रूहानियत - भाग 10 Shweta pandey द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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रूहानियत - भाग 10

Chapter - 10

I hate you


अब तक

नील चाहत को देखता है...,तो चाहत चली जाती है और नील भी कार स्टार्ट कर लेता है और जाने लगता है...)

हॉस्पिटल से अंदर जाते हुए चाहत का ध्यान डोर के ग्लास की तरफ जाता है ....,चाहत खुदको देखती है और अपने हेयर .....,फिर वो अपने हेयर बन ओपन कर देती है और एक स्माइल करती है फिर अंदर चली जाती है......,

वही नील गया नहीं था वो चाहत को देख रहा था....,और स्माइल करने लगता है...,फिर कार स्टार्ट करके वहां से चला जाता...।

अब आगे

#Night....

#चाहत का_घर....

चाहत: (on call)  I'm 100% sure yaar, ये वही है डरावना भूत है.....उस दिन वो अंधेरे कमरे वाला....,यार उसके हाथ पर जो निशान था....,वो मैंने उस दिन उस भूत का हैंड होल्ड किया था तब वही उसके हाथ पर देखा था......"।

अंजली चाहत से,"तुझे कोई गलतफहमी हुई होगी चाहत...,ये वहाँ क्या करेगा?..."

चाहत मुँह बनाते हुए," क्यू नहीं हो सकता?.....,वो भी तो हाल ही था ....,हो सकता है ये वहाँ ....,और इसकी आवाज ....बिल्कुल उसी की तरह है ....."।

अंजली चाहत की बात सुनकर,"उफ्फ....,ok बाबा....,अगर नील वही है भी तो क्या?...,,अच्छा है ना तब नहीं बोली तो अब बोल देना उसे..."Thanku"...

चाहत मुँह टेड़ा करते हुए,"थैंक्यू बोले मेरी जूती....,कैसे बात की थी उसने मुझसे उस दिन चेहरा नहीं दिखाया वरना कूट के रख देती..."

अंजली चाहत की बात सुनकर हँसते हुए," हेहेहे....,अच्छा ....,तो अब देख ली ना....,तो अब कूट लेना...."।

चाहत मुँह बनाते हुए गुस्से में," तू हँस मत वरना तू कूट जाएगी मुझसे...और फ़ोन रख जब देखो चपड़ चपड़.....हुह....(और कॉल कट कर देती है)

अंजली मुँह फाड़ते हुए,"haww....,मैं चपड़ चपड़ करती हू ?.....(फोन देखती है कट हो गई थी ....) "ये लड़की खुद इत्ता बोलती है और मुझे बोलती है कि मैं चपड़ चपड़ करती हू ....,वैसे ये बात सैमी को बताती हूं .....,कि ये दोनों पहले भी मिल चुके हैं...,इसी बहाने से बात भी कर लूंगी उससे...."।

#नील का_घर...

नील eyes क्लोज किये उस पलों को याद कर रहा था जब चाहत उसके साथ उसकी कार में बैठी थी...,

अचानक सैमी आता है और नील के साइड में लेट जाता...,

सैमी ऊपर देखते हुए,"चाहत के बारे में सोच रहा है?..."

नील सैमी का गर्दन अपनी आर्म्स से ग्रैब कर लेता है...)

सैमी अपना गला छुड़ाने के लिए स्ट्रगल करते हुए,"ओके...,सो-सॉरी छोड़ दे मर जाउंगा....,शा-दी भी नहीं हू-ई में-री...."।

नील सैमी को छोड़ता है....,और आंखें खोलता है....,

सैमी अपनी गर्दन को चेक करते हुए,"नहीं लेकिन सच में चाहत बहुत अच्छी लड़की है....,और ब्यूटीफुल भी....है ना?...."।

नील सामने देखते हुए,"तेरी एक गर्लफ्रेंड है...."।

सैमी नील को चिढ़ाते हुए,"तो...,गर्लफ्रेंड है तो क्या दूसरी लड़की के तरफ नहीं देख सकता?...."

नील गुस्से में सैमी का कॉलर पकड़ लेता है," चाहत ऐसी लड़की नहीं है..."।

सैमी अचानक से नील के ऐसे एक्शन से डर जाता है,"ok ok calm down...."(नील सैमी का कॉलर छोड़ता है....,और टर्न करके ड्रिंक काउंटर की तरफ जाता है....,वही सैमी नील को देखकर हाथ को यस में करता है और मन में," यस यस लगी मिर्च" और फिर नील से,"हाँ वो तो मैं भी जानता हूं वो ऐसी लड़की नहीं है...,लेकिन तू इतने कॉन्फिडेंस में कैसे बोल सकता है?....,तू तो आज ही मिला उसे....,क्या तू उसे पहले भी तो नहीं मिल चुका है...."( सैमी मन मे,"बच्चू अब तो बताना पड़ेगा ..,मुजे बताये बिना मिल रहा था )

नील one सिप लेकर,"Never.., और किसी को जानने के लिए कभी कभी एक दिन और एक पल भी काफी होता है....,अब अपना बकवास बंद कर और घर जा वरना late हो जाएगा ....."।

सैमी मुँह टेड़ा करके,"देख तू बात बदल रहा है....,और वैसे भी अगर तू किसी लड़की को पसन्द करे तो मुझसे ज्यादा खुश कोई नहीं होगा....,कम से कम तू नॉर्मल है ये तो तसल्ली हो जाएगी...."( suddenly he realized कि उसने क्या बोला और बिना नील की तरफ टर्न किये)"भागले बेटा......"(और वहाँ से भागता)

नील बोतल उठा कर फेंकता है....,सीधे दरवाजे पर लगता है...,और चिल्लाकर,"मिल तू बताता हूं तुझे...."।

सैमी भागते हुए किसी टकरा जाता....,जिसे देखकर उसकी आंखें बड़ी बड़ी हो जाती है,"सो-सॉरी अंकल...."।

व्यक्ति समीर को देखकर,"समीर...,इस टाइम तुम ऐसे (उसके भागने को लेकर कहते हैं)" बेटा अब ये कोई उमर नहीं है उछाल कुदने की..."(उसके कंधे पर हाथ रखता है...) "बड़े हो गए हो....,अपने डैड के बिजनेस में हेल्प करो...."।

सैमी तो बस वहाँ से निकलने में भलाई समझता है," जी-जी अंकल....,मैं चलता हूं अंकल....,गुड़ नाईट..."।

व्यक्ति सैमी से,"गुड़ नाईट...."।

सैमी जाते हुए अपने दिल पर हाथ रखकर,"हफ़्फ़ .....,बच गया ....,यार ये अंकल तो सोल के गब्बर से भी danger है..." ।

व्यक्ति नील के कमरे में जाता है...,डोर के पास बोतल के पीसेस देखकर भारी स्वर मे," एक एक बोतल कितने की है जानते हो?"

नील उस व्यक्ति की बात सुनकर अपनी आंखें बंद करता है गुस्से में फिर ओपन करके बिना उसकी तरफ टर्न किये, ना में सर हिलाते हुए,"मिस्टर रायचंद नॉट अगेन...."।

व्यक्ति गुस्से में,"stop saying mr. raychand...., I'm your dad damn it ".

नील बेहद गुस्से से सद्देनली चिल्लाते हुए,"No....,you are not my dad....you are only my mother's husband... understand.....(नफरत भरी आवाज़ में) "& i hate you & your wife....."।

Mr raychand गुस्से में,"सो....(लेकिन गुस्से पर काबू करते हुए) "Anyways...,वैसे आज घूमने और ये बोतल तोड़ने के अलावा कुछ काम किया है या वो भी..."(नील बीच मे ही)

नील," बिल्कुल .... ,you dont worry आपका ही काम कर रहा हूं ....,और कुछ दिन में वो प्लॉट आपके बेटे के नाम हो जाएगा ....,so don't worry mr. raychand"(गुस्से से हाथ जोड़ कर) "प्लीज 🙏 get out of my room....और अपनी शक्ल मत दिखाइएगा मुझे...."(और फिर वापस से ड्रिंक करने लगता है....)

mr raychand इतने गुस्से में थे, और अपनी फिस्ट tightly ग्रैब कर लेते है और फिर गुस्से में वहाँ से चले जाते है...,जैसे ही वो वहां से जाता है...,नील जितने भी bottles रखे थे सारे टेबल से नीचे गिराकर तोड़ देते हैं ...."।

To be continued.....

आखिर नील उस आदमी से इतनी नफरत में क्यों बात कर रहा था ?

और अगर ये नील के डैड है तो वो उनसे नफरत क्यों करता है ?

जानने के लिए बने रहे हमारे साथ , और अपने समीक्षा द्वारा जरूर बताएं कि चैप्टर कैसा लगा ?


~Shweta Pandey