रहस्यमय हवेली Stylish Aishwarya द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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रहस्यमय हवेली


रहस्यमयी हवेली

गांव के बाहरी छोर पर एक पुरानी हवेली स्थित थी। कोई भी उसके पास जाने की हिम्मत नहीं करता था। वर्षों से लोगों के बीच यह चर्चा थी कि उस हवेली में आत्माएं बसती हैं। कई लोग इसे सिर्फ अफवाह मानते थे, लेकिन जिसने भी वहां जाने की कोशिश की, उसका लौटना कभी न हुआ।

प्रिंस और ऐश्वर्या की कहानी

प्रिंस एक साहसी युवक था, जिसे रहस्यों को सुलझाने का जुनून था। ऐश्वर्या, उसकी घनिष्ठ मित्र, बुद्धिमान और धैर्यशील थी। दोनों के बीच एक गहरी दोस्ती थी, और वे हमेशा साथ में किसी न किसी रोमांच की तलाश में रहते थे। एक शाम, जब वे गांव की चौपाल पर बैठे थे, तो हवेली के बारे में बातें होने लगीं। एक बूढ़े व्यक्ति ने कहा, "उस हवेली में जाने वाले कभी लौटकर नहीं आते। वहां भूत-प्रेत का बसेरा है।"

प्रिंस ने हल्की मुस्कान के साथ कहा, "क्या सच में? यह तो हमें खुद जाकर देखना चाहिए।" ऐश्वर्या ने उसे रोका, "यह मजाक नहीं है। हमें इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए।" लेकिन प्रिंस ने उसे भरोसा दिलाया कि वे दोनों इसे संभाल सकते हैं। आखिरकार, ऐश्वर्या ने सहमति दी, और दोनों ने अगले दिन रात में हवेली जाने का फैसला किया।

हवेली में प्रवेश

रात का अंधेरा घना हो चुका था। प्रिंस और ऐश्वर्या एक टॉर्च और कुछ आवश्यक सामान लेकर हवेली की ओर चल दिए। हवेली के पास पहुंचते ही उन्हें एक अजीब-सा सन्नाटा और ठंडक महसूस हुई। दरवाजे के पास एक पुरानी लालटेन झूल रही थी। जैसे ही वे दरवाजा खोलने लगे, अचानक एक तेज़ हवा का झोंका आया और दरवाजा अपने-आप खुल गया। ऐश्वर्या ने प्रिंस का हाथ कसकर पकड़ लिया।

हवेली में प्रवेश करते ही दीवारों पर लगे चित्र जीवित प्रतीत होने लगे। ऐसा लगा जैसे वे दोनों को घूर रहे हों। चलते-चलते वे एक बड़े हॉल में पहुंचे, जहां सबकुछ बिखरा हुआ था - टूटी हुई मेजें, धूल की मोटी परतें और एक कोने में जलती-बुझती मोमबत्ती। तभी अचानक एक जोर की चीख गूंज उठी। यह सुनते ही प्रिंस और ऐश्वर्या कांप गए।

रहस्यमयी घटनाएं

वे दोनों जैसे ही आगे बढ़े, उन्हें एक पुराने कमरे में जाने का रास्ता दिखा। कमरे में घुसते ही दरवाजा जोर से बंद हो गया। प्रिंस ने दरवाजा खोलने की कोशिश की, लेकिन वह जाम हो चुका था। कमरे के अंदर चारों ओर अजीब-सी आवाजें गूंज रही थीं। किसी ने धीरे-से फुसफुसाया, "यहां से चले जाओ, वरना पछताओगे।" ऐश्वर्या ने डरते हुए कहा, "प्रिंस, हमें वापस जाना चाहिए।"

लेकिन प्रिंस ने साहस बनाए रखा और कहा, "अगर यहां कोई आत्मा है, तो हम उसे जानना चाहते हैं।" तभी अचानक एक परछाई उनके सामने प्रकट हुई। उसकी आंखें लाल थीं और उसके चारों ओर अंधेरा फैल गया। वह परछाई प्रिंस और ऐश्वर्या से कुछ कहना चाहती थी।

परछाई ने अपनी कहानी सुनानी शुरू की। वह एक पुरानी रानी की आत्मा थी, जिसे उस हवेली में धोखे से मार दिया गया था। उसने बताया, "मुझे मेरे विश्वासपात्र ने धोखा दिया और इस जगह में कैद कर दिया। जब तक मेरी आत्मा को न्याय नहीं मिलता, मैं इस हवेली में बंधी रहूंगी।"

न्याय की खोज

प्रिंस और ऐश्वर्या ने रानी की आत्मा की मदद करने का फैसला किया। उन्होंने हवेली के अलग-अलग कमरों में छिपे रहस्यों को खोजना शुरू किया। हर कमरे में एक नई चुनौती उनका इंतजार कर रही थी - कहीं पर दीवारें अपने आप हिलती थीं, तो कहीं पर अचानक फर्श गायब हो जाता था।

एक दिन, जब वे तहखाने में उतरे, उन्हें एक प्राचीन किताब मिली। किताब में लिखा था कि रानी की आत्मा को मुक्त करने के लिए उन्हें एक विशेष यज्ञ करना होगा। लेकिन इसके लिए उन्हें चार विशेष वस्त्र चाहिए थे, जो हवेली के चार कोनों में छिपे थे।

अंतिम चुनौती

प्रिंस और ऐश्वर्या ने दिन-रात मेहनत करके वह चारों वस्त्र ढूंढ लिए। लेकिन जब वे यज्ञ की तैयारी करने लगे, तो अचानक हवेली में एक भीषण तूफान आ गया। हवेली की आत्माएं उन पर हमला करने लगीं। उन्होंने अपनी पूरी ताकत से आत्माओं से लड़ाई की। प्रिंस और ऐश्वर्या ने अपनी एकता और साहस से उन्हें मात दी और यज्ञ पूरा किया।

यज्ञ पूरा होते ही रानी की आत्मा मुक्त हो गई। हवेली में शांति लौट आई, और वहां की डरावनी घटनाएं हमेशा के लिए समाप्त हो गईं। प्रिंस और ऐश्वर्या ने न केवल एक रहस्य सुलझाया बल्कि अपने साहस और मित्रता से एक नई कहानी रच दी ।