दो दिलों की कहानी प्यार - part -2 Ishani Morya द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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दो दिलों की कहानी प्यार - part -2

अब तक आपने पढ़ा.….........

उसे घर के अंदर एक रूम था उसे रूममें बीचों बीच किंग साइज बेड पर एक लड़का सो रहा था जो लगभग 14 साल का लग रहा था।

कहने को तो उसे लड़के की उम्र 14 साल है पर उसे रूम को देखकर कोई नहीं कह सकता कि, यह रूम उसे लड़के का है ,क्योंकि वह रूम पूरा ब्लैक और ब्लू थीम में था, जो कि यूं कहे बहुत अजीब और खतरनाक रूप दे रहा था,उसे म को।उसे कमरे में हर एक चीज को बहुत सुंदर और सलीके से सजाया गया था ,बेड के दीवार पर एक तस्वीर था जो एक 10 साल कलड़के का होगा।
जो की बहुत हैंडसम नीली आंखें चार्मिंग फेस...... नैन नक्श बहुत ही सुंदर पतले होंठ गोरा रंग , वह लड़का देखने में भले ही बहुत सुंदर लग रहा था ... नीली आंखों के साथ एकदम सीरियस फेस से वह लड़का डेविल की तरह डेंजरस लग रहा था....... देखने भर से ही उसका और ओरा बहुत खतरनाक लग रहा था जिससे वह छोटी उम्र में भी कोई बच्चा नहीं यंग लड़का लग रहा था।

तभी उसे रूम के डोर खुलने की आवाज आई......

जो लड़का बेड पर सोया था उसकी नींद बहुत ही कच्ची थी, तो दरवाजा खुलने कीथोड़ी सी आहट से ही वह जाग चुका था।

उसने अपनी नीली आंखों से दरवाजे की और देखा तो वहां उसे छोटी सी परछाई दिखी... वह लड़का समझ गया कि वह परछाई किसकी है इसीके साथ उसके चेहरे हल्की सी मुस्कान आ गई.....


(हां तो सभी पाठकगण सोचो सोचो कि किसकी होगी वह परछाई........
वैसे तो हमें पता है सभी को पता चल गया होगा कि वह परछाई किसकी है.....?????)

वह परछाई अर्शी थी जो चलकर अंदर आई और बोली: भईया....!!!!

आदि : क्या हुआ अर्शी ?

अर्शी उसके बेड के पास जाकर बैठ गई और बोली......

अर्शी: भैया क्या आप हमारे साथमंदिर नहीं जाओगे.......... चलो जल्दी से रेडी हो जाओ मां ने कहा है अभी चलना है ( उसने यह सब अपनी प्यारी सी मुस्कान के साथ कहा)

आदि: मैं नहीं जाऊंगा तू जा और मां को बोलते मेरे स्कूल का टाइम हो गया है तो मैं मंदिर नहीं जा पाऊंगा।

अर्शी: ओक भैया मैं चलती हूं......

आदि: हम और कोई शरारत नहीं ओके🤨🤨

अर्शी : ofo भईया.... मैं तो बहुत मासूम सी बच्ची हूं मैं कैसे कोई शरारत कर सकती हूं 💁🏻‍♀️

आदि: अपनी एक आईब्रो ऊपर उठकर 🤨🤨 हां हां बिल्कुल हमें पता है तुम कितनी मासूम हो.. चल अब जल्दी जा वरना लेट हो जाएगी और वापस आकर स्कूल स्कूल भी तो जानाहै.....

अर्शी : ओके भैया 👍

यह बोलकर अर्शी रूम से चली जाती है.......

आदि भी बेड से उठता है और वॉशरूम की ओर चला जाता है।

नीचे ......

एक आदमी अपनी टाई को सही करते हुए नीचे हॉल में आया और बोला..... माया कहां हो मंदिर जाने के लिए लेट हो रहा है जल्दी से निकलना भी तो है.......।

माया : अभी आई.......

तभी अर्शी दौड़कर उसे आदमी की गोद में बैठ जाती है.........

अर्शी: पापा बताओ, मैं कैसी लग रही हू, ?

तभी वे आदमी जिसका नाम अनुभव सिंघानिया था ........ वह बोला ....

अनुभव : अरे वाह हमारी गुड़िया तो बहुत प्यारी लग रही है 😊

तभी माया जी ने आते हुए कहा अब चले हम......

अनुभव : आदि कहां है.....??

आज के लिए इतना ही आगे का नेक्स्ट पार्ट में 😊😊😊😊


# कहानी का आज का पार्ट कैसा लगा.. हो सके तो जरूर बताइएगा कमेंट मैं... कहानी को यहां तक पढ़ने के लिए आप सभी लोगों का धन्यवाद तो मिलते हैं नेक्स्ट पार्ट में ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️



#ishuu✍️✍️✍️😉