ये कहानी है दो ऐसे दिलो की जो मिल कर भी कभी मिल ना सके, इनकी कहानी पूरी होकर भी अधूरी थी,कहते है प्यार और रिश्ते में अगर सच्चाई ना हो तो वो धोखा ही कहलाता है चाहे वो प्यार "रूह"से ही क्यों ना हुआ हो, कुछ ऐसी ही कहानी है "चाहत और नील" की, किस्मत ने इन्हें मिलाया जरूर था,लेकिन इनके इश्क़ का अंजाम क्या होगा ये तो ये खुद भी नही जानते थे, इनकी कहानी पूरी होकर भी अधूरी थी,
नील एक ऐसा मिस्टीरियस लड़का था जिसके बारे उसके दोस्त तक नही जानते थे, वो क्या करता था, क्या है वो, कौन है वो, ये सबके लिए एक मिस्ट्री थी, एक ऐसा इंसान जिसे प्यार और रिश्ते जैसे वर्ड समझ मे ही नही आते थे,या कहे तो वो beleive ही नही करता था,जिसके लिए शादी और रिश्ते बस एक बनावटी दुनियां थी, अपने ही डार्क वर्ल्ड में रहने वाला, और किसिको खुद के करीब ना आने देने वाला ,ऐसा शख्स था "नील खुराना" ।
वही चाहत एक बेहद खूबसूरत प्यारी सी लड़की थी, जिंदगी को एक अलग नजरिये से देखने वाली, हमेसा खुश रहने वाली एक खुशमिजाज लड़की थी, मेहनती, स्वाभिमानी लडक़ी, उसूलों की पक्की, फैमिली पर मर मिटने वाली,लेकिन हमेसा खुश रहने वाली चाहत के हँसी के पीछे छुपे दर्द को आज तक कोई जान नही पाया था सिवाय उसके माँ के, कुछ ऐसा हुआ था उसके परिवार के साथ जिसकी वजह से चाहत का परिवार टूट गया, आखिर क्या हुआ था उसके साथ जानने के लिए मिलिए "चाहत भारद्वाज" से जिसके लिए अपनी फैमिली के रेस्पेक्ट से ज्यादा कुछ भी मायने नही रखता, तो कैसे मिलेगी चाहत नील से,और कैसे बढ़ेगी दोनो की नजदीकियां?
क्या होगा जब इन दोनों की लकीरें टकराएंगी एक दूसरे से?, क्या दोनो बन पाएंगे एक दूसरे का मरहम?, या कर देंगे तबाह एक दूरसे को?, जानने के लिए मेरी नावेल पढ़ना ना भूले "Roohaniyat" ।
आपको इस स्टोरी में बहोत कुछ देखने को मिलेगा, थ्रिल, जुनून, सस्पेंस, एक्शन, फैमिली लव, एक रूहानी लव स्टोरी, रोमांस, फ्रेंडशिप बांड, सो please स्टोरी में लास्ट तक बने रहिएगा मेरे साथ, क्योंकि स्टोरी में एक मैसेज भी है जो आपको एंड तक समझ आएगी।
आप सबके लिए एक सवाल :-
क्या किसिको पा लेना ही प्यार होता है ?
प्लीज इस स्टोरी पर अपने रिव्यु जरूर दे और बताए कैसी लग रही है मुझे आगे इसे continue रखना चाहिए?, अच्छे अच्छे कमैंट्स के द्वारा मुझे अपने सुझाव दे , thanku so much 😊.
~(Shweta pandey)