एक गृहणी Asmita Madhesiya द्वारा महिला विशेष में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • एग्जाम ड्यूटी - 2

    कॉलेज का वह कमरा छात्रों से भरा हुआ था। हर कोई अपनी परीक्षा...

  • प्रेम और युद्ध - 3

    अध्याय 3: आर्या की यात्रा जारी हैआर्या की यात्रा जारी थी, और...

  • वह कौन था

    वह कौन था ? / कहानीएक सत्य घटना पर आधारित कहानी /शरोवन***&#3...

  • महाभारत की कहानी - भाग 7

    महाभारत की कहानी - भाग-७ महाराजा परीक्षित की सर्पदंश से मृत्...

  • Devil I Hate You - 19

    जिसे ढंग का डिशेज भी सीर्व करना नहीं आता,,,,,और अपने पैरों क...

श्रेणी
शेयर करे

एक गृहणी

लड़की जब तक अपने मां के घर में रहती है , या ये कह लो की लड़की जब तक अपने पिता के घर में रहती है तब तक उसका जीवन बिल्कुल अलग होता है । और जब उसका विवाह हो जाता है तब वो बिल्कुल जीवन का अनुभव करती है ।

             ये बिल्कुल भी छिपी बात नही है की एक औरत का जीवन बहुत सारे पड़ाव से गुजरता है ,

बेटी ,  बहन , बीवी , मां  और भी बहुत । ससुराल जाने के बाद बहुत सारे बदलाव आते हैं  एक स्त्री के जीवन में उसको खुद को नही पता होता है की  क्या क्या उसके जीवन में बदल जाएगा ।

    वो हमेशा कोशिश करती है की सब उससे प्रसन्न रहें 

कुछ औरतें जब अपने ससुराल वालों को खुश नही कर पाती हैं तो इतनी हताश हो जाती है की अब वो बात बात पर रोना चालू कर देती हैं या फिर चिड़चिड़ी हो जाती है ।

   और दूसरे सोचते हैं की ये कितनी बुरी है इससे बात करने की तमीज नही है कोई उसके अंदर की बात नही जानता की वो कितनी दुखी है उसे प्यार की जरूरत है ।

क्योंकि प्यार से आपकी आधी परेशानी दूर हो सकती है , और अगर किसी व्यक्ति को प्यार नही मिलता है तो दुखी होने के वजह से वो किसी मानसिक बीमारी का शिकार हो सकता है फिर उसके बाद भी वही व्यक्ति दोषी कहलाता है जो खुद तकलीफ से जूझ रहा है इसलिए  सबके साथ प्रेम से रहें।

गृहणी अपने दुख जल्दी किसी से शेयर नही करना चाहती ये बात सभी गृहणियों पर लागू नहीं होता है 

लेकिन आज भी ऐसी गृहणियां हैं जो जल्दी अपने मन की बातें किसी से शेयर नही करना चाहती जिसके वजह से वो अंदर ही अंदर बहुत दुखी रहने लगती हैं।

कभी अपने बच्चों से बेवजह चिढ़ कर बात करना तो कभी अपने ससुराल वालों पर चिढ़ना ।अब इसमें बच्चों की क्या गलती ।शायद उन्हें लगता हो की बच्चा भी ससुराल वालों जैसा है ।


फिर  बाकी सभी के लिए वो एक बुरी मां कहलाती है ,।लेकिन क्या किसी ने सोचा उसपे क्या बीत रही है ?

शायद ही किसी ने सोचा हो ।

सब उसकी ताने मारने में ही लगे रहते हैं 

की तुम अच्छी मां नही हो। , तुम अच्छी बहू नही हो , तुम्हारे अंदर संस्कार नहीं है ।


ये सारी बातें उसके हताश होने का कारण बन जाता है।

इस संसार में सबको खुश रहने का हक है तो उस गृहणी को क्यों नहीं ? जो ससुराल अपनी नई जिंदगी जीने आई है अपना सब कुछ छोड़ कर । वो खुश रहना चाहती है । वो इतनी बुरी नही होती जितना लोग उसके खिलाफ बोलते h। 

   फिर लोगों का कहना होता है की बहु आई और घर तोड़ दी ।लेकिन ऐसा कुछ होता नही है ।

अगर आप सबसे अच्छा व्यवहार करने की आदत बना ले हो उसमे सबका भला होगा । आपका भी और जो आपके साथ है उसका भी।

और जब हम खुश रहते है तो स्वस्थ भी रहते है हम काफ़ी बीमारियों और दवाओं से  अपने शरीर को बचा सकते है ।