कहते हैं की लोग और लोगो की बाते हमेशा सच्ची नहीं होती | ये वो दुनिया है जहा न कोई भाई और न कोई रिश्ता माना जाता है, लोग रिश्ते भी तब बनाते है जब कोई मतलब हो......
दोस्ती, कहते है की जो बिना स्वार्थ का रिश्ता होता है लेकिन यहां भी मतलब से ही दोस्ती होती है.....
एक रिश्ता जो दुनिया से अलग होता है वो है भाई बहन का रिश्ता लेकिन ये क्या जब भाई बहन की शादी हो जाए तो ये रिश्ता भी मतलबी हो जाता है। ......
अब आती है मोहब्बत..... लोग कैसे भुल जाते है जब खून का रिश्ता बिना मतलब के नही चलता तो ये प्यार मोहब्बत क्या है.....
कहते है की राधा कृष्ण ने भी तो प्यार किया था.... तो वो बिना मतलब का प्रेम था उस प्रेम को प्यार नही कह सकते....
राधा कृष्ण का प्रेम अमर था ......
अब के लोग प्यार के नाम पर बस अपना कुछ समय व्यतीत करते है.... अगर ये प्रेम हो तो फिर लोग साथ क्यों नही रहते हमेशा ????.....
मैं नही कहती की बस लड़के ही धोका देते है कुछ लड़कियां भी कम नहीं होती......
मैं अपनी कहूं तो मैंने अक्सर देखा है की लड़किया को रोने और पछताने के आलावा कुछ और नहीं कर पाती... वो न किसी से कह सकती है और न ही किसी को अपना दुख किसी को बता सकती है ..... बस दूसरो को खुश रखने के लिए अपने दर्द को अंदर ही अंदर सह लेती है..... वो लड़किया लडको पर भरोसा करती है और उनके आलावा किसी और से बात तक करना पसंद नही करती तो वो लड़के उनका उनका लॉयल रहने का अच्छा खासा फायदा उठाते है.......
उनको बार बार जलील करते है हमेसा नीचा दिखाते है....
क्या यही प्यार होता है आज कल का ???????....
हमेशा प्यार की शुरुआत लड़के करते है तब उनका प्यार सातवे आसमान पर होता है.... लेकिन जब लड़की उनके झूठे प्यार में आ जाए तो उनका प्यार बस कुछ समय के लिए क्यों रह जाता है ?????.....
आखिर फिर ये प्यार कहा चला जाता है.......
ये तो प्यार नही है......
यहां मतलब के लिए लोग जुटे प्यार के वादे कसमें और तो और जीने मरने की कसमें ये सब तो कुछ भी नही है यहां तो लड़के अपने मां बाप की भी झुटी कसमें खा लेते है ......
बस इस लिए की लड़की एक बार भरोसा कर ले बस.....
उनका मतलब पूरा हो जाए......
अपने मतलब में इतने खो जाते है की उनको याद भी नहीं रहता की उनकी वजह से एक लड़की जिंदा लास बन कर रह जाती है...... वो जीतो लेती है मगर अंदर से मर जाती है।.........
ऐसे लडको की वजह से प्यार का और राधा कृष्ण का मजाक बनकर रह गया....
कैसे भरोसा करु मैं प्यार पर यहां हर रिश्ता मतलब का है...
यहां तो भगवान को भी न वक्छा तो मैं तो एक बस साधारण सा इंसान हू......
कैसे राहु ये मतलब की दुनिया में, तूने मुझे सिखाया क्यू नही....
दूर आ गई मैं तुझसे तूने मुझे एक बार रोका क्यू नही ....
मां में सबके बिना रह लूंगी अगर तू मेरे साथ हो.....
ये दुनिया मुझे नही चाहिए..... बस तू मुझे मिल जाए....
....जय माता दी🙏🏻💝🥺...
Piyunshi thakur ✍🏻......
मतलबी प्यार की कहानी.......