दर्द ए इश्क - 46 Heena katariya द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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दर्द ए इश्क - 46

विकी और सूझी शादी की तैयारी में व्यस्त हो जाते है l दोनो एक दूसरे से कम ही मिल पाते थे जिस वजह से ना तो सुजेन को पता था कि विकी का क्या हाल है और ना ही विकी को पता था कि सुजेन कौन सी बात विचलित कर रही हैं l दूसरी ओर रेहान और तान्या भी स्मृति की नानी की तबियत की वजह से परेशान थे l विकी और सूझी इवेंट प्लानर से बैठ कर बातें कर ही रहे थे l तभी सूझी काफी दिनों से देख रही थी की विकी कुछ खोया खोया सा रहता है l बाते करते करते वो गुमसुम हो जाता है l पहले कुछ दिन तो सूझी को लगा शायद कोई छोटी मोटी बात होगी जो परेशान कर रही होगी l लेकिन पिछले कुछ दिनों से ऐसा चल रहा है l मानो जैसे वह फिर से उस दौर में जा रहा था जब स्तुति की मौत के बाद विकी कई दिनों तक बिना बोले, पलके जपकाए बिना दीवार को देखा करता था l जैसे ही इवेंट प्लानर चला गया विकी भी बिना कुछ बोले उठकर जाने ही वाला था की सूझी उसका हाथ रोके कहती है l

सूझी: विकी....!? l
विकी: ( खयालों से बाहर आते हुए ) हन!? l
सूझी: ( सोफे पर बैठने का इशारा करके ) कुछ हुआ है क्या!? l
विकी: ( नजरे चुराते हुए) नहीं तो क्या होगा ( उत्साहित आवाज में नाटक करते हुए ) l
सूझी: ( विकी का हाथ थामते हुए ) तुम्हे स्तुति की कोई बात परेशान कर रही है क्या!? l
विकी: ( सूझी की बात सुनकर हड़बड़ा जाता है ) नहीं... नहीं..... तो मुझे क्या ही बात अब परेशान करेगी! वो तो बस ये शादी की तैयारी की वजह से थक चुका हूं.... ( हंसते हुए अपने भाव बदलते हुए ) और तुम लड़कियों के ये ड्रेस वो ड्रेस पता नहीं क्या क्या....!? l हाहाहाहा... l
सूझी: ( विकी के चेहरे को देखते हुए उसके हावभाव पड़ने की कोशिश करती हैंl लेकिन उसे कुछ समझ नहीं आता l ) विकी.....!? l
विकी: हम्मम....? l
सूझी: लेट्स ट्राई ईट!?l
विकी: ( सूझी की बात समझ नहीं पाता! ) क्या?l
सूझी: ये शादी का रिश्ता लेट्स ट्राई ईट!? एक मौका देकर देखते हैं!l जानती हूं आसान नहीं होगा हमारे लिए लेकिन विकी वो दोनो .... अब अतीत का भाग है तो उन दोनों को को अब अतीत में ही रहने दो l अभी फिलहाल अतीत को लेकर वर्तमान का एक बहुत बड़ा तबक्का हम गवा चुके है l तो मैं नहीं चाहती कि .... की हम आगे भी ऐसे ही अपना जीवन बिगाड़े l तो जब शादी तक बात पहुंच ही चुकी हैं तो लेट्स ट्राई ईट.....l इनफेक्ट हमे एक दूसरे से ही प्यार करना चाहिए था l शायद आज कुछ और ही परिस्थिति होती l
विकी: ( कुछ देर तक सूझी की ओर देखते रहता है और समझने की कोशिश करता है l फिर मुस्कुराते हुए कहता है l ) सुजैन!
सूझी: हां!? ( विकी की ओर देखते हुए ) l
विकी: क्या प्यार हो गया है मुझ से.... हाहाहाहाहा....... !l
सूझी: ( गुस्सा होते हुए ) आई एम सीरियस विकी! l
विकी: हां तो मैं कौन सा... मजाक कर रहा हूं.... ( हंसी को रोकते हुए बात पूरी करता है l )
सूझी: ( विकी को मुक्के मारते हुए ) मैं सच में सीरियस हूं और तुम्हे मजाक सूज रहा है l
विकी: ( हाथ को सहलाते हुए ) आऊंव आऊंच..... पागल लड़की अपने होने वाले पतिदेव को रिस्पेक्ट देना सीख! उससे आदर और इज्जत से बात करते है ना की ऐसे हिंसा से! l
सूझी: ***फ तुम और रिस्पेक्ट हाहाहा....हाहहा.... आईने में शक्ल देखकर आओ तो जरा.... और हरकते देखी है अपनी....!? l
विकी: ( हंसते हुए ) हां तो तुम कौन सा दूध की धुली हुई हो!? मुझ से ज्यादा हरामीपन तुझ में भरा पड़ा है l
सूझी: ओहोहो.... जैसे तू तो बड़ा फरिश्ता है! अगर अभी तेरे चिट्ठे खोलू ना तो श्यतान भी शर्मा जाए! l
विकी: हां और तू जो श्यतान की बहन ठहरी उसका क्या!? तेरे सामने तो मैं फिर भी फरिश्ता हूं!.... l
सूझी: ( तकिए को उठाकर विकी के मुंह पर मारती है ! ) मैं ही पागल थी जो सोच रही थी तेरे जैसे मुड़ बिगाड़ने वाले अड़ियल अकडू इंसान से सीधे मुंह से बात करने बैठी l ( मुंह बिगाड़ते हुए ) हन...!l
विकी: हां तो उसमे नया क्या है!? नकचड़ी तो तू बचपन से है! l
सूझी: विकी आई स्वेर किसी दिन मेरे हाथो से खून होगा तेरा l
विकी: नहीं फिर तेरी मौत पे डीजे और खूबसूरत लौंडे कौन लाएगा अगर मैं पहले मर गया तो!? l
सूझी: ( तीखी नजरो से विकी की ओर देखती है l ) l
विकी: देख देख ले.... अब बता क्या पोसिबलिटी है की हम दोनो कभी कपल बन पाएंगे!? हाहाहाहाहा...... उल्टा अगर कोशिश भी की तो बेड़ा गरत ही होगा l
सूझी: ( सोचने के बाद हंसते हुए ) हाहाहाहाहा...... सही में उल्टा एक दूसरे की पोल ही खुलेगी अगर कभी रिश्ता बिगड़ा तो.... ना बाबा ना ...... दोनो के काले चिट्ठे सबके सामने आयेंगे... l
विकी: हाहाहाहाहा.... सच्ची में सोच अगर हमारा डाइवोर्स केस कोर्ट में गया तो क्या होगा l जज पगला जाएगा ...l
सूझी: हां यार सच में हाहाहाहाहा.... क्या ही माहोल होगा अगर ऐसा कुछ हुआ तो l
विकी: तो फिर ..... l
सूझी: खैर वो सब ठीक है अब बता क्या बात परेशान कर रही थी तुझे!? l
विकी: मुझे क्या ही बात परेशान करेगी! तुझे पता ही तो हैं की मेरे मुड़ स्विंग चलते रहते है l
सूझी: हां अब तुझे कब पीरियड्स के मुड़ स्विंग आ जाए पता ही नहीं चलता मुझ से ज्यादा तो तू लड़कियों की तरह मुड़ बिगाड़ कर बैठा रहता है l पता ही नहीं चलता कब किस बात पे मुड़ बदल जाता है l
विकी: तू और लड़की!? हाहाहाहाहा..... ओ प्लीज रहने दे l
सूझी: क्या मतलब है तुम्हारा!? लड़की नहीं तो क्या आदमी हूं!? l
विकी: सिर्फ लड़की की बॉडी होने से लड़की नहीं बन जाते!? उसके लिए नजाकत चाहिए! शर्म हया होनी चाहिए सुशील होनी चाहिए सहजता होनी चाहिए और सबसे बड़ी बात सुंदर होनी चाहिए! और खुद को देख ठरकी , लडको को छेड़ने वाली, हड्डियां तोड़ने वाली, गालियां देने वाली लड़कियां देखी है तूने कभी!? l ( सूझी को चिढ़ाते हुए ) l
सूझी: ( गुस्से में लाल पीली होते हुए ) किसने कहां लड़कियां गाली नहीं दे सकती लडको को नहीं छेड़ सकती ठरकी नहीं होती और हड्डियां नहीं तोड़ सकती!? ये सब पे क्या तुम लडको का थप्पा लगा हैं की तुम लोग कर सकते हो और हम नहीं!? l
विकी: थप्पा तो नहीं लगा पर तू किसी भी लड़की से पूछ वो डर के मारे भाग जाएगी तो ( सूझी के कंधो पर हाथ रखते हुए ) तू मेरी मर्दाना लड़की दोस्त है तेरा सिर्फ अवतार लड़कियों वाला है बाकी तो हरकते तो बिलकुल लडको जैसी है इसी लिए तो तुझे में भाई मानता हूं! बिलकुल पक्का वाला यार है मेरा तू! l
सूझी: (गुस्से मे हंसते हुए ) कुत्ते के पीले रुक तू अब ( आसपास देखती है l तो वास पड़ा था उसे उठाकर विकी की ओर फेंकती है l )l
विकी: ( भागते हुए घर से बाहर निकलते हुए कहता है ) कल तैयार रहना हमे अपनी स्कूल और कॉलेज जाना है l



विकी बाहर आया ही था की उसका फोन बजता है l जब मेसेज पढ़ता है तो उसकी मुस्कुराहट थोड़ी देर तक फीकी पड़ जाती है! लेकिन फिर वापस से मुस्कुराहट को बरकरार रखते हुए कहता है l
" सॉरी सुजैन जानता हूं तुम्हे मेरी फिक्र है लेकिन मैं जिंदगी के उस पड़ाव पर आ चुका हूं की जहां से वापस आना मुश्किल ही नहीं असंभव है l मैं चाह कर भी खुद की बरबादी को रोक नहीं सकता लेकिन आई हॉप मेरे जाने के बाद तुम खुश रहो! तुम्हे वो सारी खुशियां प्यार मिले जो हम दोनो को नहीं मिला इस जिंदगी से l काफी गीले सिकवे है इस जिंदगी से मुझे लेकिन मै शुक्रगुजार भी हूं की मुझे तुझ जैसी दोस्त मिली जो मेरे हर वक्त में मेरे साथ खड़ी थी चाहे अच्छा था या बुरा l आई रियली विश की जो कदम मैं उठाने वाला हूं उससे वो सारी गलतफहमियां दूर हो जाए जो अभी तक हम चारो को पीस रही है l शायद जब ये गलतफहमी दूर हो तब मैं.... मैं तुम्हारे साथ नहीं होगा ना ही स्तुति के साथ पर सूझी अगर मुझे कुछ हो जाए तो तुम रेहान या स्तुति मैं से किसी को भी दोष मत देना ये मेरा खुद का डिसीजन है l और मैं नहीं चाहता की मेरे जाने के बाद भी तुम सब फिर से इस सही गलत के चक्रव्यूह में पिसते रहो l मेरी तो बस यही इच्छा हैं की सब खुश रहे स्पेश्यली तुम सूझी जानता हूं बहुत गाली पड़ेगी मुझे जब तुम ये रिकॉर्ड सुनोगी पर सूझी मुझसे जितना हो सकता था मैने किया l अब मैं थक चुका हू l और मेरी आत्मा भी थक चुकी है इस संघर्ष से l तो बस प्रे करना की अगर फिर से जन्म हो तो ऐसी जगह हो जहां ये छल,कपट, दुख, दर्द के बदले खुशियां प्यार शांति और सिर्फ और सिर्फ भरोसा हो l क्योंकि इस जन्म में तो मैं भरोसा दिलाते दिलाते थक चुका हूं की मैं बुरा इंसान नहीं हूं हां मुझमें कमियां जरूर है लेकिन इसका मतलब ये थोड़े ही है की मुझे तुम जैसे चाहो वैसे दर्द देते जाओ l प्यार तो हर कोई डिजर्व करता है ना l खैर! आई लव यू मेरे यारा कभी कहां नहीं लेकिन तु सबसे स्पेश्यिल है मेरे भाई गर्लफ्रेंड तुझ में अगर वो लड़कियों वाली बात होती तो शायद मैं किसी ओर से प्यार हीं नहीं करता तो अगले जन्म में थोड़ी बहुत लड़कियों वाली हरकते लेकर आना ...... l


हंसते और रोते हुए विकी रिकॉर्डर को बंद कर देता है l और कार मैं बैठते हुए हॉस्पिटल की ओर निकल जाता है l