मोमल : डायरी की गहराई - 32 Aisha Diwan द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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मोमल : डायरी की गहराई - 32

पिछले भाग में हम ने देखा कि फीलिक्स ने अपने अनोखे होने की सच्चाई बताई, वो आठ साल का बच्चा काफी मुसीबतें झेल चुका था। उसे दिलासे दे कर अब्राहम और मोमल घर ले आए, बल्कि वो आना नही चाहता था। मदर इरा के यहां से लूना को भी ले आए, फिर वे सब अब्राहम के पुराने घर में चले गए क्यों के इस कॉटेज को रेनोवेट कराने के लिए लगा दिया गया था। 

अब आगे :__

दरवाज़े पर फीलिक्स अब्राहम की उंगली पकड़ कर खड़ा था और लूना मोमल की उंगली पकड़ कर प्यारी प्यारी गोल गोल आंखों से एक एक कर के सब को देख रही थी। 
दो बच्चों के साथ उन्हे देख कर घर के लोग ताज्जुब से कुछ पल देखते रहे। 
मीनल ने खुश हो कर मोमल से लिपट कर वेलकम कहा। बड़ी भाभी ने उनका सामान कमरे में रखवाया। मोमल दोनों बच्चों के साथ ऊपर के फ्लोर में चली गई, रात का समय था। तीनों भाई बड़े से हॉल कमरे में बैठे थे। दोनो भाभियां भी वोही बैठी थी। जेकॉब भाई ने अब्राहम से सवाल किया :" इन बच्चों का क्या मामला है? मोमल के रिश्तेदार हैं क्या ?

अब्राहम ने जवाब दिया :" नही ये दोनों हमारे बच्चे हैं! हम ने एडॉप्ट किया है। फीलिक्स और लूना !"

अब्राहम का जवाब सुन कर सभी सकपका गए, एक दूसरे को हैरत भरी निगाह से देखते हुए बड़े भैया ने कहा :" कहीं तुम ने डैड की वसीयत के लिए बच्चों को एडॉप्ट तो नही किया ? इतनी जल्दी क्या थी भई खुद पैदा कर लेते!"

अब्राहम ने हंस कर जवाब दिया :" भैया आपको सच में ऐसा लगता है की वसीयत के लिए मैं ने एडॉप्ट किया होगा?

भैया :" नही लगता तो नही है की तुम ऐसा करोगे! लेकिन हर किसी के मन में यही खयाल आयेगा!... तो क्या एडॉप्ट ऐसे ही किया है या कोई और बात है?

अब्राहम :" कोई बात नहीं है दरअसल ये दोनों बच्चे अनाथ है और इन्हें हम कहीं से नही लाए ये खुद हमें एक्सीडेंटली मिल गए!... That's why मैं इनको नज़रंदाज़ नही कर पाया! जब गॉड ने हमे इतना दिया ही है तो हमे उसे अच्छे कामों में भी खर्च करना चाहिए और रही बात कंपनी के शेयर्स की तो मैं इन बच्चों को जबरदस्ती कंपनी में तो नहीं डाल सकता ना! क्या पता बड़े हो कर ये कौन सा करियर चुनेंगे!.... अगर कंपनी में जाना चाहें तो बेशक जायेंगे। हम बस इनकी परवरिश अच्छी तरह करना चाहते हैं।"

मंझली भाभी ने कहा :" चलो तुम तो फिर भी तीस साल के हो फिर भी दो बच्चों के बाप नही लगोगे लेकिन मोमल की दो बच्चों की मां बनने जैसी उमर नही है! क्या वो इनकी परवरिश कर पाएगी? कहीं तुम ने उस पर बच्चे थोप तो नही दिए?...कहीं ऐसा न हो की वो उकता कर तुम से झगड़े करे और बच्चों के साथ सौतेली मां वाली सलूक करे!"

अब्राहम  :" ऐसा कुछ नहीं है! पहले उसी ने लूना को एडॉप्ट करने का सोचा था! एडॉप्टेशन का आइडिया उसी का था!... वो मुझे भी हर बार चौंका देती है क्यों के वो इस जेनरेशन की होते हुए भी इस जेनरेशन की नही लगती! वो बहुत अलग है बाकियों से!"

बड़ी भाभी मज़ाक करते हुए बोली :" तो तुम किस जेनरेशन के हो!... बोल ऐसे रहा है जैसे खुद बाबा आदम के ज़माने का है! दोनो एक जैसे हो! शुरू शुरू में सब को अपनी वाली दुल्हन दुनिया से अलग लगती है!.... खैर अब आ गए हो तो अपनी शादी की तैयारियां भी शुरू कर दो।"

अब्राहम :" क्या तैयारियां करनी है! मैं ने तो सिंपल वेडिंग रखने को कहा था।"

बड़े भैया :" हां हां सिंपल ही है! फिर भी मेहमान होंगे कंपनी के एन्मप्लॉयस होंगे, रिश्तेदार हैं और फिर तुम्हारे ससुराल वाले होंगे! खाना पीना, इधर उधर! तैयारी तो करनी पड़ती है ना भई "

मीनल ऊपर वाले फ्लोर पर जा रही थी तभी अब्राहम ने उसे आवाज़ लगा कर कहा :" अपनी चाची के पास जा रही हो तो कहना के फीलिक्स को अकेला न छोड़े!"

मीनल रुक कर :" यस चाचू "
फिर वो सीढ़ियों पर दौड़ते हुए चली गई।

मोमल अपने कमरे में सामानों को रखने में व्यस्त थी। लूना और फीलिक्स वोही बिस्तर पर खिलौनों से खेल रहे थे। 

कमरे में जेकॉन के दो बच्चे आए , एक पांच साल का बेटा था "एलेक्स" एक तीन साल की बेटी थी "नताशा"

एलेक्स आ कर फीलिक्स को बुलाने लगा के चलो बाहर खेलेंगे, उसी समय मीनल वहां आई और बोली :" नही नही ! तुम लोग फीलिक्स के साथ मत खेलो जाओ तुम तीनों खेलो!.... चाची, चाचू ने कहा है की फीलिक्स को अकेला नहीं छोड़ना है।

मोमल ने बच्चों को देखते हुए कहा :" फीलिक्स तुम यही रहो बेटा! लूना तुम्हे इनके साथ खेलन है तो तुम जा सकती हो!... फीलिक्स मेरे साथ रहेगा।"

लूना ओके मम्मा कह कर एलेक्स और नताशा के साथ चली गई, फीलिक्स वोही खिड़की के बाहर देखने लगा। मोमल अलमारी में कपड़े रख रही थी। आसमान में लाल सा चांद निकल आया था जो आधा से थोड़ा सा ज़्यादा दिख रहा था। उसकी रोशनी बहुत कम थी। मद्धम सी टिमटिमाती हुई दिया के तरह। फिलिक्स चांद को देख रहा था तभी उसे आसमान में कुछ अजीब दिखा। एक बहुत बड़ा पंछी जिसके पंख काले कौवे जैसे काले थे। उसके उड़ने की सायं सायं सी आवाज़ आ रही थी। फिलिक्स ने गौर से देखा तो पंछी की आंख चेरी जैसी लाल थी। देखते देखते वो पंछी अचानक खिड़की के पास आ गई और अपनी लाल आंखो से ठीक फीलिक्स के आंखों के सामने आ कर देखने लगी। फिलिक्स डर कर चिल्लाया :" मॉम!... मॉम! 

उसकी चीख सुनते ही मोमल घबरा कर उसके पास गई और उसे अपने बाहों में लेते हुए बोली :" क्या हुआ बेटा? क्या हो गया तुम्हे "

फिलिक्स आंखे बंद कर के उंगली से खिड़की पर इशारा कर के बताने लगा :" चिड़िया, काली चिड़िया है वहां! बहुत बड़ी चिड़िया!"

मोमल ने देखा तो वहां कुछ नहीं था। उसने फीलिक्स को शांत करने की कोशिश करते हुए कहा :" शांत हो जाओ फीलिक्स कुछ नही है वहां!... देखो कुछ नहीं है कोई चिड़िया नही है।"

फिलिक्स ने धीरे धीरे आंखे खोल कर हिम्मत कर के देखा तो अब उसे भी कुछ नहीं दिख रहा था। फिर वो चिड़िया के बारे में बताने लगा :" लेकिन मॉम मैने देखा था! काली कौवे जैसी एक बड़ी चिड़िया थी और उसके आंख टमाटर जितने बड़े और लाल थे।"

उसकी बातों से मोमल खुद डरी हुई थी। इधर उधर देखते हुए उसने उसे समझा कर कहा :" देखो तुम्हे डरना नहीं है! चाहे तुम्हारे आगे कितनी भी डरावनी और खतरनाक चीज़ हो तुम्हे हिम्मत नही खोना है!... तुम वो बच्चे हो जिसके लिए डरना और खबराना मना है। मेरी बात याद रखना तुम्हारे लिए डर नाम की कोई चीज़ नही है। समझ गए?"

फीलिक्स ने हिम्मत कर कर हां में सर हिलाया।

मोमल ने उसे बिस्तर पर बैठाया और जा कर खिड़कियों को बंद कर दिया। 
रात को सोते समय उसने ये बातें अब्राहम को बताई, ये सुन कर वो भी परेशान हो गया। मोमल ने फिक्रमंद हो कर कहा :" क्या हमे किसी paranormal investigator (असाधारण अन्वेषक) से मिलना चाहिए ? फीलिक्स बहुत डर गया था अगर उस समय मैं उसके पास नही होती तो शायद किसी चीज़ में आग लग सकती थी।"

अब्राहम ने सोचते हुए कहा :" हां लगता है हमे इस मामले में किसी से बात करनी होगी! लेकिन हम फीलिक्स के बारे में नहीं बता सकते की उसमे ये सब अलग बातें हैं। सब को अपनी जान की फिक्र है कोई इस बच्चे का दिल नहीं देखेगा के ये सिर्फ एक मासूम बच्चा है।"

इसी तरह पांच दिन बीते। हर वक्त फीलिक्स के पास मोमल या अब्राहम दोनो में से कोई एक ज़रूर होता। घर के लोगों को अजीब लगता ये देख कर और सोचते के ये लोग इस बच्चे की इतनी केयर क्यों करते हैं? जब की लूना उस से तीन साल छोटी है लेकिन ज़्यादा फीलिक्स पर ध्यान दिया जाता है। 
फिलिक्स इन दिनों लूना के साथ काफी घुल मिल गया था। उसने उसे दिल से अपनी छोटी बहन मान लिया था। शाम के समय सभी बच्चों को पढ़ाने के लिए एक टीचर घर पर आती थी। 

आज अब्राहम और मोमल के शादी का दिन था। मोमल के घर से सभी लोग आए थे। शादी एक रिसॉर्ट में हो रही थी। कॉलेज के कई सारे स्टूडेंट्स और प्रोफेसर्स भी आए थे। अब्राहम के दोस्त और जैस्मीन भी थी। उनमें से नीलम  मोमल के साथ ही दिख रही थी। 

मौसम काफी अच्छा था। हल्के हल्के बादल छाए हुए थे, सुहानी हवाएं चल रही थी। बादल और सूरज लुका छिपी खेल रहे थे। कभी धूप कभी छांव।
फूलों से सजा हुआ एक स्टेज बनाया गया था। मोमल ने एक बेहद खूबसूरत व्हाइट वेडिंग गाऊन पहना था और अब्राहम व्हाइट शर्ट और ब्लैक सूट में तैयार हो चुका था। उसके साथ फीलिक्स ने भी वैसे ही कपड़े पहने हुए थे जिसमे वो काफी प्यारा लग रहा था। दोनो बाप बेटे की खूबसूरती बरबरी की टक्कर दे रही थी। जब वो अब्राहम की उंगली पकड़ कर साथ साथ चल कर आ रहा था तो सभी की नज़र उन दोनों पर थी। दोनो में खून का रिश्ता नहीं था लेकिन कोई भी देख कर यही कहेगा के वे दोनों बाप बेटे हैं। वो दोनों स्टेज में खड़े थे साथ में डेनियल भी था। अंकल हैरी सामने ही बैठे खुशी से तालियां बजा रहे थे।
थोड़ी देर बाद मोमल अपने दोनों भाइयों के साथ फूलों का गुच्छा हाथ में लेकर आई, उसके आगे आगे लूना चल रही थी जिसने वैसा ही ड्रेस पहना था जैसा मोमल ने पहना था। 
उसके स्टेज पर जाते ही लोगों ने तालियां बजाकर स्वागत किया। 
अब्राहम और मोमल ने एक दूसरे को शरमाई नज़रों से देखा फिर फादर ने आ कर उनकी शादी रस्मों रिवाज़ से करवाया। 
लूना उछल उछल कर तालियां बजा रही थी। सभी लोग खुशी से इस दिन को सेलिब्रेट कर रहे थे। 

वेडिंग सेरेमनी खतम हुई और सभी मेहमान चले गए, रात को जब सब अपने अपने कमरे में जाने लगे तो अब्राहम  फीलिक्स को अपने साथ कमरे में ले जाने लगा। उसे ऐसा करते देख बड़ी भाभी ने आवाज़ लगाई :" अब्राहम !... रुको ज़रा!"

अब्राहम रुका भाभी पास आ कर बोली :" तुम लोग कितने अजीब हो ! आज तुम्हारी वेडिंग नाइट है और तुम बच्चों को साथ लेकर कमरे में जा रहे हो!... चलो फीलिक्स को बच्चों के कमरे में सोने दो आज।"

अब्राहम ने हिचकिचाते हुए कहा :" भाभी हमारी शादी तो पहले ही हो गई थी इस लिए आज वेडिंग नाइट तो नही है। फिलिक्स को मेरे पास ही रहने दीजिए!"

भाभी ने झुंझला कर कहा :" वो भी कोई शादी थी! सबके सामने शादी करना और अकेले शादी करने में तुम्हें फर्क समझ नहीं आया अभी तक?

अब्राहम :" हां फर्क तो बहुत है आज की शादी में अलग ही फीलिंग थी! अनफॉरगेटेबल है यह, लेकिन फीलिक्स हमारे साथ ही रहेगा।"

भाभी ने नाराज़गी से कहा :" तुम फीलीक्स के लिए इतने सेंसिटिव क्यों हो! तुम दोनों ही?... जब की लूना इससे छोटी है उसे तो तुमने बच्चों के साथ सुला दिया पर फीलिक्स को नहीं ऐसा क्यों ? Can you explain it?

अब्राहम ने बहाना कर के कहा :" वो ये अभी थोड़ा डरा हुआ सा रहता है!"

फिलिक्स बीच में ही बोल पड़ा :" डैड !.... मैं लूना के साथ सो जाऊंगा!.... Don't worry, मॉम ने कहा है मुझे डरना मना है इस लिए मैं नही डरूंगा आप बे फिक्र जाओ।"

भाभी :" अरे, ये बच्चा तो बहुत समझदार है! तुम खमखाह ही परेशान हो रहे हो!.... चलो बेटा मैं तुम्हे कमरे तक छोड़ देती हूं।"

ये कह कर वो फीलिक्स को ले गई, अब्राहम चिंतित हो कर कुछ देर दरवाज़े के पास खड़ा उसे जाते हुए देखता रहा।

कमरे में मोमल खिड़की के पास खड़ी थी ये देखने के लिए की क्या उस दिन फीलिक्स ने सच में ऐसी कोई जाइंट चिड़िया देखी थी? 
अब्राहम कमरे में आया और पीछे से उसके कमर पर हाथ रख कर बोला :" क्या देख रही हो?

मोमल अचानक चौंक पड़ी :" ओह डरा दिया आप ने मुझे ! ऐसे दबे पांव मत आया कीजिए!"

अब्राहम ने मुस्कुरा कर कहा :" बेटे को न डरने की सीख दिया है लेकिन खुद डर रही है।"

ये कह कर उसने मोमल का हाथ पकड़ा और टेबल पर रखे मॉम डैड की तस्वीर के सामने ले गया। 
तस्वीर की तरफ देखते हुए बोला :" मॉम डैड! I hope के आप दोनो ने हमे शादी करते देखा और खुश हुए !... मैं आपकी बहू ले आया हूं डैड! I'm sorry मैं आपके जीते जी नही ला पाया, ये मिली ही देर से ,क्या कर सकता था मैं।"

ये कह कर उसने प्यार से मोमल को गले लगाया। माथे पर किस किया।

रात यूं ही खुशगवार बीती। सुबह सवेरे अब्राहम कॉलेज जाने के लिए तैयार हो गया। उसकी छुट्टियां खत्म हो चुकी थी। अभी मोमल की छुट्टियां बाकी थी इस लिए वो घर पर ही थी। जब वो पार्किंग एरिया से गाड़ी निकाल रहा था तब उसने देखा के फीलिक्स मेन गेट की ओर मुंह करके खड़ा है और लगातार घूर रहा है। लेकिन गेट के पास तो कोई था ही नहीं। उसे इस तरह बुत बन कर खड़े देखा तो वो अपनी कार से बाहर आया और उसके पास जा कर बोला :" फीलिक्स! क्या देख रहे हो वहां?

फिलिक्स ने जैसे ही अब्राहम को देखा उस से लिपट गया और धीरे से उस तरफ देखते हुए बोला :" डैड!... वहां एक दिल धड़कता हुआ दिख रहा है लेकिन सिर्फ दिल दिख रहा है कोई इंसान नही दिख रहा है!.... डैड मुझे क्या करना चाहिए, वो किस का दिल हो सकता है?"

अब्राहम ने देखा के वहां कोई नहीं है लेकिन फीलिक्स की बातों को भी नज़रंदाज़ नही कर सकता था। उसने फीलिक्स से कहा :" तुम घर जाओ और अकेले मत रहना ! अपनी मॉम के साथ ही रहना! मैं जल्दी आ जाऊंगा। ठीक है?"

उसे समझा बुझा कर घर भेज दिया लेकिन खुद अंदर से सहम गया के आखिर ये है क्या? फीलिक्स के साथ ऐसा क्यों हो रहा है? 

इन सवालों में उलझा हुआ कॉलेज पहुंचा।

(To be continued)