब्राहम चीख पड़ा :" तुम पागल हो गई हो क्या मोमो!.... छोड़ो मुझे! फीलिक्स!... अपनी मॉम को ले जाओ!"

उसने फीलिक्स को आवाज़ दी। फीलिक्स हॉल में सब सून सकता था। वो वहां बैठे बैठे मुस्कुरा रहा था। मोमल ने अब्राहम के होंठों पर उंगली रख दी और कहा :"हशशश!.... शांत रहिए फीलिक्स ने मुझे ये लॉकेट दी है इस से मुझे कुछ नहीं होगा!.... अब समझे कुछ !"

(उसने लॉकेट दिखाते हुए बताया)

अब्राहम अब शांत होकर बैठा और लॉकेट देखते हुए बोला :" अच्छा तो यह बात है!.... तो तब से तुम मेरे मज़े ले रही थी! तुम्हे पहले ही बता देना चाहिए था।"

मोमल ने नाश्ते का प्लेट उसे दे कर कहा :" अच्छा वह सब छोड़िए अब आपको अच्छा महसूस हो रहा है ना? ठीक तो है ना आप?

अब्राहम खाते हुए :" हम्मम ठीक हूं।"

मोमल ने पूछा :" यह सब कैसे हो गया था और वह डॉक्टर नैथन कौन था जिसे फीलिक्स पकड़ कर लाया था जिसने आपको एंटीडोट दिया ?

अब्राहम ने बताया :" डॉक्टर नैथन the mother Earth का प्रोफ़ेसर और साइंटिस्ट है। बिलकुल मेरी तरह!... हम ने साथ में कई सारे प्रोजेक्ट किए हैं लेकिन मुझे मालूम नहीं था के वो सब से बेस्ट बनना चाहता है। इस बार कांफ्रेंस में सीनियर्स ने मेरी ज़्यादा तारीफ़ कर दी और ये उसे बर्दाश्त नहीं हुआ!.... हम लैब में काम कर रहे थे की उसने पॉयजनस प्लांट्स के इस्तमाल से कोई ड्रग बनाया और उस ड्रग को मेरे एनर्जी ड्रिंक में मिला दिया। मुझे शक तो हुआ था लेकिन इतना समझ नही पाया के वो ऐसा कुछ कर सकता है। मैं ने वो ड्रिंक पी लिया और कुछ ही देर बाद मैं फेंट हो गया फिर जब मेरी हालत बिगड़ने लगी तो उसने ये बात फैला दी के एक्सपेरिमेंट के दौरान मैं किसी अननोन वायरस से इनफेक्ट हो गया हुं और डॉक्टर्स को भी यही लगा। लेकिन असल में मेरे खून में पॉयजनस ड्रग मिल चुका था। अच्छा हुआ के डॉक्टर्स ने तुम सब को मेरे क़रीब आने नही दिया क्यों के हो सकता था मेरी सांस से तुम लोगो को प्रोब्लम हो जाती। अभी भी केयरफुल रहो कुछ दिन। मेरा झूठा मत खाना कुछ भी। 
अगर फीलिक्स ने सही समय पर सही इंसान को न पकड़ा होता तो आज मैं ज़िंदा न होता!... उसने बेटा होने का फ़र्ज़ अदा कर दिया। आधे से ज्यादा तो मैं उसके लौटने की खुशी से ही ठीक हो गया हुं।"

मोमल ने बिदबिदा कर नैथन को रास्कल कहा और फिर बोली :" पता नही फीलिक्स ने कैसे उस नैथन को एंटीडोट बनाने के लिए राज़ी किया था!.... उसने ज़रूर सख़्ती की होगी क्यों के मैने देखा वो फीलिक्स के सामने झुक कर माफी मांग रहा था।"

अब्राहम मुस्करा कर बोला  :" अब हमारे पास एक सुपर पावर वाला बेटा है। मुझे इस बात की खुशी है की उस ने अपने शक्तियों पर काबू पा लिया है।"

मोमल ने आवाज़ देकर उसे बुलाया :" फीलिक्स!... यहां आ जाओ बेटा!"

फीलिक्स आ कर उनके पास बैठा। अब्राहम उसे देख मुस्कुरा कर बोला :" जूनियर अब्राहम!.....मेरे कपड़े पहने हो इस लिए भी ऐसा लग रहा है जैसे मैं खुद को देख रहा हूं।"

फीलिक्स ने कहा :" डैड अगर वो डॉक्टर नैथन आपके रास्ते पर फिर कभी आए तो एक बार मुझे ज़रूर बता दीजिएगा। वैसे अब उसकी अकल ठिकाने में आ ही गई होगी।"

अब्राहम और मोमल ने एक दूसरे को गर्व कर के देखा। फीलिक्स को नसीहत देते हुए अब्राहम ने कहा :" बेटा एक बात याद रखना! किसी के साथ न इंसाफी और धोखेबाज़ी मत करना! किसी को उसके गुनाह की सज़ा देना हो तो उसे जान से मत मारना! जो बुरा करता है उसका ज़िंदा रहना ही कभी न कभी उस पर सज़ा बन जाती है। उनके दिल में कभी सुकून नहीं होता!.... अच्छे लोगों को तकलीफें बहुत मिलती है लेकिन एक दिन वो सुकून से मरते हैं ना के ज़लील और बदसुकुनी में !.... अपने शक्तियां को ज़ाहिर होने मत देना। हमेशा कोशिश करना के किसी को इस बारे में पता न चले!.... समझ गए !

फीलिक्स :" मैं समझ गया डैड !.... मैं आपके नाम पर कभी ये धब्बा लगने नही दूंगा के डॉक्टर अब्राहम का बेटा ऐसा निकला वैसा निकला!.... मैं आपका प्राउड बनूंगा।"

तीनों बाते करते हुए खुश थे की घर के लैंडलाइन फोन पर कॉल आने लगा। तेज़ तेज़ रिंग बज रही थी जिस से पूरा घर गूंज रहा था। मोमल ताज्जुब से उठते हुए बोली :" इसमें तो कभी कोई कॉल ही नही करता! मुझे लगा ये बस शो के लिए हैं।"

ये कह कर वो कॉल रिसीव करने गई। अब्राहम ने हैरत में कहा :" लेकिन ये सच में शो के लिए ही है! इसमें कॉल नहीं आ सकता।"

तब तक मोमल ने फोन उठा कर काम में लगाया। उधर से एक परेशान सी आवाज़ आई :" लूना!.... लूना.... लूना!"

किसी औरत ने तीन बार लूना का नाम लिया और फिर कोई आवाज़ नहीं आई। मोमल हैरान हो कर हेलो हेलो कर रही थी। 
अब्राहम ने तेज़ आवाज़ में कहा :" मोमो इस फोन में कॉल नही आ सकता! तुम किस से बात कर रही हो?

मोमल ने आंखे बड़ी बड़ी कर के कहा :" लेकिन किसी औरत की आवाज़ आई और वो बार बार लूना का नाम ले रही थी।"

वे तीनों अचानक परेशान हो गए और दिल में अजब सी हलचल मच गई। कुछ समझ नहीं आ रहा था के क्या बात है। मोमल ने अपना मोबाइल जल्दी से उठाया और किसी को कॉल करने लगी। अब्राहम ने पूछा :" किस को कॉल कर रही हो?

"लूना के स्कूल की प्रेनिसिपल को!"

(मोमल ने कान में फोन लगा कर जवाब दिया)

फीलिक्स ने कहा :" मैं उसके स्कूल में जा कर देखूं?

अब्राहम :" रुको ज़रा! देखते हैं प्रिंसिपल क्या कहती है।"

मोमल बार बार कॉल कर रही थी लेकिन प्रिंसिपल फोन नही उठा रही थी। उसका दिल बहुत घबरा गया। उसे वो सपना याद आ गया जो उसने हॉस्पिटल में लूना के बारे में देखा था। बड़ी बड़ी सांसे लेने लगी और फोन सोफे पर फेंकते हुए बोली :" वो कॉल रिसीव नहीं कर रहीं हैं!.... मुझे घबराहट हो रही है। लूना ठीक तो होगी ना!"

अब्राहम ने मोमल को संभालते हुए सोफे पर बैठाया और कहा :" घबराओ मत। समझ नहीं आ रहा है इस लैंडलाइन फोन पर कॉल कैसे आ गया।"

फीलिक्स ने कहा :" मैं स्कूल जा रहा हूं डैड!.... देखता हूं लूना ठीक है या नही! आप मॉम का खयाल रखिए!"

अब्राहम ने उसे हिदायत दी :" कुछ भी हो फोन करना!... वैसा कोई नौबत आए तो हर हाल में अपने ऊपर काबू रखना।"

फीलिक्स जाते हुए बोला :" आप चिंता मत कीजिए डैड मुझे कुछ नहीं होगा ना मैं अपनी बहनों को कुछ होने दूंगा।"

ये कह कर वो बाहर जा कर उड़ गया। उसे अभी गाड़ी चलाना नहीं आता था इस लिए अपने पंखों का इस्तेमाल किया। कुछ ही ऊंचाई पर जाने के बाद वो गायब हो गया। इंसान उसे उड़ते हुए नही देख सकते थे। 

To be continued......