Venom Mafiya - 5 Frost RE द्वारा नाटक में हिंदी पीडीएफ

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Venom Mafiya - 5






अब आगे



राघव मल्होत्रा का विला 









उधर राघव अपने आदमियों के साथ बैठा था, जब उसे खबर मिली कि अंश पर हुए हमले में वो फिर से बच गया है। उसकी आँखों में गुस्से की लहर दौड़ गई। उसने गुस्से से अपने हाथ की मेज़ पर ज़ोर से मारा और चीखते हुए कहा, "अंश को मारा नहीं गया अब तक तुम लोगों से ? आखिर क्यों हर बार वो बच निकलता है?"









उसके बगल में खड़ा करण मुस्कुराते हुए बोला, "राघव भाई, इस बार हमें कोई और चाल चलनी होगी। सीधा हमला तो फायदेमंद साबित नहीं हो रहा। हमें उसके करीबी लोगों पर वार करना होगा।" राघव ने उसकी ओर देखा और मुस्कुराते हुए कहा, "तुम्हारी बात में दम है। इस बार हम उसे उसकी अपनी कमजोरियों के सहारे हराएंगे।"









राघव ने एक नई चाल चलने की सोची अंश की बहन हर्षिता को टारगेट करना। उससे नुकसान पहुँचाना राघव की अगली चाल थी। वो जानता था कि ये अंश को ये ही चाल तोड़ सकती है।



















अंश का रूम 









ऑफिस से लौटने के बाद भी अंश का मन बार-बार सिया और राघव की साजिश की ओर भटक रहा था। उसका ध्यान सिया के मासूम चेहरे और उस रात की मुलाकात पर अटका था। हालांकि वो सिया से कोई ताल्लुक नहीं रखना चाहता था, पर फिर भी वो लड़की उसके मन में बार-बार आती थी।फिर वो ये सब चीजें साइड करता है। और कब सो जाता है। उससे पता भी नहीं चलता। 









उधर, सिया की दुनिया फिर से उथल-पुथल में थी। कॉलेज के कैंपस में अंश की कार और उसकी धमक ने उसे और डर से भर दिया था। उसके मन में वही डराने वाला चेहरा फिर से गूँज उठा था। 







सिया कॉलेज से घर आने के बाद अपनी माँ आरोही शर्मा से बात करती है। उसकी माँ उससे कॉलेज की पढ़ाई और उसके आज के दिन के बारे में पूछती हैं। सिया अपनी माँ से कहती है कि सब कुछ ठीक चल रहा मम्मा है। उसी टाइम, उसकी मासी भी घर आई होती हैं और साथ में उनका बेटा आरव भी होता है।







आरव सिया से उसकी पढ़ाई और कॉलेज के बारे में पूछता है। कैसा चल रहा है। तेरा कॉलेज और स्टडी सिया मुस्कुराकर जवाब देती है कि सब कुछ अच्छा चल रहा भाई आप बताइए आप कैसे है। जिसपर आरव मुस्कराते हुए बोलता है। 





मैं एक दम अच्छा हु। बहना तू बता तू कैसी है। सिया बोलती है। भाई मैं भी ठीक हु। थोड़ी देर ऐसे ही सिया अपने भाई से बात करने के बाद वो अपने कमरे में चली जाती है।



कमरे में आते ही अंश का ख्याल उसे फिर से परेशान करने लगता है। उसे समझ नहीं आता कि अंश कॉलेज में क्यों आया था – क्या वो उसे ढूंढने आया था, या किसी और काम से? यह सोच-सोचकर उसका सिर दर्द करने लगता है। वह फ्रेश होती है और अपने बिस्तर पर लेट जाती है। उसके मन में अंश की तस्वीर बार-बार आती है, और इसी सोच में कब उसे नींद आ जाती है, इसका उसे अंदाज़ा भी नहीं होता।



राघव का विला 


इसी बीच राघव और करण अंश की बहन हर्षिता को टारगेट करने के बारे सोच रहे थे। करण कहता है, "हमें हर्षिता पर नज़र रखनी चाहिए और उसको ऐसे टाइम पर उतना चाहिए उसके आस पास कोई ना हो ।" राघव हँसते हुए कहता है, हा तुम सही कहे रहे हो करण "अगर हर्षिता को नुकसान हुआ, तो अंश की सारी ताकत टूट जाएगी।"











तो देखते है। आगे क्या होता है । जाने के लिए पड़ते रहिए Venom Mafiya मिलते है। Next part मैं।