एक परिवार ऐसा भी.... Piyunshi Thakur द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ

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एक परिवार ऐसा भी....

ये कहानी नहीं एक सच्ची कहानी है. हम ये नही कहेंगे की ये कोई बनाई हुए बात है.....
एक लड़की बो जो अकेली थी पूरे परिवार के होते हुए भी...
और एक बो जो अपने परिवार और अपनो के साथ थी....
अन्तर दोनो में नही था बस फर्क था कि उसका परिवार कभी उसका साथ नही देता था और दूसरी लड़की का परिवार हमेशा साथ खड़ा था.......
ये कहानी है मेरे गांव की दो लड़कियों की ...
...... पीयू और अनवी......

अनवी बो है जो बिल्कुल अकेली रह गई जिंदगी में....
और पीयू जो परिवार भाई बहन मां पापा सबके साथ ....

एक परिवार में भी बहुत फर्क हो सकता है ये मेने तो कभी नही सोचा जब अपने बच्चे पर भरोसा नही कर सकते बो हर किसी पे भरोसा करते है.... यही था अनवी का अकेला पन....
लड़की हो या लड़का अगर घरवाले साथ नही देते तो बो बाहर बालो को अपना समझने की गलती करते है.....
यही अन्वी थी उसके घरवालों ने कभी उसका साथ नही दिया किसी भी चीज में और कभी भी नही .....
अगर बच्चे बिगड़ते है तो उसमे उनकी गलती होती है लेकिन उनसे जादा उनके मम्मी पापा की....
"कोई अपने आप सबके सामने खराब नही बनता लोग और परिवार उनको बुरा बनने के लिए मजबूर करते है....
बच्चे बिगड़ रहे है इसमें उनकी गलती नही मम्मी पापा की ओर परिवार की गलती होती है...."

अन्वी और पीयू बेस्ट फ्रैंड थी और दोनो में यही अन्तर था...
अन्वी ने प्यार बाहर डूडने की कोसिस की लेकिन बो नहीं जानती थी ये दुनिया प्यार के लायक भी नही.....
बो बहुत परेशान रहती थी पढ़ाई कर नही पाई और गलत राह पर चली गई .....
और बही पीयू जिसके घरवाले हमेशा साथ थे बो अपनी पढ़ाई में लग गई ..... बो नही जानती थी की अन्वी उस टाइम पर क्या कर रही थी.... कही न कही अन्वी भी डरती थी की पीयू को कुछ पता न चले क्युकी उसे लगा की बो दोस्ती तोड़ देगी.....
लेकिन इस नही था जब पीयू को पता चला किसी और से तो उसने अन्वी को बहुत समझाया लेकिन बो नही समझी..
बो भी क्या करती बो अकेली थी किसी ने उससे कहा और बो मान गई .....
ये सुरुवात थी उसे लगता अब उसकी जिंदगी अच्छी चल रही है लेकिन बो आगे का नही देख रही थी बो बाद उस पल की खुशी देख रही थी.....
प्यार हो जाता है लेकिन गलत इंसान से हो जाए तो जीना मुस्किल हो जाता है....
पीयू अपनी पढ़ाई में लग गई और अन्वी प्यार में ....
लेकिन उनकी दोस्ती हमेसा रही बो एक दूसरे से कभी दूर नही हुए.....
लेकिन अन्वी की जिंदगी बदल रही थी बो उस लड़के से प्यार करती थी और बो लड़का उसके साथ बस टाइमपास कर रहा था... ये सबको दिख रहा था सब समझ रहे थे लेकिन कहते है न " प्यार अंधा होता है" ये देखा मेने उसकी आखों में... लेकिन घरवालो की वजह से बो किसी पर भरोसा नही कर पा रही थी... बो लड़का जो कहता बो मान लेती बो किसी और पर तो क्या अपनी दोस्त पीयू पर भी भरोसा नहीं कर पा रही थी....
लेकिन कभी न कभी तो सच सामने आता ही है पीयू ने साबित किया और लास्ट में उसे धोका मिला बो टूट चुकी थी.... लोगो ने और सारे दोस्ती ने उसका साथ छोड़ दिया था... उसके पास कोई नही था बस पीयू थी उसने साथ nhi चौड़ा क्योंकि बो जानती थी बो उसके साथ बचपन से होता आ रहा था उसके परिवार उसके भाई बहन कैसे क्या सब जानती थी.....
गलती एक बार होती है बार बार हो तो बो आदत बन जाती है पहला प्यार धोका था तो दूसरे ने जताया की बो उससे किया प्यार करता है... कही न कही ये सच था ....
"नही कहती प्यार में हर लड़का धोका देता है .... जब लड़की को सच्चा प्यार हो सकता है तो लड़के को भी जाता है..."

अब अन्वी को दूसरा प्यार मिला बो उससे प्यार करता था ये बात पीयू को पता थी उसने देखा था लड़के की आखों में प्यार.... जो सिर्फ अन्वी के लिए था.... लेकिन अन्वी अब भरोसा नही कर पा रही थी बो फिर से धोका नही खाना चाहती थी.... बो डरी हुए थी लेकिन कहते है की कोई जख्म पर मरहम लगाए तो बो अपना सा लगने लगता है....
धीरे धीरे उन दोनो में प्यार हो ही गया..... सब अच्छा सा था एक अच्छा सा सपना जो शायद उसकी जी जिंदगी में पहली बार आया हो..... लेकिन उनकी खुशी जादा नही चली उनका रिलेटेशन 5 साल चला लेकिन खुशी हमेशा नही रहती..... जैसे मौसम बदलते है बेसे हालात भी बदलते ही है..... ये बाते हर जगह पता चल गई थी उसके घरबालो को भी उसके पापा ने बहुत सुनाया उसे लेकिन प्यार में सब सह लेते है अन्वी ने बहुत कुछ सहा लेकिन प्यार नही छोड़ा लेकिन यही पीयू उसके घरवाले नही चाहते थे की बो अन्वी के साथ रहे लेकिन पीयू और अन्वी ने एक दूसरे का साथ नही छोड़ा ......
कुछ टाइम यही चलता रहा ..... आखिर में अन्वी की किसी और से सदी हो रही थी.....
प्यार किसी से और सदी किसी से ये कितना बड़ा दुख होता है मतलब जी तो लेती है लड़की लेकिन एक जिंदा लास बनके 🥺......
"उसने अपनी खुशी छोड़ के घरवालों की खुशी चुनी .....
सायद उसने आखिर में सही किया.... जिसे परिवार ने कभी नही चुना और उसने पहले अपने परिवार को चुना...."
उसने अपने पापा की पसंद से सदी की और चली गई .....
मेरी माता रानी से यही प्रार्थना है की बो अब वहां खुश रहे.
एक सवाल आपसे भी क्या बो उसे भूल पाएगी🥺⁉️.....


........... जय माता दी 🙏🏻❤️........





Piyunshi thakur ✍🏻.....

एक परिवार ऐसा भी......